Stock Crash: दलाल स्ट्रीट पर कोहराम से निवेशकों के तीन लाख करोड़ डूबे, जानिए स्टॉक मार्केट के लुढ़कने के 5 बड़े कारण
Stock Market Crash Reasons Today: अमेरिकी स्टॉक मार्केट में गुरुवार को कमजोर ट्रेडिंग से एशियाई शेयर बाजारों Nikkei, Kospi और हांगसेंग में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा था.
2. ब्याज दरों में इजाफे की आशंकाः ट्रेडर्स एक बार फिर ब्याज दरों में इजाफे की आशंका जता रहे हैं. उनका अनुमान है कि यूएस फेड रिजर्व लगातार तीसरी बार इंटरेस्ट रेट बढ़ा सकता है. यूएस फेडरल रिजर्व की अगले हफ्ते बैठक होने वाली है और वह बढ़ती महंगाई के दबाव को कम करने के लिए ब्याज दरों को एक बार फिर बढ़ा सकता है.
3. इंडेक्स के हैवीवेट शेयरों में गिरावट: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries), इन्फोसिस (Infosys), HDFC Twin, Tata Consultancy Services और ICICI Bank जैसे हैवीवेट शेयरों में बिकवाली देखने को मिली. इससे भी स्टॉक मार्केट में कमजोरी देखने को मिली.
4. रुपये में कमजोरीः शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे कमजोर होकर 79.82 रुपये के लेवल तक फिस गया. अमेरिकी करेंसी में कमजोरी और डोमेस्टिक इक्विटीज में निगेटिव ट्रेंड की वजह से ऐसा देखने को मिला.
5. मंदी की आशंका (Recession Fears): मैक्रो-इकोनॉमी का मौजूदा आउटलुक अब भी बहुत अच्छा नजर नहीं आ रहा है. इसकी वजह महंगाई से जुड़ा दबाव और सुस्ती की आशंका. इससे मंदी आ सकती है. वर्ल्ड बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर आगाह किया है.
दुनियाभर की इकोनॉमी अगले सप्ताह मंदी की चपेट में आ सकती है. इसकी वजह ये है कि सेंट्रल बैंक द्वारा पॉलिसी को कड़ा किए जाने भर से महंगाई दर को काबू में करना काफी नहीं लग रहा है.
Crypto Crash: BitCoin में भारी गिरावट से तिहाई रह गए भाव, टॉप 10 क्रिप्टो में सिर्फ दो में खरीदारी का रुझान
Crypto Crash: शेयर बाजारों के अलावा क्रिप्टो मार्केट को भी भारी बिकवाली का सामना करना पड़ रहा है.
बिटक्वाइन के भाव रिकॉर्ड हाई से तिहाई के करीब ही रह गए हैं. (Image- Pixabay)
Crypto Crash: दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली का दबाव बना हुआ है. घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) भी औंधे मुंह गिर पड़े हैं. वहीं दूसरी तरह बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज की भी स्थिति बेहतर नहीं है और इसके भाव रिकॉर्ड स्तर से करीब तिहाई क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा ही रह गए हैं. मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन के भाव 22 हजार डॉलर के नीचे फिसल गए हैं और आज (14 जून) एक बार तो यह 21 हजार के भी नीचे फिसल चुका था. महज एक दिन में ही बिटक्वाइन में निवेशकों की पूंजी करीब 14 फीसदी साफ हो चुकी है. अन्य क्रिप्टो के भी हाल बेहतर नहीं कहे जा सकते हैं और सबमें भाव नीचे फिसल रहे हैं.
रिकॉर्ड स्तर से तिहाई रह गए भाव
पिछले साल नवंबर 2021 में एक बिटक्वाइन की कीमत 69 हजार डॉलर हो गई थी जो इसका रिकॉर्ड ऊंचा भाव है. हालांकि इसकी मजबूती कायम नहीं रह सकी. क्वाइनडेस्क पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा इसका पिछले 24 घंटे के भीतर निचला स्तर 20,834.50 डॉलर है जो रिकॉर्ड हाई से तिहाई से भी कम है.
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अन्य क्रिप्टोकरेंसीज की क्या है स्थिति
सिर्फ बिटक्वाइन ही नहीं बल्कि एथेरम, टेथर, यूएसडीक्वाइन और डॉजक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में भी बिकवाली का दबाव दिख रहा है. हालांकि मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसीज में सोलाना और पोल्काडॉट में खरीदारी का रूझान दिख रहा है. नीचे टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसीज के मौजूदा भाव दिए जा रहे हैं जो खबर लिखने के समय का है. बता दें कि क्रिप्टोकरेंसीज के भाव बहुत अधिक वोलेटाइल होते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आया भूचाल, बिटकॉइन और इथेरियम में बड़ी गिरावट
बीते 24 घंटे में बिटकॉइन 17 फीसदी तक नीचे आ चुका है। मंगलवार को बिटकॉइन के दाम 51629.75 डॉलर पर पहुंच गए थे, जो आज कारोबारी सत्र क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा के दौरान 42921.27 डॉलर पर पहुंच गए।
बिटकॉइन डिजिटल करेंसी है जिसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। बिटकॉइन को सिर्फ ऑनलाइन इस्तेमाल किया जा सकता है।
बीते कुछ हफ्तों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से निवेशकों को जो फायदा हुआ था वो एक क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा ही दिन में डूब गया। जहां बिटकॉइन में करीब 17 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर इथेरियम जैसी कीमती करेंसी भी 13 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर डॉगेकॉइन के अलावा दुनियाभर की कई क्रिप्टोकरेंसी क्रैश हो गई। जानकारों की अनुसार ब्लॉक संबंधित कंपनियों के शेयरों में गिरावट और प्रमुख रूप से एल सल्वाडोर में बिटकॉइन में ट्रेडिंग होने में देरी की वजह से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भूचाल आया है।
क्यों आई गिरावट
वास्तव में बिटकॉइन में गिरावट मंगलवार से ही आनी शुरू हो गई थी जब अल सल्वाडोर बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में अपनाने वाला पहला देश बन गया था, जिसके बाद देश में विरोध शुरू हो गया। वहीं क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा दूसरी ओर ब्लॉकचेन से संबंधित फर्मों के शेयरों में भी गिरावट आई क्योंकि क्रिप्टो स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म आउटेज से प्रभावित हुए। वहीं सबसे बड़ी वजह यह रही कि अल सल्वाडोर सरकार ने बिटकॉइन की डिमांड से निपटने के लिए अस्थाई रूप से एक डिजिटल वॉलेट को अनप्लग कर दिया।
बिटकॉइन में 17 फीसदी तक गिरावट
बीते 24 घंटे में बिटकॉइन 17 फीसदी तक नीचे आ चुका है। मंगलवार को बिटकॉइन के दाम 51629.75 डॉलर पर पहुंच गए थे, जो आज कारोबारी सत्र के दौरान 42921.27 डॉलर पर पहुंच गए। जबकि मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 11 फीसदी की गिरावट के साथ 45841 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर इथेरियम में 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है, जिसके बाद दाम 3322 डॉलर पर आ गए हैं। जबकि 24 घंटे पहले करेंसी की कीमत 3792 डॉलर पर थी। वहीं हाल ही में फोकस में आई डॉगेकॉइन की कीमत में भी 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से दाम 0.2449 डॉलर पर कारोबार कर क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा रही है।
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इन करंसीज का भी बुरा हाल
वहीं दूसरी बाकी करेंसी की बात करें तो बिनांस कॉइन में 16 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। जबकि एक्सआरपी के दाम में 19 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। पोल्काडॉट में 20 फीसदी की गिरावट है। यूनिस्वैप में 17 फीसदी की गिरावट है। लाइट कॉइन की बात करें तो 16 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रही है। पॉलिगन में 19 फीसदी की गिरावट है। थेटा में 25 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।
क्रिप्टो बाजार में कोहराम, बिटकॉइन में 17% की गिरावट, 2020 के बाद सबसे नीचे पहुंचा भाव
बिटकॉइन में निवेश करने वाले यही कह रहे हैं-क्या से क्या हो गया देखते-देखते. कभी एक बिटकॉइन से घर खरीदने वाले आज औंधे मुंह गिरते बिटकॉइन को देखकर अचंभे में हैं. वे यही सोच रहे हैं कि कमाने का शॉर्ट कट रास्ता क्या कारगर नहीं हो सकता?
क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में भारी कोहराम देखा जा रहा है. मंगलवार को इसकी स्थिति और भी बदतर हो गई. खराब वैश्विक संकेतों का असर क्रिप्टो (Cryptocurrency) बाजारों पर देखा जा रहा है. इसी के चलते मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) का भाव एक झटके में 17 परसेंट टूटकर 22,000 डॉलर (17 लाख रुपये के आसपास) के नीचे फिसल गया. इससे दुनियाभर के करोड़ों निवेशकों को अरबों रुपये की चपत लग गई. ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ जो बिटकॉइन में औंधे मुंह गिरावट देखी जा रही है. पिछले कई हफ्ते से इसमें फिसलन देखने को मिल रही है. हालांकि मंगलवार को गिरावट का नया रिकॉर्ड बना क्योंकि दिसंबर 2020 के बाद पहली बार बिटकॉइन 25,000 डॉलर से नीचे पहुंच गया.
जानकार बताते हैं कि बिटकॉइन पर दिनोंदिन संकट के बादल गहरा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में ही बिटकॉइन की कीमत 22500 डॉलर के नीचे आ गई है. और भी कई क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनमें तेजी से गिरावट का रुख देखा जा रहा है. इथीरियम, बिनेंस और एक्सआरपी भी 12-14 परसेंट तक लुढ़क गए हैं. बिटकॉइन में पिछले 24 घंटे में लगभग 16 फीसद की गिरावट है और कीमत 22461 डॉलर पर पहुंच गई है. अब तक का रिकॉर्ड देखें तो बिटकॉइन और इथीरियम अपनी ऊंचाई से लगभग 75 फीसद तक टूट चुके हैं.
क्या से क्या हो गया रेट
पिछले 7 दिनों का आंकड़ा देखें तो बिटकॉइन में कुल 28 फीसद तक की गिरावट आई है. इथीरियम 14 फीसद की गिरावट के क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा साथ 1175 डॉलर पर और बिनेंस 12 परसेंट टूटने के बाद 215 डॉलर पर पहुंच गया है. आंकड़े के मुताबिक, भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स पर क्रिप्टोकरेंसी का डेटा वॉल्यूम 5 अरब था, वह इस साल घटकर 2 अरब पर आ गया है. माना जा रहा है कि भारत में जब से क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स का नियम लागू हुआ है, तब से इसकी ट्रेडिंग या खरीद-बिक्री में कमी आई है. 30 परसेंट टैक्स और टीडीएस के चलते निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को बेचकर भागना चाह रहे हैं. यही वजह है कि क्रिप्टो बाजार में तगड़ी बिकवाली देखी जा रही क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा है.
बिटकॉइन की चमक पड़ी फीकी
विश्व बाजार पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट बताते हैं कि इक्विटी और क्रिप्टोकरेंसी में लगातार गिरावट देखी जा रही है और यह पूरी दुनिया में एक समान है. सोमवार को क्रिप्टो बाजार में तब और बड़ा कोहराम दिखा जब दुनिया के दो बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बिनेंस और सेल्सियस ने निवेशकों को पैसे निकालने से रोक दिया और क्रिप्टो से जुड़ी कई कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी. क्रिप्टो मार्केट में शेयर बाजार की तुलना में तेजी से गिरावट देखी जा रही है. एकएंडपी 500 में साल 2022 में अब तक 18 परसेंट की गिरावट है. लेकिन यही गिरावट बिटकॉइन के संदर्भ में देखें तो यह 40 परसेंट तक पहुंच गई है. साल क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा 2022 में डोजकॉइन अब तक 50 परसेंट तक टूट गई है.
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कम दिन में अधिक रिटर्न का क्या स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर क्रिप्टो बढ़ेगा सपना
जब दुनिया के बाजारों में युवा निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगाना शुरू किया तो इसमें लगातार तेजी देखी गई. इस पीढ़ी को लगा कि रिस्क लेकर कम समय में अधिक रिटर्न पाया जा सकता है. लेकिन जब पूरी दुनिया में महंगाई का आलम छाया और अर्थव्यस्था लाचार होने लगी तो बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से लोगों का मोहभंग होने लगा. लोगों को लगा कि पैसा उसी एसेट में लगाया जाना चाहिए जहां रिटर्न निश्चित होने के साथ निवेश भी सुरक्षित हो. इसमें सोना, म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट आदि सबसे अच्छे विकल्प दिखे. घोर अस्थिरता के बीच लोगों ने बिटकॉइन को बेचकर भागना मुनासिब समझा. भारत में खासकर जब से टैक्स सिस्टम लागू हुआ तब से बिकवाली तेज हो गई. यही वजह है कि बिटकॉइन का बुलबुला अब पूरी तरह से फूटता दिख रहा है.
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