Retail Inflation: महंगाई दर में आ सकती है कमी, नौ महीने के निचले विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? स्तर पर रहने के आसार, जानिए कितनी रहेगी दर
देश में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) के आंकड़े अगले सप्ताह जारी होने वाले हैं. एक सर्वे के मुताबिक, खुदरा महंगाई नवंबर माह में 6.40 फीसदी पर आने के आसार हैं.
By: ABP Live | Updated at : 10 Dec 2022 09:11 PM (IST)
खुदरा महंगाई दर में राहत के आसार ( Image Source : Getty )
Retail Inflation In November 2022 : देश में खुदरा महंगाई विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? दर (Retail Inflation) के मोर्चे पर जल्द अच्छी ख़बर आ सकती है. केंद्र सरकार की ओर से खुदरा महंगाई के आंकड़े अगले सप्ताह जारी होने के आसार हैं. खुदरा महंगाई नवंबर महीने में 6.40 फीसदी पर आ सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह पिछले 9 महीने का निचला स्तर होगा. इससे पहले फरवरी में यह 7.9 फीसदी थी.
क्या है सर्वे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्थशास्त्रियों ने सर्वे में दावा किया है कि मुख्य रूप से खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में नरमी के कारण महंगाई दर में कमी आएगी. अक्तूबर माह में यह 6.77 फीसदी थी. खुदरा कीमतों पर आधारित (सीपीआई) महंगाई इस साल अब तक आरबीआई के 6 फीसदी के संतोषजनक दायरे से अधिक रही है. हालांकि यह सितंबर महीने में 5 महीने के उच्चतम स्तर 7.41 प्रतिशत से कम है.
यूक्रेन युद्ध ने बढ़ाई परेशानी
सर्वे के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पूरी दुनिया में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर चली गई थी. भारत में विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? खुदरा महंगाई में अकेले खाद्य कीमतों का हिस्सा 40 फीसदी रही है. सर्वे में महंगाई दर में लगातार दूसरी बार गिरावट की भविष्यवाणी की गई है.
इतनी रह सकती है मुद्रास्फीति
आईएनजी के एशिया के प्रमुख रॉबर्ट कार्नेल का कहना है कि, हम महंगाई को गिरते हुए देखना जारी रखेंगे. खाद्य कीमतों और सब्जियों के दाम घटे हैं. जेपी मॉर्गन के अर्थशास्त्री का कहना है कि, अक्तूबर, 2022 और मार्च, 2023 के बीच औसत महंगाई दर 6.5 फीसदी रह सकती है.
News Reels
क्या है CPI महंगाई
जिन सामान को परिवार अपने रोजाना इस्तेमाल के लिए खरीदते हैं. उसे कंज्यूमर प्राइस इंडैक्स (CPI) पर आधारित महंगाई सामान और सेवाओं की खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करती है. महंगाई को मापने के लिए, अनुमान लगाया जाता है कि पिछले साल की समान अवधि के दौरान सीपीआई में कितने फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
Published at : 10 Dec 2022 09:11 PM (IST) Tags: inflation retail inflation repo rate consumer price index Vegetables Price CPI Inflation RBI Retail inflation Data हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? abp विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
आर्थिक मोर्चों पर मजबूत हो रहा भारत, निर्यात में दर्ज हुई सकारात्मक वृद्धि
देश की अर्थव्यवस्था पर निर्यात का बड़ा असर होता है। आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे देश की स्थिति का अंदाज उस देश के बढ़ते निर्यात के ग्राफ से लगाया जा सकता है। भारत जैसे विकासशील देश के लिए सेवाओं का निर्यात आर्थिक मोर्चे पर मजबूती देने के लिए अहम कारक माना जाता है। मंत्रालय द्वारा जारी आकड़े यह बताते हैं कि सितंबर 2022 के लिए सेवाओं के निर्यात का अनुमानित मूल्य 25.65 बिलियन अमरीकी डॉलर है, जो सितंबर 2021 के 21.61 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 18.72 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
सितंबर में 4.82 % बढ़ा देश का निर्यात
वाणिज्य मंत्रालय ने जारी आंकड़ों में बताया कि सितंबर में देश का निर्यात 4.82 फीसदी बढ़कर 35.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में देश का आयात सालाना आधार पर 8.66 फीसदी बढ़कर 61.61 अरब डॉलर हो गया है। इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 25.71 अरब डॉलर हो गया, जबकि सितंबर, 2021 में व्यापार घाटा 22.47 अरब डॉलर रहा था। मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में देश का निर्यात 16.96 फीसदी की वृद्धि के साथ 231.88 अरब डॉलर रहा है।
बढ़ रहा देश का विदेशी मुद्रा भंडार
देश का विदेशी मुद्रा भंडार सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी। आरबीआई के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में यह बढ़ोतरी सुरक्षित स्वर्ण भंडार का मूल्य बढ़ने से हुई है। सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया। दरअसल, इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर आ विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? गया था। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
Retail Inflation: महंगाई दर में आ सकती है कमी, नौ महीने के निचले स्तर पर रहने के आसार, जानिए कितनी रहेगी दर
देश में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) के आंकड़े अगले सप्ताह जारी होने वाले हैं. एक सर्वे के मुताबिक, खुदरा महंगाई नवंबर माह में 6.40 फीसदी पर आने के आसार हैं.
By: ABP Live | Updated at : 10 Dec 2022 09:11 PM (IST)
खुदरा महंगाई दर में राहत के आसार ( Image Source : Getty )
Retail Inflation In November 2022 : देश में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) के मोर्चे पर जल्द अच्छी ख़बर आ सकती है. केंद्र सरकार की ओर से खुदरा महंगाई के आंकड़े अगले सप्ताह जारी होने के आसार हैं. खुदरा महंगाई नवंबर महीने में 6.40 फीसदी पर आ सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह पिछले 9 महीने का निचला स्तर विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? होगा. इससे पहले फरवरी में यह 7.9 फीसदी थी.
क्या है सर्वे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्थशास्त्रियों ने सर्वे में दावा किया है कि मुख्य रूप से खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में नरमी के कारण महंगाई दर में कमी आएगी. अक्तूबर माह में यह 6.77 फीसदी थी. खुदरा कीमतों पर आधारित (सीपीआई) महंगाई इस साल अब तक आरबीआई के 6 फीसदी के संतोषजनक दायरे से अधिक रही है. हालांकि यह सितंबर महीने में 5 महीने के उच्चतम स्तर 7.41 प्रतिशत से कम है.
यूक्रेन युद्ध ने बढ़ाई परेशानी
सर्वे के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पूरी दुनिया में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर चली गई थी. भारत में खुदरा महंगाई में अकेले खाद्य कीमतों का हिस्सा 40 फीसदी रही है. सर्वे में महंगाई दर में लगातार दूसरी बार गिरावट की भविष्यवाणी की गई है.
इतनी रह सकती है मुद्रास्फीति
आईएनजी के एशिया के प्रमुख रॉबर्ट कार्नेल का कहना है कि, हम महंगाई को गिरते हुए देखना जारी रखेंगे. खाद्य कीमतों और सब्जियों के दाम घटे हैं. जेपी मॉर्गन के अर्थशास्त्री का कहना है कि, अक्तूबर, 2022 और मार्च, 2023 के बीच औसत महंगाई दर 6.5 फीसदी रह सकती है.
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क्या है CPI महंगाई
जिन सामान को परिवार अपने रोजाना इस्तेमाल के लिए खरीदते हैं. उसे कंज्यूमर प्राइस इंडैक्स (CPI) पर आधारित महंगाई सामान और सेवाओं की खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करती है. महंगाई को मापने के लिए, अनुमान लगाया जाता है विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? कि पिछले साल की समान अवधि के दौरान सीपीआई में कितने फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
Published at : 10 Dec 2022 09:11 PM (IST) Tags: inflation retail inflation repo rate consumer price index Vegetables Price CPI Inflation RBI Retail inflation Data हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Dollar vs Rupee: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे टूटकर 82.64 पर पहुंचा
Dollar vs Rupee Rate Today: विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के बीच भारतीय रुपया (Indian Rupee) बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया.
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विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली है.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 पर खुला, फिर और गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की गिरावट को दर्शाता है. वहीं, शुरुआती सौदों में रुपया विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? 82.60-82.65 के सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था.
आपको बता दें कि मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे टूटकर 82.60 पर बंद हुआ था.
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.09 पर आ गया.
वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 80.41 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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