डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं

IPO का पूरा नाम है इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग ( Initial Public Offering ) कहते हैं। इसका मतलब यह है की जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को ऑफर करती है तो इसी को आईपीओ कहते हैं। इस प्रक्रिया में कंपनी आम व्यक्तिओं को ऑफर करती हैं और आईपीओ प्राइमरी मार्किट के डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं अंतर्गत होती हैं।

आईपीओ के जरिये कंपनी पैसे (फंड) इकठा करती है और वह उस फंड को कंपनी के लिए खर्च करती हैं। पर आईपीओ खरीदने वाले व्यक्ति को उन पेसो के बदले उसको कंपनी की हिस्सेदारी मिल जाती हैं। जब आप किसी भी कंपनी के शेयर या आईपीओ खररदते हो तो आप उस हिस्से के मालिक हो जाते हो। कंपनी एक से ज्यादा बार आईपीओ जारी कर सकती हैं। आईपीओ ज्यादातर छोटी ,नै कंपनियों द्वारा किये जाते हैं जो अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए capital चाहती हैं। यह प्राइवेट कम्पनियो द्वारा भी जारी किये जा सकते है जो की पब्लिक्ली बिज़नेस करना चाहती हो।

वैसे तो बड़ी आईपीओ की हामीदारी निवेश बैंको के किसी संघठन द्वारा की आती हैं ,जिसकी जांच एक या अधिक निवेश बैंक कर रहे होते हैं। शेयर के बिकने पर हमीदारियों को कमीशन मिलता है जो बेचे गए शेयर के मूल्य पर आधारित डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं होती है। प्रमुख हामीदार मतलब वह हामीदार जिन्होंने आईपीओ के सबसे बड़े हिस्से बेचे हो वो ही सबसे ज्यादा कमीशन पाते हैं।

IPO के कितने प्रकार होते हैं :-

आईपीओ दो प्रकार के होते हैं

  1. फिक्स्ड प्राइस आईपीओ ( Fixed Price IPO )
  2. बुक बिल्डिंग आईपीओ ( Book Building IPO )
  1. फिक्स्ड प्राइस आईपीओ ( Fixed Price IPO ) – फिक्स्ड प्राइस आईपीओ को इशू प्राइस के रूप में सन्दर्भित किया जा सकता है। जो कुछ कम्पनिया अपने शेयर की शुरूआती बिक्री के लिए निर्धारित करती है। खरीदारों को शेयर के प्राइस के बारे में पता चलता है। जिन्हे कंपनी सार्वजानिक करने का फैसला करती हैं। इशू बंद होने के बाद बाजार में शेयर की मांग का पता लगाया जा सकता हैं। यदि खरीदार इस आईपीओ में हिस्सा लेते है ,तो उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा की वे आवेदन करते समय शेयर की पूरी कीमत का भुगतान करें।
  2. बुक बिल्डिंग आईपीओ (Book Building IPO)– इसमें कंपनी इन्वेस्टमेंट बैंक के साथ मिलकर आईपीओ का एक प्राइस बैंड का निर्णय करती है जब आईपीओ की प्राइस बैंड डीडे हो जाता है उसके बाद उससे जारी कर दिया जाता है। इसके बाद डीडे किये गए प्राइस बैंड में से इन्वेस्टर अपनी बिड सब्सक्राइब करते हैं बुक बिल्डिंग आईपीओ के प्राइस में 2 तरह के होते हैं :-
  1. प्राइस बंद में अगर आईपीओ का प्राइस काम है तो उसे फ्लोर प्राइस (Floor Price) कहते हैं
  2. अगर आईपीओ का प्राइस ज्यादा हो तो उसे कैप प्राइस (Cap Price) कहते हैं

IPO कैसे काम करता हैं ?

आईपीओ से पहले, एक कंपनी को निजी माना जाता हैं। एक निजी कंपनी के रूप डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं में व्यवसाय किसी की तुलना में काम संख्या में शेयर धारक के साथ विकसित हुआ है जिनमे शुरूआती निवेशक जैसे संस्थापक परिवार और दोस्तों के साथ साथ पेशेवर निवेशक जैसे की उद्यम पूंजीपति या पारी निवेशक शामिल है। जब कोई कंपनी अपनी विकास प्रक्रिया में एक चरण में पहुँचती है है ,जहा यह विश्वास करती है की यह एसईसी नियमों की कठोरता के साथ-साथ सार्वजानिक शेयरहोल्डर को लाभ और जिम्मेदारियों के लिए पर्याप्त परिपक्व है तो यह सार्वजानिक होने में अपनी रूचि का विज्ञापन करना शुरू कर देगा।

वैसे तो विकास का यह चरण तब होगा जब एक कंपनी लगभग 1 बिलियन डॉलर के निजी मूल्याङ्कन तक पहुँच गयी है जिसे यूनिकॉर्न का दर्जा भी कहा जाता है। हालाँकि, मजबूत मूल सिद्धांतो और लाभप्रदता क्षमता के साथ विभिन्न मूल्यांकन वाली निजी कम्पनिया भी बाजार की प्रतिस्पर्धा आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता के आधार पर आईपीओ के लिए अर्हता प्राप्त कर सकती हैं।

आईपीओ एक कंपनी के लिए बड़ा कदम हैं। यह कंपनी को बहुत सारा पैसा इकट्ठा करने की सुविधा प्रदशान करती हैं। इससे कंपनी का विकास भी होता हैं। बढ़ी हुई पारदर्शिता लिस्टिंग की विश्वसनीयता उधार लेने वाले फंडो के साथ-साथ बेहतर शर्तों को प्राप्त करने भी मदद करती हैं।

आईपीओ में इन्वेस्ट कैसे करें :-

अगर आप आईपीओ में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको एक डीमैट अकाउंट खोलना होगा, ये एक्सेंट आप एचडीएफसी सिक्योरिटीज आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है। इसके बाद आपको जिस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते है उसमे आवेदन करें। इन्वेस्ट करने के लिए आपके डीमैट अकाउंट में पैसे होने चाहिए। निवेश की रकम तब तक आपके अकाउंट से नहीं कटती जब तक आपके शेयर आल्लोट नहीं हो जाते।

जब कोई कंपनी आईपीओ निकालती है उससे पहले इसका एक समय किया जाता हैं जो 3-5 दिन का होता है। उसी समय में उस कंपनी का आईपीओ खुला रहता हैं। जैसे शेयर मार्किट से हम एक ,दो या अपने मन से शेयर खरीदते है है यहाँ ऐसा नहीं होता यहाँ पर आपको कंपनी द्वारा अलॉट किये गए शेयर खरीदने होते हैं। ये शेयर की कीमत के हिसाब से 10 ,20,50,100 ,150,200 या ज्यादा भी हो सकती हैं वह पर आपको 1 शेयर की कीमत भी बताई जायेगी।

इन एप से करें IPO में इन्वेस्ट

Groww App Groww App Download
Upstox AppUpstox App Download
Zerodha Trading AppZerodha Download
Angel One By Angel BrokingAngel Broking App Download

IPO Full Form FAQ’s

IPO की फुल फॉर्म इनिशियल पब्लिक ऑफर है

केंद्र सर्कार ने डिसइनवेस्टमेंट के बड़े डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं टार्गेट्स रखे हैं। एलआईसी का आईपीओ लॉन्च करना इसी का एक हिस्सा है इसके जरिये सर्कार एलआईसी की 3.5%हिस्सेदारी बेच रही है। इससे 21000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।

इसके लिए आपके पास डीमैट एक्सेंट होना आवश्यक है। सेबी के नियमो के मुताबिक़ किसी भी कंपनी के इक्विटी शेयर केवल डीमैट रूप में जारी होते है। इसलिए कोई भी चाहे या पालिसी होल्डर हो या रिटेल निवेशक उसके पास डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।

आईपीओ के दो प्रकार होते हैं
1.फिक्स्ड प्राइस आईपीओ
2.बुक बिल्डिंग आईपीओ

Demat Account Meaning In Hindi ( डीमैट खाता क्या होता है ? )

एक डीमैट खाता ("Dematerialized Account" के लिए संक्षिप्त ) वित्तीय प्रतिभूतियों (Financial Securities जैसे इक्विटी या ऋण ) को डिजिटल रूप में रखने और शेयर बाजार में व्यापार करने के लिए एक आवश्यक खाता है ।

👉 जिस तरह से हमें अपना पैसा बैंक में रखने के लिए बैंक खाते की आवश्यकता होती है । उसी तरह हमें Share Market में शेयर (stock or equity, Debt), बांड (Bonds), म्यूचुअल फंड (Mutual Funds ), कमोडिटी (Commodity) आदि से संबंधित व्यवहार (BUY, SELL & HOLD ) के लिए एक खाते की आवश्यकता होती है ; जिसे डीमैट खाता कहते हैं ।

👍 संक्षेप में डीमैट खाता शेयर बाजार में प्रवेश करने का प्रारंभिक बिंदु है । जो हमारे शेयर बाजार से संबंधित लेनदेन को रखता है और मदद करता है ।

💥 य़े बहोत बार देखा गया है के लोग, जब भि शेअर मार्केट मे सुरुवात करते है, तब लोग अपनी जानकारी के लिए गूगल पर या अन्य जगह पर, Demat Account Meaning In Hindi , Demat Khata Kya Hai?, Demat And Trading Account Meaning In Hindi?, डीमैट खाता क्या होता है ? , Free Trading Account Meaning In Hindi, Meaning Of Demat Account In Hindi? इस तरह से जानकारी पाने कि कोशिस करते है।

ऐसे मे हमे सबसे पहले डीमैट अकाउंट के बारे में जानकारी लेते समय डीमैट अकाउंट का मतलब , सभी डीमैट अकाउंट और उनमे से बेस्ट डीमैट अकाउंट कौनसा है। इन सभि बातो को जानना बेहद ही जरुरी हो जाता है।

👉 What Is The Meaning Of Demat Account In Hindi?

Demat Account या Demat erialized Account एक ऐसा खाता है जिसमे आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर , को रखा जाता है। इस लिए डीमैट खाता एक स्टोरेज की तरह है , जिसमे कोई शेयर खरीदने पर जमा होता है , और बेचने पर शेयर निकल जाता है।

👉 Demat Account History क्या है?

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ( Securities and Exchange Board of India: SEBI ) ने 1996 में देश में डीमैट खाते कि सुरुवात की। तब से , भारतीय बाजारों में Demat Account के आने से Securities को खरीदना , बेचना और व्यापार करना आसान हो गया है।

🎯 डीमैट खाता के प्राथमिक ३ प्रकार ( डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं ? )

डीमैट खाता के प्रमुख ३ प्रकारो मे से पहला प्रकार भारत मे रह्ने वालो के लिय है और दुसरे दो प्रकार के डिमैट अक्कौट अनिवासी भारतीयो के लिए है। य़ह ३ प्रमुख प्रकार इस तरह से है.


🎯 नियमित डीमैट खाता (Regular Demat Account): भारत में रहने वाले निवेशकों के लिए एक नियमित और प्रमुख डीमैट खाता है।


🎯 प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता ( Repatriable Demat Account): इस प्रकार का डीमैट खाता अनिवासी भारतीयों जो विदेशो मे रह्ते है (एनआरआई) उनके लिए है। एक विदेशी देश से भारत में Liquid Financial Assets को स्थानांतरित कर सकते हैं|


🎯 गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Non-Repatriable Demat Account): इस प्रकार का डीमैट खाता फिर से अनिवासी भारतीयों के लिए है। एक विदेशी देश से भारत में Liquid Financial Assets को स्थानांतरित नहि कर सकते हैं।

3-In-1 Demat Account क्या होता है ?

🔑 बैंक से बचत खाता (Savings account ),
🔑 एनएसडीएल और सीडीएसएल से डीमैट खाता (Demat account )और अंत में
🔑 विभिन्न वित्तीय साधनों को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग खाता (Trading account )। सभी खाते एक ब्रोकर (डीपी) द्वारा संयुक्त रूप से खोले जाते हैं।

बेस्ट डीमैट अकाउंट in India?

वैसे तो सभी डीमैट ब्रोकर एक ही तरह का काम करते हैं। सभी का काम करने का मूलभूत तरीका एक जैसा ही होत हैं। फिर भी कुछ बाते ऐसी होति है, जिनके ऊपर से हम सर्वश्रेष्ठ डीमैट या ट्रेडिंग अकॉउंट का चयन कर सकते हैं।

आसान और मुफ़्त होना चाहिए।
डीमैट/ ट्रेडिंग सुरक्षित होनी चाहिये।
शेयर की खरेदी/बिक्री तुरंत होनी चाहिए।
ट्रेडिंग/ ब्रोकर चार्ज कम से कम होना चाहिए।
डिलीवरी फ्री होनी चाहिये।
अकॉउंट रखरखाव के charges कम से कम होने चाहिये।
डिमैट कंपनी सेवा में ततपर होनी चाहिए।
अगर इन सभी बातों को देखे तो, यह ३ डीमैट अक्कौन्ट BEST है।

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है? और निवेश कैसे करें

Investment

क्या आप जानते है कि Investment (निवेश) कैसे करते है? यदि आपको निवेश के बारे में कुछ नही पता है तो आज में आपको निवेश के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं। तो चलिए जानते है कि निवेश क्या होता है?, और निवेश के कितने प्रकार है?

Investment (निवेश) क्या होता है?

Table of Contents

निवेश एक एसी स्कीम है, इससे हम अपने काम को करते हुए कमाई के अलावा बचत की हुई धन को कहीं अच्छी जगह निवेश करके अतिरिक्त धन कमा सकते है। निवेश करना काफी आसान है। आप निवेश कम से कम 100rs में कर सकते है।

सबसे पहले आपको निवेश करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलवाना पड़ता है। डीमैट अकाउंट आप बैंक में खुलवा सकते है या निवेश करने वाले ऐप में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है।

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है?

निवेश को दो आधार पे बटा गया है अवधि और जोखिम। इन दोनो को निम्न भागों में बटा गया है।

अवधि के आधार पे निवेश के प्रकार:-

अल्पकालीन निवेश

अल्पकालीन निवेश में कम समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश आपको कम रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – FD कम दिनों के लिए, शेयर मार्केट, सोना और चांदी, सीजनल निवेश।

मध्यमकालीन निवेश

मध्यमकालीन निवेश को 1 से 5 वर्षा समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश अच्छा रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD).

दीर्घकालीन निवेश

दीर्घकालीन निवेश में 5 वर्षो से अधिक समय के लिए कर सकते है। ये निवेश हाई रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), PPF में निवेश

जोखिम के आधार पे निवेश के प्रकार:-

सुरक्षित निवेश

किये गए निवेश पर पूंजी के साथ – साथ रिटर्न मिलने का पूरा भरोसा। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – रियल स्टेट में निवेश, सोने में निवेश, फिक्स्ड डिपॉजिट, PPF में निवेश, राष्ट्रीय बचत पत्र।

असुरक्षित निवेश

किए गए निवेश पर रिटर्न और ROI मिलने की कोई डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं गारंटी नहीं होती है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट।

Investment (निवेश) कैसे करें?

निवेश करने के दो तरीके है ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑफलाइन निवेश के लिए आपको पहले बैंक में जाकर डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इस अकाउंट को खोलवाने के बाद अपको जिस कंपनी में निवेश करना चाहते है कर सकते है। निवेश के प्रोसेस को आगे बढ़ने के कागजी कारवाही होती है। ऑफलाइन निवेश करने के लिए आपको काग़ज़ पे निर्भर होना पड़ता है। यदि आपका एक भी काग़ज़ खो जाता है तो आपको निवेश का रिटर्न लेने में तकलीफ हो सकती है।

ऑनलाइन निवेश के लिए आपको सबसे पहले आपको गूगल प्लेस्टर से एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा । उस ऐप में आपको ऑनलाइन ही अपना खुद से डीमैट अकाउंट खोलना होगा। अपको डीमैट अकाउंट के लिए सारे दस्तावेज ऑनलाइन ही सबमिट करना होगा। उसके बाद आप निवेश कर सकते है। ऑनलाइन निवेश के लिए आपको अपने रिस्क पे निवेश करना होता है। इसलिए कंपनी का पहले फंड और रिटर्न देख के निवेश करे ताकि आपको कोई डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं नुकसान न हो।

उम्मीद है अपको मेरे द्वारा दी निवेश के बारे में दी गई जानकारी से काफी मादत मिली होगी।

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है? और निवेश कैसे करें

Investment

क्या आप जानते है कि Investment (निवेश) कैसे करते है? यदि आपको निवेश के बारे में कुछ नही पता है तो आज में आपको निवेश के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं। तो चलिए जानते है कि निवेश क्या होता है?, और निवेश के कितने प्रकार है?

Investment (निवेश) क्या होता है?

Table of Contents

निवेश एक एसी स्कीम है, इससे हम अपने काम को करते हुए कमाई के अलावा बचत की हुई धन को कहीं अच्छी जगह निवेश करके अतिरिक्त धन कमा सकते है। निवेश करना काफी आसान है। आप निवेश कम से कम 100rs में कर सकते है।

सबसे पहले आपको निवेश करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलवाना पड़ता है। डीमैट अकाउंट आप बैंक में खुलवा सकते है या निवेश करने वाले ऐप में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है।

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है?

निवेश को दो आधार पे बटा गया है अवधि और जोखिम। इन दोनो को निम्न भागों में बटा गया है।

अवधि के आधार पे निवेश के प्रकार:-

अल्पकालीन निवेश

अल्पकालीन निवेश में कम समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश आपको कम रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – FD कम दिनों के लिए, शेयर मार्केट, सोना और चांदी, सीजनल निवेश।

मध्यमकालीन निवेश

मध्यमकालीन निवेश को 1 से 5 वर्षा समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश अच्छा रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD).

दीर्घकालीन निवेश

दीर्घकालीन निवेश में 5 वर्षो से अधिक समय के लिए कर सकते है। ये निवेश हाई रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), PPF में निवेश

जोखिम के आधार पे निवेश के प्रकार:-

सुरक्षित निवेश

किये गए निवेश पर पूंजी के साथ – साथ रिटर्न मिलने का पूरा भरोसा। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – रियल स्टेट में निवेश, सोने में निवेश, फिक्स्ड डिपॉजिट, PPF में निवेश, राष्ट्रीय बचत पत्र।

असुरक्षित निवेश

किए गए निवेश पर रिटर्न और ROI मिलने की कोई गारंटी नहीं होती है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट।

Investment (निवेश) कैसे करें?

निवेश करने के दो तरीके है ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑफलाइन निवेश के लिए आपको पहले बैंक में जाकर डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इस अकाउंट को खोलवाने के बाद अपको जिस कंपनी में निवेश करना चाहते है कर सकते है। निवेश के प्रोसेस को आगे बढ़ने के कागजी कारवाही होती है। ऑफलाइन निवेश करने के लिए आपको काग़ज़ पे निर्भर होना पड़ता है। यदि आपका एक भी काग़ज़ खो जाता है तो आपको निवेश का रिटर्न लेने में तकलीफ हो सकती है।

ऑनलाइन निवेश के लिए आपको सबसे पहले आपको गूगल प्लेस्टर से एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा । उस ऐप में आपको ऑनलाइन ही अपना खुद से डीमैट अकाउंट खोलना होगा। अपको डीमैट अकाउंट के लिए सारे दस्तावेज ऑनलाइन ही सबमिट करना होगा। उसके बाद आप निवेश कर सकते है। ऑनलाइन निवेश के लिए आपको अपने रिस्क पे निवेश करना होता है। इसलिए कंपनी का पहले फंड और रिटर्न देख के निवेश करे ताकि आपको कोई नुकसान न हो।

उम्मीद है अपको मेरे द्वारा दी निवेश के बारे में दी गई जानकारी से काफी मादत मिली होगी।

डीमेट अकाउंट क्या है और Demat Account कैसे खुलवाएं हिंदी में

Demat Account In Hindi: अगर आप भी निवेशक बनना चाहते हैं और शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरुरत पड़ती है Demat Account की. क्योंकि बिना Demat Account के आप शेयर की लेन – देन और शेयर को Hold नहीं कर सकते हैं.

क्या आप जानते हैं Demat Account क्या है, डीमैट अकाउंट कैसे खुलवाएं, डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है, डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है, डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या हैं तो आप एक दम सही लेख पर आये हैं.

आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको डीमैट अकाउंट के बारे में पूरी जानकरी देने वाले हैं जो कि आपको डीमैट अकाउंट खुलवाने से पहले पता होनी चाहिए. अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करने के बारे में विचार कर डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं रहें हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें.

तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं Demat Account क्या होता है विस्तार से –

रेटिंग: 4.43
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 798