कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना

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हम Console से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज(MCX) कैसे इनेबल कर सकते है ?

यदि आप मल्टी कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कमोडिटी में ट्रेड करना चाहते हैं, तो आप अपना Zerodha अकाउंट खोलने के बाद Console से कमोडिटी सेगमेंट को एक्टिवेट कर सकते हैं।

नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो कीजिये

  1. Console लॉगिन कीजिये
  2. कमोडिटी सेगमेंट के अंदर, Activate segment बटन में क्लिक कीजिये (या फिर आप Account > Segments पर क्लिक कीजिये).
  3. Commodity account बटन पर क्लिक कीजिये, फिर Continue में क्लिक कीजिये
  4. ड्ऱॉप-डाउन से कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना income range सेलेक्ट कीजिये, Trading experience और Commodity trade classification बॉक्स भरिये
  5. इनकम प्रूफ अटैच कीजिये और यदि फाइल पासवर्ड प्रोटेक्टेड है, तो फिर “File password tab” में पासवर्ड डालिये.

नीचे दिए हुए डाक्यूमेंट्स को आप इनकम प्रूफ के लिए दे सकते है, आप इनमे से कोई एक डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकते है :

  1. पिछले 6 महीनो का बैंक स्टेटमेंट जिसमे आपका एवरेज बैलेंस ₹10000 से ज्यादा हो
  2. कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना
  3. पिछले एक महीने की सैलरी स्लिप जिसमे आपकी पूरी सैलरी ₹15,000 से ज्यादा हो
  4. ITR का अक्नोलॉएजमेन्ट जिसमे आपकी पूरी इनकम ₹1,20,000 से ज्यादा हो
  5. Form 16 जिसमे पूरी इनकम ₹1,20,000 से ज्यादा हो
  6. नेट वर्थ सर्टिफिकेट जिसमे ₹10,00,000 का एसेट हो
  7. डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट जिसमे ₹10000 से ज्यादा के शेयर हो

अच्छे से समझने के लिए इस आप GIF को देख सकते है :

  1. आप Digio और NSDL के बाद e-sign पेज पर आ जायेंगे, फिर आपको Proceed to e-sign > Sign now पर क्लिक करना होगा।
  2. NSDL पेज पर, अपना आधार नंबर डालिये, फिर आपके आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में OTP आएगा जो आपको वैलिडेट करना होगा।
  3. OTP वेरिफिकेशन के बाद आपका कमोडिटी अकाउंट 48 घंटे में खुल जायेगा।

आपका कमोडिटी अकाउंट खुलने के बाद Zerodha आपके लेजर से ₹100 डेबिट करेंगे ।

यदि आपको Kite एप्लीकेशन से कमोडिटी सेगमेंट इनेबल करते समय "Failed to esign" एरर आ रहा है, तो फिर आप console.zerodha.com , Google chrome ब्राउज़र में लॉगिन कीजिये और फिर से कोशिश कीजिये।

अगर आप के पास Zerodha का पहले से अकाउंट है लेकिन आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर नहीं है, तो फिर आपको ' Commodity trading ' फॉर्म का प्रिंट लेकर, भर कर, सिग्नेचर करके , इनकम प्रूफ के साथ हमारे हेड ऑफिस में नीचे दिए गए पते पर भेजना होगा :

Zerodha हेड ऑफिस

[# 153/154 4th क्रॉस डॉलर कॉलोनी,

ऑप: क्लेरेंस पब्लिक स्कूल,

जे पी कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना नगर 4th फेज, बैंगलोर - 560078]

आपको ऑफलाइन अकाउंट खोलने के कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना लिए ₹200 का चार्ज लगेगा और एप्लीकेशन फॉर्म्स मिलने के 48 घंटे के अंदर आपके अकाउंट में कमोडिटी सेगमेंट इनेबल हो जायेगा

यदि पुरे डाक्यूमेंट्स सही है तो कमोडिटी सेगमेंट इनेबल होने में 48 घंटे का समय लगेगा।

यदि आपने कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना कमोडिटी सेगमेंट इनेबल करने के लिए पहले पैसे दिए थे पर इनेबल नहीं किया था, तब आपको अभी इनेबल करने के लिए कोई चार्ज नहीं लगेगा।

Still need help?

ध्यान दें: हिंदी सपोर्ट पोर्टल आपकी सुविधा के लिए है, लेकिन टिकेट बनाते समय कृपया अंग्रेजी का प्रयोग करें।

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If you have the same query, check and update the existing ticket here. In case of a new query, click कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना on Continue.

कैसे करें कमोडिटी डेरिवेटिव में कारोबार?

हम आपको कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट के अलग-अलग पहलुओं के बारे में बाते रहे हैं.

निवेश

कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट में कारोबार करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है. हालांकि, इसके लिए कई पहलूओं को समझना जरूरी है.

प्रश्न: कौन-कौन से एक्सचेंज पर सीडीएस कमोडिटीज एक्सचेंजों को समझना सेवा उपलब्ध है?
उत्तर:एमसीएक्स सबसे बड़ा और सूचीबद्ध मेटल और ऊर्जा एक्सचेंज हैं. एग्री कमोडिटी में खरीद-फरोख्त एनसीडीईएक्स पर किया जा सकता है. आईसीईएक्स पर डायमंड और स्टील डेरिवेटिव्स का सौदा होता है.

इसके अलावा, सेबी के नए नियमों के बाद बीएसई और एनएसई भी सीडीएस सेवाएं दे रहे हैं. कुछ शर्तें पूरी करने के बाद एमसीएक्स भी इक्विटी सेवा प्रदान करने वाला है,

प्रश्न: क्या डिलीवरी अनिवार्य है?
उत्तर: खाद्य तेल, मसालों जैसे एग्री फ्यूचर्स में डिलीवरी अनिवार्य हैं. मगर आप अपने सौदों का निपटारा (स्क्वेयर ऑफ) डिलीवरी से पहले भी कर सकते हैं. गैर-एग्री सौदों, जैसे सोना और चांदी, में ज्यादातर सौदे गैर-डिलीवरी आधारित होते हैं. अब इनमें भी डिलीवरी अनिवार्य बनाने की तैयारी हो रही है.

प्रश्न: कौन करता है यह ट्रेंडिंग?
उत्तर: इसमें मुख्यत: रिटेल और होलसेल कारोबारी, कुछ बड़े हेज करने वाले और सट्टेबाज शामिल होते हैं. सेबी ने इस सेवा को संस्थागत कारोबार के लिए भी खोल तिया है, जिसमें म्यूचुअल फंड्स कस्टोडियन सीडीएस सेवा दे सकते हैं. इससे बाजार की गहराई बढ़ेगी.

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इसके अलावा कुछ नियम और शर्तों के साथ विदेशी कंपनियों और तीसरी श्रेणी के वैकल्पिक निवेश फंड्स को भी कारोबार की अनुमति दी जा चुकी है.

प्रश्न: क्या इसका कारोबार इक्विटी एफएंडओ जैसा ही होता है?
उत्तर: हां. मार्क-टू-मार्केट को दैनिक आधार पर ही सेटल किया जाता है. मगर इसके मार्जिन शेयर जितने ऊंचे नहीं होते. शेयर कच्चे तेल और सोने से अधिक अस्थिर माने जाते हैं.

प्रश्न: किस मार्जिन पर कारोबार होता है?
उत्तर: अमूमन यह स्तर 5-10 फीसदी होता है. मगर जब एग्री कमोडिटी में अस्थिरता बढ़ती हैं, एक्सचेंज अतिरिक्त विशेष मार्जिन लागू कर देते हैं. ये मार्जिन 30 से 50 फीसदी तक हो सकते हैं.

प्रश्न: कमोडिटी एफएंडओ बाजार का नियामक कौन है?
उत्तर: मेटल और एनर्जी बाजार एमसीएक्स और एग्री बाजार एमसीडीईएक्स का नियामक सेबी है.

प्रश्न: क्या इस बाजार में पर्याप्त लिक्विडिटी होती है और इक्विटी निवेशकों को इस कमोडिटी पर दांव खेलना चाहिए?
उत्तर: गैर-एग्री कमोडिटी जैसे सोना, चांदी, क्रूड, कॉपर आदि में लिक्विडिटी अधिक होती हैं. सोयाबीन, सरसों, जीरा जैसी कमोडिटी भी पर्याप्त निवेशकों का ध्यान खींचती हैं. ज्यादा रिटेल निवेशकों मेटल और एनर्जी पर दांव खेलते हैं.

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