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करंट अकाउंट क्या है | Current Account की पूरी जानकारी 2022
क्या आप जानते हैं, करंट अकाउंट क्या है ? अक्सर लोग जब किसी बैंक में खाता खोलने के लिए जाते हैं, तो उन्हें सही तरह से इस बारें जानकारी नहीं होती है। Saving account और CURRENT ACCOUNT में बहुत अन्तर है। सेविंग अकाउंट यानी बचत खाता, किसी भी आदमी के पर्सनल लेन-देन के लिए खुलवाया जाता है। वहीँ करंट अकाउंट यानी चालू खाता, किसी बिजनेस के लिए खुलवाया जाता है। दोनों खाता के लिए अलग – अलग नियम बनाए गए हैं । यहां इस पोस्ट में Current Account की पूरी जानकारी मिलेगी। तो आइये पोस्ट को पूरा पढ़ें :
वैसा खाता जिसमें बड़ी मात्रा में पैसा निकाला और जमा किया जाता है या खातों में जमा करने तथा निकासी की कोई सीमा नहीं होती है, उसे करंट अकाउंट कहते हैं। यह खाता उद्योगपतियों, फर्म, कंपनी आदि के लिए होता है। यह एक प्रकार का डिपोजिट अकाउंट होता है, इस अकाउंट के अंदर बहुत ज्यादा ट्रांसक्शन्स होती है और बैंक द्वारा यह अकाउंट उन कस्टमर के ओपन किया जाता है जो कस्टमर बैंक के साथ बहुत ज्यादा ट्रांजैक्शन करते है।
करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान (Benifit of Current Account in hindi)
- करंट अकाउंट में आप unlimited transection कर सकते है,
- करंट अकाउंट से आप को जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।
- करंट अकाउंट में आप को मिनिमम बैलेंस रखना होगा नहीं तो आपको इसके लिए चार्ज किया जायेगा।
- आप खाते में कितनी भी राशि रख सकते हैं । इसके लिए आपको टैक्स नहीं देना होता है।
- इस खाते से आसानी से बैंक लोन लिया जा सकता है।
- करंट अकाउंट ओवर ड्राफ़्ट, इंटरनेट बैंकिंग एंड मोबाइल बैंकिंग जैसे कई फैसिलिटीज भी प्रोवाइड करता है।
- करंट अकाउंट के अंदर कोई भी बिजनेसमैन Cheques, Demand Drafts से डायरेक्ट Payments कर सकते है।
यदि Current Account के प्रकार की बात करें तो सुविधाओं के आधार पर ये कई प्रकार के होते हैं
- Standard Current Accounts : इस अकाउंट के अंदर मंथली एवरेज बैलेंस होना चाहिए और इस अकाउंट के अंदर cheque books, debit cards, overdraft facility, etc फैसिलिटीज प्रोवाइड की जाती है और इस अकाउंट के अंदर बहुत से फीचर है जैसे; internet banking, SMS banking, Free RTGS and NEFT transactions, etc. यह एक नॉन इंटरेस्ट के साथ डिपाजिट अकाउंट है। तो यदि कोई बिजनेस के लिए एक Current Account ओपन करना चाहते है तो उसके लिए सही है।
- Packaged current accounts : एकाउंट्स के अंदर भी अकाउंट होल्डर को बहुत सी फैसिलिटीज प्रोवाइड की जाती है जैसे; travel insurance, medical support, roadside assistance, etc.और भी बहुत से फीचर मिलते है। इस Current Account के अंदर और कस्टमर की जरुरत के हिसाब से बहुत सी फैसिलिटीज प्रोवाइड करता है।
- Single column cash book : Simple कैश एकाउंट्स और सिंगल कॉलम कॅश बुक भी एक Current Account है यह अकाउंट डेली ट्रांसक्शन्स को Allow करता है। लेकिन इस अकाउंट के अंदर ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी नहीं मिलती है। यह अकाउंट एक बिज़नेस के लिए बहुत ही बेस्ट अकाउंट है। क्योंकि यह किसी बिजनेस के के लिए केश बुक का काम करता है।
- Premium current accounts : यह अकाउंट होल्डर्स भी को एक्सक्लूसिव ऑफर्स एंड बेनिफिट्स प्रोवाइड करता है।
- 5. Foreign currency accounts: यह उस व्यक्ति के लिए है, जिसको अपने बिज़नेस के लिए ट्रांसक्शन दूसरे देशों में करनी पड़ती है। foreign currency में ट्रांजेक्शन करने के लिए यह बेस्ट अकाउंट है। क्योंकि, बहुत से बिज़नस है जिनके लिए फॉरेन कंट्री के अंदर ट्रांजैक्शन करनी पड़ती है, तो उन बिजनेस के लिए यह एक बिल्कुल परफेक्ट अकाउंट है ।
करंट अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents required for opening a Current Account)
चालू खाता खोलने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज की आवश्यकता होगी:-
- पैन कार्ड (PAN Card)
- साझेदारी कार्य (साझेदारी फर्म के मामले में) Partnership deed (for partnership Firm)
- निवेश का प्रमाणपत्र, एसोसिएशन के ज्ञापन और एसोसिएशन ऑफ आर्टिकल्स (कंपनियों के मामले में) Certificate of incorporation ( for companies)
- बैंक खाता खोलने के लिए एक चेक (Cheque for account opening)
- फर्म / कंपनी / एचयूएफ का पता प्रमाण (Firm/Company/Huf address prooF)
- सभी भागीदारों / निदेशकों का आईडी और पता प्रमाण (Address Proof & ID proof)
करंट अकाउंट खोलने के लिए कैसे अप्लाई करे
यदि कोई भी व्यक्ति अपने बिज़नेस के लिए कोई Current Account ओपन करना चाहता है, तो उस व्यक्ति को ऊपर दिए गए डॉक्यूमेंट की एक कॉपी और ओरिजिनल डॉक्यूमेंट के साथ बैंक जाकर करंट अकाउंट ओपन करवा सकता है। लेकिन जब तक आपके डॉक्यूमेंट अप्रूव नहीं होंगे तब तक आपका अकाउंट ओपन नहीं किया जायेगा।
Note : चालू खाता उपयोगकर्ताओं को अपने खातों में न्यूनतम त्रैमासिक औसत शेष राशि बनाए रखने की भी आवश्यकता होती है। अधिकांश बैंकों में करंट अकाउंट क्या होता है न्यूनतम त्रैमासिक औसत बैलेंस मानदंड 5,000 / 10,000 रुपये है।
जानिए क्या होता है करेंट अकाउंट?
करेंट अकाउंट बिजनेस चलाने वाले लोगों के लिए एक बैंक खाता होता है. यह रोजमर्रा के बिजनेस ट्रांजेक्शन करने की सहूलियत देता है.
2. करेंट अकाउंट में पड़े पैसे को किसी भी समय बैंक की शाखा या एटीएम से निकाला जा सकता है. इसमें किसी तरह की कोई बंदिश नहीं होती है. खाताधारक कितनी भी बार चाहें पैसे को निकाल जमा कर सकते हैं. यानी चालू खाते में आप अपनी मर्जी से दिन में जितने चाहें उतने लेनदेन कर सकते हैं.
3. इस खाते का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन या चेक ट्रांजेक्शन के लिए होता है.
4. बिजनेस की जरूरत के अनुसार करेंट अकाउंट में जमा पैसा अक्सर फ्लक्चुएट (ऊपर-नीचे) हुआ करता है. लिहाजा, बैंक इस पैसे का इस्तेमाल नहीं करते हैं. कह सकते हैं कि बैंकों से मिलने वाली यह खास तरह की सुविधा होती है.
करंट अकाउंट खुलवाने के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
करंट अकाउंट (चालू खाता) खुलवाने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों की आवश्यकता होती है-
- पेन कार्ड
- पासपोर्ट साइज की फोटो
- व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट – GST registration /shop Establishment registration ( for proprietorship), partnership Deed (For Partnership), Incorporation certificate (For Company )
- व्यवसाय का एड्रेस प्रूफ (Address proof of the proprietorship /firm / Company / HUF)
- पार्टनर्स और डाइरेक्टर्स का आईडी और एड्रेस प्रूफ (पार्टनरशिप या कंपनी के करंट अकाउंट के लिए )
- बैंक खाता खोलने के लिए एक चेक
ये सभी दस्तावेजों की आवश्यकता करंट अकाउंट खोलने के लिए एक बैंक को होती है तथा इन दस्तावेजों के द्वारा आप अपना करंट अकाउंट खुलवा सकते है और बैंक द्वारा दी जाने वाली सेवाएं जैसे मोबाइल बैंकिंग, डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते है।
करंट अकाउंट खुलवाने की आवश्यकता क्या होती है?
दोस्तों जैसा की हमने आपको बताया करंट अकाउंट से एक दिन में कितनी बार भी आप पेसो का लेन-देन कर सकते है, यदि आप एक व्यवसायी है तो आपको रोजाना अत्यधिक मात्रा में पेसो का लेन देन करना होता होगा तथा करंट अकाउंट के द्वारा आप पेसो का लेन देन आसानी से हर समय कर सकते है और बैंको द्वारा दी जाने वाली सुविधा का लाभ उठा सकते है।
किसी भी साधारण व्यक्ति को अपना करंट अकाउंट नहीं खुलवाना चाहिए इससे उसे कोई लाभ नहीं होगा। क्यूंकि करंट अकाउंट क्या होता है इसमें कोई ब्याज नहीं मिलता है।
करंट अकाउंट के फायदे क्या है?
बैंक ओवरड्राफ्ट – करंट अकाउंट से खाता धारक को अपने अकाउंट में जमा राशि से अधिक राशि निकालने की सुविधा मिलती है।
कोई सीमा नहीं – करंट अकाउंट से सबसे बड़ा लाभ यह होता है की व्यक्ति एक दिन में इससे कितना भी लेन देन कर सकता है।
लेनदेन पर कोई अतिरिक्त शुल्क नही – करंट अकाउंट में अधिक बार लेन देन करने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है।
बैंकिंग सेवाएं – सेविंग अकाउंट की तरह इसमें भी आपको बैंक द्वारा नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम कार्ड वैगरह की फ्री सर्विस दी जाती है।
अन्य सुविधा – करंट अकाउंट के माध्यम से खाताधारक अपने लेनदारों को चेक, पे आर्डर, डिमांड ड्राफ्ट प्रत्यक्ष रूप से भुगतान करने के लिए जारी कर सकता है।
हांलाकि चालू खाते की तरलता के कारण इस पर किसी भी प्रकार का ब्याज अर्जित नहीं किया जा सकता है लेकिन अकाउंट बैलेंस पर बेहद कम ब्याज की उपलब्धता इस प्रकार के खाताधारकों को इनके उपयोग के लिए और भी आकर्षक बनाता है।
जानिए कौन सा होगा बेहतर?
ब्याज दरें: बचत खातों में खाते में जमा राशि पर अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं। कई डिजिटल बचत खाते भी हैं, जो बैंकों द्वारा सुरक्षा के आश्वासन के साथ उच्च ब्याज दरों पर पेश किए जाते हैं। चालू खातों में जमा धन पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।
न्यूनतम शेष और अतिरिक्त शुल्क: बचत और चालू खातों दोनों पर रखरखाव और निकासी से जुड़े शुल्क होंगे। वे बैंक के आधार पर अधिक या कम हो सकते हैं। हालांकि यह आवश्यक है कि आप न्यूनतम शेष राशि को जानते हैं, जिसे बनाए रखने की आवश्यकता है, और यदि आप इसे बनाए रखने में विफल रहते हैं तो जुर्माना लगाया जाता है।
जबकि बचत खातों में न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं कम होती हैं, चालू खातों में अधिक न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं होती हैं। चालू खातों के साथ आपको ओवरड्राफ्ट शुल्कों को भी ध्यान में रखना पड़ सकता है।
Banking Knowledge: सेविंग और करंट बैंक अकाउंट में क्या होता है अंतर? यहां समझिए आसान शब्दों में
हम में से अधिकतर लोगों का बैंक खाता है। बैंक में अकाउंट ओपन करते समय, जब हम आवेदन फॉर्म को भरते हैं। उस दौरान हमसे यह पूछा जाता है कि आप अपना सेविंग अकाउंट खुलवाना चाहते हैं या करंट अकाउंट। हम में से ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट ही खुलवाते हैं। इसके अलावा एटीएम से जब पैसों को निकालते हैं उस दौरान भी स्क्रीन पर सेविंग, करंट और क्रेडिट बैंक अकाउंट टाइप शो होता है। ऐसे में कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं और सवाल करते हैं कि आखिर सेविंग और करंट बैंक अकाउंट में क्या अंतर होता है? अगर आपको भी इन दोनों बैंक अकाउंट टाइप के बीच का अंतर नहीं पता, तो कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको बहुत ही आसान भाषा में इस बारे में बताएंगे कि सेविंग और करंट बैंक अकाउंट क्या होते हैं, और इन दोनों के बीच क्या अंतर है? आइए जानते हैं -
सेविंग अकाउंट
सेविंग अकाउंट को करंट अकाउंट क्या होता है बचत खाता भी कहा जाता है। बचत खाता आम आदमी के लिए काफी लाभदायक होता है। इसमें वह अपने सेविंग के पैसों को थोड़ा-थोड़ा करके जमा कर सकता है। बचत खाते में जमा पैसों पर बैंक द्वारा ब्याज दर मिलती है।
करंट अकाउंट
करंट अकाउंट को चालू खाते के नाम से भी जाना जाता है। ये अकाउंट व्यापारियों के लिए होता है। इस अकाउंट में हमेशा लेन देन चलती रहती है। इसी वजह से इसको चालू खाता कहा जाता है।
सेविंग और करंट अकाउंट के बीच का अंतर
सेविंग अकाउंट को आम आदमी के लिए बनाया गया है। वहीं करंट अकाउंट व्यापारियों के लिए होता है। बचत खाते में आपको बैंक से ब्याज दर मिलती है। वहीं चालू खाते में किसी भी प्रकार की ब्याज दर नहीं मिलती है।
सेविंग अकाउंट में आप निश्चित मात्रा में ही ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। इसमें आपको ट्रांजेक्शन लिमिट मिलती है। वहीं चालू खाते में किसी भी प्रकार की ट्रांजैक्शन लिमिट नहीं होती है। आप जितनी चाहे उतनी ट्रांजैक्शन इसमें कर सकते हैं।
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