समर्थन और प्रतिरोध
में शेयर बाजार तकनीकी विश्लेषण , समर्थन और प्रतिरोध एक की कीमत के कुछ पूर्व निर्धारित स्तर हैं सुरक्षा , जिस पर यह माना जाता है कि मूल्य बंद करो और उल्टा करने के लिए करते हैं। [१] इन स्तरों को स्तर की सफलता के बिना मूल्य के कई स्पर्शों द्वारा दर्शाया जाता है।
एक समर्थन स्तर एक ऐसा स्तर है जहां कीमत गिरते ही समर्थन ढूंढती है। इसका मतलब यह है कि कीमत इस स्तर से टूटने के बजाय इस स्तर से "उछाल" करने की अधिक संभावना है। हालांकि, एक बार कीमत इस स्तर को पार कर गई है, कुछ शोर से अधिक की राशि से, यह एक और समर्थन स्तर तक पहुंचने तक गिरना जारी रखने की संभावना है। [2]
एक प्रतिरोध स्तर एक समर्थन स्तर के विपरीत है। यह वह जगह है जहां कीमत बढ़ने पर प्रतिरोध खोजने लगती है। फिर, इसका मतलब है कि कीमत इस स्तर से टूटने के बजाय इस स्तर से "उछाल" करने की अधिक संभावना है। हालांकि, एक बार जब कीमत इस स्तर को पार कर जाती है, तो कुछ शोर से अधिक मात्रा में, यह एक और प्रतिरोध स्तर को पूरा करने तक बढ़ते रहने की संभावना है।
सक्रिय समर्थन और प्रतिरोध विधियां "भविष्य कहनेवाला" हैं जिसमें वे अक्सर उन क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार करते हैं जहां कीमत वास्तव में नहीं रही है। [३] वे वर्तमान मूल्य कार्रवाई पर आधारित हैं, जो विश्लेषण के माध्यम से, भविष्य की कीमत कार्रवाई की भविष्यवाणी करने के लिए दिखाया गया है [ उद्धरण वांछित ] । प्रोएक्टिव सपोर्ट और रेजिस्टेंस मेथड्स में मेजर्ड मूव्स, स्विंग रेशियो प्रोजेक्शन/कॉन्फ्लुएंस (स्टेटिक (नौ का स्क्वायर), डायनेमिक (फिबोनैचि)), परिकलित पिवोट्स, वोलैटिलिटी बेस्ड, ट्रेंडलाइन और मूविंग एवरेज, VWAP, मार्केट प्रोफाइल (VAH, VAL और POC) शामिल हैं। . [३]
प्रतिक्रियाशील समर्थन और प्रतिरोध इसके विपरीत हैं: वे सीधे मूल्य कार्रवाई या मात्रा व्यवहार के परिणामस्वरूप बनते हैं। इनमें वॉल्यूम प्रोफाइल, प्राइस स्विंग लो/हाई, इनिशियल बैलेंस, ओपन गैप्स, कुछ कैंडल पैटर्न (जैसे एनगल्फिंग, ट्वीजर) और ओएचएलसी शामिल हैं। [३]
एक मूल्य हिस्टोग्राम यह दिखाने में उपयोगी होता है कि बाजार ने किस कीमत पर अधिक सापेक्ष समय बिताया है। गोल संख्याओं के पास मनोवैज्ञानिक स्तर अक्सर समर्थन और प्रतिरोध के रूप में कार्य करते हैं। [३]
समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को प्रवृत्ति रेखाओं (तकनीकी विश्लेषण) द्वारा पहचाना जा सकता है । [४] कुछ व्यापारी धुरी बिंदु गणनाओं का उपयोग करने में सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों विश्वास करते हैं । [५]
जितनी बार समर्थन/प्रतिरोध स्तर का "परीक्षण" किया जाता है (कीमत से छुआ और उछाला जाता है), उस विशिष्ट स्तर को उतना ही अधिक महत्व दिया जाता है। [6]
यदि कोई मूल्य समर्थन स्तर से आगे निकल जाता है, तो वह समर्थन स्तर अक्सर एक नया प्रतिरोध स्तर बन जाता है। इसके विपरीत भी सच है; यदि कीमत एक प्रतिरोध स्तर को तोड़ती है, तो उसे अक्सर भविष्य में उस स्तर पर समर्थन मिलेगा। [7]
मनोवैज्ञानिक समर्थन और प्रतिरोध स्तर एक व्यापारी के तकनीकी विश्लेषण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। [८] जैसे ही कीमत ५० (उदा. १.२०५०) या ०० (उदा. १.३०००) में समाप्त होने वाले मूल्य तक पहुँचती है, लोग अक्सर इन स्तरों को वर्तमान आंदोलन में रुकावट की प्रबल संभावना के रूप में देखते हैं। कीमत लाइन से टकरा सकती है और उलट सकती है, यह स्तर के आसपास मंडरा सकती है क्योंकि बुल सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों और बियर वर्चस्व के लिए लड़े हैं, या यह सीधे पंच कर सकता है। एक ट्रेडर को सामान्य रूप से 00 के स्तर पर पहुंचते समय हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए, और 50 के स्तर पर अगर उसने पहले समर्थन या प्रतिरोध के रूप में काम किया है।
यह प्रतिरोध के साथ समर्थन स्विचिंग भूमिकाओं का एक उदाहरण है, और इसके विपरीत:
एक शेयर की कीमत समर्थन और प्रतिरोध स्तरों के बीच घूम रहा है, तो एक बुनियादी निवेश आमतौर पर, व्यापारियों द्वारा इस्तेमाल किया रणनीति एक शेयर समर्थन में प्रतिरोध पर कम प्रतिरोध पर समर्थन और बेचने पर खरीदने के लिए है, तो और कम कवर है [9] के अनुसार निम्नलिखित उदाहरण:
समर्थन या प्रतिरोध स्तरों का उपयोग करते हुए निवेश के प्रवेश और निकास के समय का निर्धारण करते समय, मूल्य अंतराल अवधि के आधार पर एक चार्ट चुनना महत्वपूर्ण होता है जो आपकी ट्रेडिंग रणनीति समय सीमा के साथ संरेखित होता है। शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स अंतराल अवधि के आधार पर चार्ट का उपयोग करते हैं, जैसे कि 1 मिनट (यानी सुरक्षा की कीमत चार्ट पर हर 1 मिनट में प्लॉट की जाती है)। लंबी अवधि के व्यापारी आमतौर पर प्रति घंटा, दैनिक, साप्ताहिक या मासिक अंतराल अवधि के आधार पर मूल्य चार्ट का उपयोग करते हैं। आम तौर पर व्यापारी निवेश करने के बारे में अंतिम निर्णय लेते समय कम अवधि के अंतराल चार्ट का उपयोग करते हैं, जैसे कि निम्न उदाहरण 1 सप्ताह के ऐतिहासिक डेटा के आधार पर हर 15 मिनट में प्लॉट किए गए मूल्य के साथ। इस उदाहरण में, शुरुआती संकेत है कि स्टॉक एक डाउनट्रेंड से बाहर आ रहा था, जब उसने $ 30.48 पर समर्थन बनाना शुरू किया और फिर उच्च उच्च और उच्च चढ़ाव बनाना शुरू कर दिया। यह नकारात्मक से सकारात्मक प्रवृत्ति में बदलाव का संकेत देता है। [ उद्धरण वांछित ]
निफ्टी बैंक (NSEBANK)
मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com - घरेलू बाजार ने बुधवार को सकारात्मक शुरुआत की और रात भर के सत्र में वॉल स्ट्रीट पर अच्छे लाभ पर नज़र रखी और एशियाई इक्विटी से मिले-जुले संकेत.
मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com - अमेरिका में मंदी की आशंकाओं के बीच वॉल स्ट्रीट पर रात भर की गिरावट के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट के साथ-साथ चीन की फिर से खुलने वाली.
मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com - घरेलू बाजार में इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सोमवार को दो दिन की गिरावट के क्रम को तोड़ते हुए सत्र सपाट खुलने के बाद उच्च स्तर पर बंद.
निफ्टी बैंक विश्लेषण
निफ्टी 18385/20-12-22 ओपन प्राइस 19-12 की तुलना में +52 अंक था जो दिन के लिए हल्की तेजी की शुरुआत थी। निफ्टी ने 18202 पर निचला स्तर बनाया जो निचले आधार में एक हल्की गिरावट और मंदी.
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच, भारतीय बाजार लाल संख्याओं का गहरा समुद्र दिखा रहे हैं। पूर्वाह्न 11:27 तक, कोई भी क्षेत्र सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार नहीं कर रहा है, जिसमें.
निफ्टी ने डब्ल्यू/ई 16-12-22 में -1.23% (-1.07%) का आरओआई दिया है और बैंक निफ्टी ने -0.95% (1.23%%) का आरओआई दिया है। बैंक निफ्टी ने 44151 पर एक नया ATH मारा और 43219 पर बहुत कम.
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तकनीकी सारांश
निफ्टी बैंक परिचर्चा
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वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
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निफ्टी को 4500 से ऊपर रेजिस्टेंस मिला
4500 कॉल ऑप्शन 88.1 करोड़ के बड़े वॉल्युम के बाद भी बेहद कम ओपन इंट्रेस्ट जोड़ पाया। यह भी 4500 के ऊपर सूचकांक को गहरे रेजिस्टेंस की बात को पुख्ता करता है। निफ्टी को 4400 के स्तर पर गहरा सपोर्ट है। यह बात 4400 के स्तर पर ओपन इंट्रेस्ट के 278,550 शेयर बढ़ने से पता चलती है।
प्रमुख सूचकांक शेयरों जैसे आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, लॉर्सन एंड ट्रूबो, ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख शेयरों के लोवर लेवल सपोर्ट के कारण आज सभी प्रमुख सूचकांक थोड़े नुकसान के साथ बंद हुए। रिलायंस सितंबर फ्यूचर में सबसे निचले स्तर 2100 रुपये से बढ़त हासिल कर 2152.45 रुपये पर बंद हुआ।
इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक ने 701 रुपये के स्तर से चढ़कर 717.25 रुपये का स्तर हासिल किया जबकि ओएनजीसी 1030 से चढ़कर 1109 पर पहुंच गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक में यह रिकवरी शॉर्ट कवरिंग के कारण हुई, जबकि ओएनजीसी में ताजा लांग पोजिशन बनी।
इसी तरह निफ्टी सितंबर फ्यूचर भी कारोबारी दिवस में 4400 के सबसे निचले स्तर तक पहुचंने के बाद 4522 के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा। इसकी वजह उसे सशक्त वॉल्युम के साथ लोवर लेवल का सपोर्ट मिलना रहा। हालांकि इसके बाद फ्यूचर में 4520 के स्तर पर रुझान बदले और सूचकांक 4481 पर बंद हुए।
अंतिम घंटे में बने बिकवाली के दबाव के कारण स्पॉट निफ्टी से प्रीमियम 25 अंकों के दिन के सर्वोच्च स्तर से घटकर 21 अंक हो गया। सितंबर फ्यूचर्स ने 275,600 का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा। यह कारोबारी दिवस के 27.8 लाख शेयरों के ओपन इंट्रेस्ट की तुलना में बेहद कम है।
पिछले कुछ दिनों से हम देख रहे हैं कि ओपन इंट्रेस्ट बढ़ने के बाद भी बाजार कमजोर है। यह इस बात का संकेत है कि कुछ खिलाड़ी करेक्शन को लेकर आशंकित हैं और अपनी लांग पोजिशन को अनवाइंड कर रहे हैं।
Stock Market Prediction: आज Tata Steel और Kopran समेत इन शेयरों पर रखें नजर, करा सकते हैं तगड़ी कमाई
इस सप्ताह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इन्फोसिस (Infosys) के बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे (Q4 Results) जारी होंगे। शेयर बाजारों में इस सप्ताह कम कारोबारी दिन रहेंगे। गुरुवार को महावीर जयंती और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जयंती पर बाजार में अवकाश रहेगा। शुक्रवार को ‘गुड फ्राइडे’ (Good Friday) के मौके पर बाजार बंद (Share Market Closed) रहेगा।
हाइलाइट्स
- शुक्रवार को ITC, डॉ. रेड्डीज, M&M, टाइटन, RIL, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स लाभ में रहे
- पिछले ट्रेड में किसी भी शेयर में बिकवाली का दबाव नहीं देखा गया था
- शेयर बाजारों में इस सप्ताह कम कारोबारी दिन रहेंगे
आज किन शेयरों में दिख सकती है तेजी
सोमवार को Tata Steel, Prakash Pipers, Kopran, Arihant Capital और गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर Reliance Industries, Fortis Healthcare, Sterlite Technologies, Trent, Cummins India और Cyient के शेयरों में गिरावट आ सकती है।
लिवाली और बिकवाली को लेकर क्या संकेत
शुक्रवार को Bharat Dynamics, Polyplex Corporation, Chola Investments, Adani Green Energy, Linde India, ITC और IIFL Wealth Management में जमकर लिवाली हुई थी। ये शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर तक चले गए थे। सोमवार को भी इन शेयरों में यही रुख बरकरार रह सकता है। पिछले ट्रेड में किसी भी शेयर में बिकवाली का दबाव नहीं देखा गया था।
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अगले हफ्ते ये अहम फैक्टर भारतीय शेयर बाजार की दिशा करेंगे तय, इन पर रहेंगी ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स की नजरें
Moneycontrol 3 दिन पहले Moneycontrol Hindi
© Moneycontrol द्वारा प्रदत्त अगले हफ्ते ये अहम फैक्टर भारतीय शेयर बाजार की दिशा करेंगे तय, इन पर रहेंगी ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स की नजरें शुक्रवार 16 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में मंदड़ियों की पकड़ मजबूत होती नजर आई। यूएस फेड की तरफ से ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी की गई। इसके आगे यह बढ़ोत्तरी जारी रहने के संकेत ने बाजार सेंटीमेंट पर निगेटिव असर डाला। विकसित देशों में मंदी के बढ़ते डर ने भी बाजार को बैकफुट पर ला दिया। अब मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिकॉर्ड हाई लेवल से बाजार में हाल में आये करेक्शन के बाद आने वाले हफ्ते में बाजार में उतार-चढ़ाव दिखेगा। इसके साथ ये सीमित दायरे में घूमता नजर आ सकता है। किसी बड़े घरेलू ट्रिगर के अभाव में बाजार की दिशा तय करने में विदेशी संकेतों का बड़ा योगदान होगा। शुक्रवार को बीएसई का सेंसेक्स 461अंक गिरक 61,338 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 146 अंक गिरकर 18,269 पर बंद हुआ। ये 23 नवंबर के बाद सबसे निचले स्तर की क्लोजिंग थी। अब निवेशकों और ट्रेडर्स की नजर बाजार के अगले हफ्ते पर है। आईये देखते हैं अगले हफ्ते कौन से फैक्टर बाजार की दिशा तय करने में निभाएंगे अहम भूमिका- अमेरिका के ग्रोथ आंकड़े (US Growth Numbers) अगले हफ्ते बाजार की नजर अमेरिका के 30 सितंबर 2022 (Q3 CY22) को खत्म तिमाही के ग्रोथ आंकड़ों पर रहेगी। ये आंकड़े 22 दिसंबर को आयेंगे। मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग मिनट्स (Monetary Policy Meeting Minutes) इसके अलावा बाजार की नजर आरबीआई की 21 दिसंबर 2022 को आने वाली मॉनेटरी पॉलिसी मिनट पर रहेगी। गौरतलब है कि हाल ही में 7 दिसंबर को हुए आरबीआई पॉलिसी की मीटिंग में आरबीई में रेपो रेट को 35 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया है। बाजार जानकारों की राय, 2 साल की सुस्ती के बाद 2023 में एशियाई बाजार रहेंगे गुलजारः सर्वे विदेशी निवेश (FII Flow) 19 दिसंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में बाजार की नजर भारत के इक्विटी बाजार में एफएफआई के एक्शन पर भी रहेगी। यूएस फेड की हॉकिश कमेंट्री ने ग्लोबल ग्रोथ को लेकर चिंता पैदा कर दी है। जिसके चलते FII का सेंटीमेंट खराब हुआ। पिछले हफ्ते FII ने भारतीय बाजारों में 1800 करोड़ रुपये की बिकवाली की है जिससे बाजार पर बिकवाली का दबाव बढ़ा है। ऐसे में बाजार जानकारों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में कम से कम तब तक FII के निवेश में वोलैटिलिटी जारी रहेगी जब तक यूएस फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में विराम लगने के कोई संकेत नहीं मिलते हैं। कच्चे तेल की कीमतें (Oil Prices) कच्चे तेल की कीमतें करीब 1 महीने से 90 डॉलर के नीचे घूम रही हैं। अगर इसमें और गिरावट होती है तो निश्चित तौर पर ये भारतीय शेयर बाजार के लिए बहुत अच्छा संकेत होगा। ऐसे में बाजार की नजर कच्चे तेल की कीमतों पर लगी रहेगी। आईपीओ (IPO) अगले हफ्ते हमें आईपीओ बाजार में भी अच्छी हलचल देखने को मिलेगी। इस हफ्ते करीब 2000 करोड़ रुपये के 2 आईपीओ खुलने वाले हैं। इनके साथ ही दिसंबर में आने वाले कुल आईपीओ की संख्या 5 हो जायेगी। बता दें कि 19 दिसंबर को KFin Technologies का आईपीओ खुलेगा। जबकि Elin Electronics का आईपीओ 20 दिसंबर को खुलकर 22 दिसंबर को बंद होगा। आईपीओ के अलावा अगले हफ्ते 3 शेयर बाजार में लिस्ट होंगे। वाइन बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड (Sula Vineyards) की लिस्टिंग 22 दिसंबर को होगी। जबकि फाइनेंशियल सेवाएं देने वाली कंपनी अपांस होल्डिंग और प्रीमियम ऑटोमोबाइल रिटेलर लैंडमार्क कार्स (Landmark Cars) की लिस्टिंग 23 दिसंबर होगी। टेक्निकल व्यू (Technical View) एक्सपर्ट का कहना है कि निफ्टी में दायरे में कारोबार होता दिखेगा। इसमें 18,100-18,000 के स्तर पर सपोर्ट है। जबकि इसमें 18,500-18,700 के स्तर रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है। Samco Securities के अपूर्वा सेठ ने कहा कि तकनीकी रूप से देखें तो निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक लोअर टॉप लोअर बॉटम बनाया है। इससे शार्ट टर्म में उन्हें इसमें बेयरिश संकेत नजर आ रहे हैं। Technical View: पिछले हफ्ते निफ्टी और बैंक निफ्टी में दिखी गिरावट, जानें सोमवार को दोनों इंडेक्स की कैसी रहेगी चाल निफ्टी में 18100 के स्तर पर सपोर्ट नजर आ रहा है। इस सपोर्ट के टूटने पर ये 17900 के स्तर तक फिसल सकता है। मार्केट एक्सपर्ट ने आगे कहा कि यदि इसमें तेजी आई तो 18500 पर तत्काल रेजिस्टेंस नजर आयेगा। इसके बाद 18650 पर दूसरा रेजिस्टेंस दिखेगा। फ्यूचर एंड ऑप्शन के आंकड़े (F&O Cues) ऑप्शन के आंकड़ों पर नजर डालने पर 19,000 के स्ट्राइक पर अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिल रहा है। इसके बाद 18,500 और 18,700 स्ट्राइक के स्ट्राइक पर ओपन इंटरेस्ट है। जबकि 18,300 और 18,400 के स्ट्राइक पर कॉल राइटिंग देखने को मिल रही है। पुट के आंकड़ों पर नजर डालें तो अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट 18,000 स्ट्राइक पर देखने को मिला है। इसके बाद 18,300 और 17,500 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट है। जबकि 18,300 और 18,000 के स्ट्राइक पर राइटिंग देखने को मिल रही है। इंडिया विक्स (India VIX) पिछले हफ्ते वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया विक्स (India VIX) में भी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। ये 11. 43 के लेवल से 23 प्रतिशत की बढ़त दिखाते हुए 14.07 के लेवल तक पहुंच गया है। वोलैटिलिटी का बढ़ना बुल्स के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसे में बाजार की नजर इंडिया विक्स पर लगी रहेंगी। अगर इंडिया विक्स में और बढ़ोत्तरी होती है तो बाजार में मंदड़िये हावी होते नजर आयेंगे। कॉर्पोरेट एक्शन (Corporate Action) अगले हफ्ते शीला फोम (Sheela Foam), प्रिसीजन वायर्स इंडिया (Precision Wires India), झिम लैबोरेटरीज (Zim Laboratories) और सार्थक इंडस्ट्रीज (Sarthak Industries) एक्स-बोनस ट्रेड करेंगे। (डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें। )
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