Updated on: November 05, 2022 20:24 IST
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले जानें फायदे और नुकसान
शेयर बाजार के बारे में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. यह आंकलन से परे है. शेयर बाजार को समझना उन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, जो स्टॉक खरीदना और बेचना चाहते हैं. इसी तरह, यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आप अधिक पैसा कमा सकते हैं. शर्त यही है कि आपको जोखिम लेने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. सही समय पर शेयरों में निवेश और बिक्री से स्टॉक मार्केट से लाभ कमाया जा सकता है.
हैदराबाद : शेयर बाजार अप्रत्याशित है. इसमें हम बार-बार शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव देख सकते हैं. शेयरों में निवेश करने के लिए हमें स्टॉक मार्केट को समझना चाहिए और उतार-चढ़ाव का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. निवेशक के तौर पर हमारे लिए शेयर बाजार से जुड़ी बारीकियों को जानना जरूरी है. जब शेयर बाजार में पैसा लगाने के बारे में तब सोचते हैं, जब सूचकांक में तेजी आती है. हमें इसी तरह रेग्रेशन से डील करना पड़ती है, तब जाकर हम इन्वेस्टमेंट से मुनाफा कमाते हैं.
जब आप निवेश करने का फैसला करते हैं, तो यह गांठ बांध लें कि शेयर मार्केट में प्रति वर्ष 10-20 प्रतिशत करेक्शन की संभावना होती है. अगर आपका माइंड मेकअप है तो फिर कोई परेशानी नहीं होगी. अपने निवेश के कीमत पर नजर बनाए रखें. सुनिश्चित करें कि निवेश में असमानता 80 प्रतिशत से अधिक न हो. अगर ऐसा होता है तो बची हुई राशि को डेट फंड में डायवर्सिफाई करें. हमेशा निवेश के मूल्य को इस स्टैंडर्ड एस्टिमेट के साथ जोड़ें. यह आपको अस्थायी उतार-चढ़ाव का कोर्डनेट करने की अनुमति देता है. यह हिसाब-किताब नुकसान को सहन करने की आपकी क्षमता पर आधारित होना चाहिए.
पिछले दो वर्षों के दौरान शेयर बाजार में काफी तेजी आई है. इस बैकग्राउंड में आपके इक्विटी निवेश का मूल्य आपके पोर्टफोलियो में 5-10 प्रतिशत अधिक रहने की संभावना है. बाजारों में अभी अनिश्चितता का माहौल है. इसे ध्यान में रखते हुए, अपने निवेश को समायोजित करने का यह एक अच्छा समय है. आपको उन कंपनियों में निवेश करना चाहिए जो अच्छा परफॉर्म कर रही हैं . इस तरह इक्विटी इन्वेस्टमेंट को अपने मानक तक लाने का प्रयास करना चाहिए.
जैसी उम्मीद की जा रही है, आने वाले वर्ष में इक्विटी बाजारों के परफॉर्मेंस में सुधार होगा, इस हिसाब से इक्विटी निवेश पॉजिटिव हैं. य़ानी इस समय आपको निवेश करते रहने की जरूरत है. अगर शेयर बाजार का प्रदर्शन अच्छा नहीं है और अगर खबर आती है कि बाजार में गिरावट होगी तो घबराएं नहीं. यदि बाजार सूचकांक में 10 प्रतिशत की गिरावट आती है, तो निवेश को लोन से इक्विटी में लाना चाहिए. चूंकि शेयर मार्केट में वृद्धि होने पर इक्विटी रेश्यो अधिक होता है, इसलिए निवेश को 80 प्रतिशत तक सीमित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.
फंड्स इंडिया के रिसर्च हेड अरुण कुमार का कहना है कि शॉर्ट टर्म में इक्विटी मार्केट की परफॉर्मेंस का आंकलन करना कठिन है, इसलिए हर निवेश को अपने लक्ष्य से जोड़ा जाना चाहिए. एक बार सही प्लानिंग करने के बाद ही निवेश करना चाहिए. अरुण कुमार की सलाह है कि बाजार में निवेश करते समय डर, लालच और चिंता जैसी भावनाओं को नियंत्रित करना चाहिए और लगातार निर्णय लेना चाहिए.
7 ऐसी वजहें जो बताती हैं कि क्यों शेयर मार्केट में पैसा लगाना है फायदे का सौदा
लोगों का मानना है कि स्टॉक्स किसी अन्य एसेट के मुकाबले लंबी अवधि में अधिक रिटर्न देते हैं. लंबे समय में शेयरों से पैसा . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 12, 2022, 08:10 IST
हाइलाइट्स
शेयर मार्केट में लंबी अवधि के लिए निवेश करके अच्छी कमाई कर सकते हैं.
सेंसेक्स ने पिछले 33 साल में 15 फीसदी का एवरेज एनुअल रिटर्न दिया है.
स्टॉक मार्केट में निवेश महंगाई से मुकाबले में भी आपकी मदद करता है.
नई दिल्ली. शेयर मार्केट कमाई के बेहतरीन तरीकों में से एक है. अगर आप रिस्क लेने की हिम्मत और बाजार की समझ रखते हैं तो आप यहां उम्मीद से भी अधिक पैसा बना सकते हैं. लोगों का मानना है कि स्टॉक्स किसी अन्य एसेट के मुकाबले लंबी अवधि में अधिक रिटर्न देते हैं. अगर कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए तो ये बात काफी हद तक सही भी साबित होती है. इसलिए कम समय में ज्यादा रिटर्न के लिए जानकार शेयर मार्केट में Stock Market में निवेश करने के फायदे पैसे लगाने की सलाह देते हैं.
छोटी अवधि में बाजार से पैसा कमाने के लिए जबरदस्त समझ और स्किल की जरूरत होती है. वहीं, अगर लंबे समय में शेयरों से पैसा कमाना चाहते हैं तो बाजार की बेसिक समझ भी आपके लिए यह काम कर सकती है. आपको बस किसी मजबूत शेयर में पैसा लगाना है और बहुत अधिक संभावना है कि 5 या 10 साल में आप अपने निवेश में जबरदस्त उछाल देखेंगे. आज हम इस लेख में इस बारे में बात करेंगे कि आखिर क्यों शेयर बाजार में निवेश करना फायदे का सौदा है. हम आपको शेयर बाजार में निवेश करने की 7 वजहें बताएंगे.
महंगाई
महंगाई बढ़ने का मतलब है कि वस्तुओं और सेवाओं के दाम बढ़ रहे हैं. इससे कंपनियों की आय और प्रॉफिट भी बढ़ता है जिससे कंपनियों के शेयरों की खरीदारी बढ़ती है और स्टॉक्स की कीमत भी ऊपर की ओर भागती है.
जनसंख्या का बढ़ना Stock Market में निवेश करने के फायदे
जैसे-जैसे देश में जनसंख्या बढ़ती है कंपनियों के प्रोडक्ट्स के लिए बाजार भी बढ़ता जाता है. ऐसी कंपनियां जो एक बड़ी आबादी के लिए उत्पाद तैयार करती हैं उनकी वैल्युएशन जनसंख्या के साथ बढ़ती रहती है.
प्रौद्योगिकी
आबादी बढ़ने के साथ इनोवेशन करने वाले लोगों की तादाद बढ़ती है. बेहतर टेक्नोलॉजी डेवलप की जाती है. ऐसे में उन कंपनियों को फायदा पहुंचता है जो या तो टेक्नोलॉजी के सेक्टर से जुड़ी होती हैं या फिर किसी से उनका टेक्नोलॉजी ड्रिवन होता है.
बेस्ट सलेक्ट करने का विकल्प
स्टॉक मार्केट में मुख्य इंडेक्स में सर्वश्रेष्ठ कंपनियों को शामिल किया जाता है. अगर कोई कंपनी लगातार खराब प्रदर्शन करती है तो उसे हटाकर बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनी इंडेक्स में अपनी जगह बना लेती है. इस तरह निवेशक के पास बेस्ट सलेक्शन का विकल्प होता है.
लंबी अवधि में रिस्क का फायदा
अगर आप बाजार में रिस्क लेते हैं तो संभव है कि छोटी अवधि में आपको घाटा हो जाए. लेकिन लंबी अवधि में अधिकतर शानदार रिटर्न देखने को मिलता है. रिस्क के बदले मिलने वाले प्रीमियम को रिस्क प्रीमियम कहा जाता है.
आरबीआई पॉलिसी का असर
जब अर्थव्यवस्था में सुस्ती आती है तो लोग पैसा खर्च करना बंद कर देते हैं. आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने के लिए आरबीआई ब्याज दरें घटाकर बैंक में रखे पैसे पर रिटर्न कम कर देता है. इसके बाद लोग ये पैसा निकालकर अधिक जोखिम के साथ बेहतर फायदे के लिए शेयर मार्केट का रुख करते हैं.
15 फीसदी का इंटरेस्ट हमेशा मिलता है
बाजार में केवल गिरावट या सिर्फ तेजी नहीं बनी रहती है. ये दोनों बदलाव होते रहते हैं. लंबी अवधि में तेजी हमेशा गिरावट को मात देती है. अगर सेंसेक्स का 33 सालों को डाटा देखा जाए तो इसने हर साल 15 फीसदी का कंपाउंड एवरेज रिटर्न दिया है.
(Disclaimer: यहां लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है. यदि आप बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
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शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
Share Market Guide: शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा, किस कंपनी का शेयर खरीदे?
महंगाई (Inflation) बढ़ रही है और रुपये (Rupee) का मूल्य घट रहा है. यानी सिर्फ पैसा बचाने से काम नहीं चलेगा, पैसा बढ़ाना भी पड़ेगा. ऐसे में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन शेयर मार्केट (Stock Market) में पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्या जानना जरूरी है? शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है?
कब कर सकते हैं? किस शेयर में पैसा लगाएं? ये सारी बातें यहां हम आपको बता रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
1. शेयर क्या है?
किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.
अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.
2. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
3. डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
4. किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के Stock Market में निवेश करने के फायदे सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता Stock Market में निवेश करने के फायदे है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
5. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट क्या है?
जब आप कोई शेयर सीधे कंपनी से खरीदते हैं जैसे की आईपीओ के जरिए.. यह प्राइमरी मार्केट है. यानी कंपनियां जो शेयर्स बाजार में इश्यू करती है. लेकिन जब सीधे कंपनी से खरीदे हुए शेयर्स को आप अन्य खरीदारों में बेचने जाते हैं तो वो सेकेंड्री मार्केट है. यानी इश्यू किए हुए शेयर्स की जब खरीद बिक्री होती है.
6. ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
7. शेयर बाजार नहीं समझते हैं तो कैसे निवेश करें?
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.
Share Market: किसी ने कमाए करोड़ों- इसपर न जाएं, अपनी अक्ल लगाएं
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शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
Share Market Guide: शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा, किस कंपनी का शेयर खरीदे?
महंगाई (Inflation) बढ़ रही है और रुपये (Rupee) का मूल्य घट रहा है. यानी सिर्फ पैसा बचाने से काम नहीं चलेगा, पैसा बढ़ाना भी पड़ेगा. ऐसे में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन शेयर मार्केट (Stock Market) में पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्या जानना जरूरी है? शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है?
कब कर सकते हैं? किस शेयर में पैसा लगाएं? ये सारी बातें यहां हम आपको बता रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
1. शेयर क्या है?
किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से Stock Market में निवेश करने के फायदे कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.
अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.
2. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
3. डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
4. किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
5. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट क्या है?
जब आप कोई शेयर सीधे कंपनी से खरीदते हैं जैसे की आईपीओ के जरिए.. यह प्राइमरी मार्केट है. यानी कंपनियां जो शेयर्स बाजार में इश्यू करती है. लेकिन जब सीधे कंपनी से खरीदे हुए शेयर्स को आप अन्य खरीदारों में बेचने जाते हैं तो वो सेकेंड्री मार्केट है. यानी इश्यू किए हुए शेयर्स की जब खरीद बिक्री होती है.
6. ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर Stock Market में निवेश करने के फायदे बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
7. शेयर बाजार नहीं समझते हैं तो कैसे निवेश करें?
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.
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Indian Stock Market में निवेश करने से पहले beginners इन 5 टिप्स को जान लें, कभी भी उनके खरीदे शेयर डूबेंगे नहीं
Indian Stock Market: अगर आप beginners हैं और भारतीय शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो आपका पैसा ना डूबे इसके लिए आप हमारे द्वारा बताए जा रहे पांच टिप्स को फॉलो करें।
Written By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 05, 2022 20:24 IST
Photo:INDIA TV शेयर बाजार में निवेश करने से पहले beginners ये जान लें
Indian Stock Market: भारतीय युवा आज के समय में शेयर बाजार में निवेश करने को लेकर काफी उत्साहित नजर आते हैं। नौकरी (Job) लगते के बाद ही कई बार ये युवा थोड़ी बहुत बची हुई सेविंग (Saving) को शेयर में निवेश कर देते हैं। कुछ के तो पूरे पैसे भी डूब जाते हैं। ऐसे में अगर आप भी नए हैं और निवेश करने को लेकर सोच रहे हैं तो पैसा इन्वेस्ट करने से पहले हमारे द्वारा बताए जा रहे इन पांच बातो को जान लें।
1. एक Stock Market में निवेश करने के फायदे ही एसेट क्लास में जरूरत से ज्यादा निवेश न करे
वॉरेन बफेट हमेशा कहते हैं कि सभी अंडों को एक ही टोकरी में नहीं रखना चाहिए। इसलिए हमेशा अपना फाइनेंशियल पोर्टफोलियो अलग-अलग जगहों पर निवेश करके तैयार करें। इसे डाएवर्सिफिकेशन कहा जाता है। यह तब होता है जब अपने पैसों को एक से ज्यादा जगहों पर निवेश किया जाता है। जैसे कि अपने पोर्टफोलियो में इक्विटीज और डेट फंड का सही संतुलन होना चाहिए। कई भारतीयों के Stock Market में निवेश करने के फायदे पास इक्विटीज को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं होती है। ध्यान रखें कि FD, रियल एस्टेट और गोल्ड में एक जैसे ही हैं और लंबे समय के निवेश के बाद ये तीनो मंहगाई को मात देने वाले रिटर्न्स देते हैं।
2. अपने निवेश के फैसले को अमल में लाएं
कुछ लोग निवेश को लेकर बहुत जल्दबाजी कर देते हैं। निवेश के लिए हमेशा सही समय का इंतजार करना चाहिए। और सही जानकारी मिलने पर अपनी सेविंग को निवेश के लिए इस्तेमाल कर लेना चाहिए। यह आपके सेविंग अकाउंट में रखे गए पैसे से अधिक रिटर्न दे सकते हैं। इस दौरान जब तक आपके पास कुछ पैसे निवेश के लिए नहीं हो जाते हैं तब तक आप एक बार खुद से कुछ शेयर को खरीदें(ये शेयर आपने खरीदा है ऐसा सिर्फ नोट कर लें) और फिर दो-तीन दिन बात एक बार देखें कि आपने जिस शेयर पर पैसा लगाने का सोचा था उस पर कितना का प्रॉफिट हुआ है? इससे आपको शेयर बाजार समझने में मदद मिलेगी।
3. हर वक्त कुछ नया ढूंढ़ने का प्रयास
आप एक नए निवेशक हैं तो आपको एक बार भारतीय शेयर बाजार के ग्राफ को समझने की कोशिश करनी चाहिए। आप देखेंगे कि भारतीय शेयर बाजार ने 10 से 20 वर्षों में 14 फीसदी से लेकर 16 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी की है। किस तरह के शेयर उछाल पर रहे और किसकी जमानत जब्त हो गई। वो दौर कैसा था किसकी सरकार थी सरकार की कैसी योजनाएं लागू रही। कितने रिफॉर्म आए। ये सारी बातें आपको निवेश की दृष्टि से मजबूत बनाने का काम करेंगे। ताकि आप एक सही इक्विटी का चुनाव कर सकें।
4. पिरियोडिक रिव्यू
अपनी संपत्ति का विश्लेषण कर लेना चाहिए। कुछ लोग नहीं करते नतीजन पैसे गवां बैठते है। संपूर्ण रूप से देख लें कि कितने एसेट्स है और क्या कदम उठाने चाहिए अपने निवेश को और मजबूत बनाने के लिए। साल में एक बार विश्लेषण जरूर करें। ऐसा करने से आप पता लगा सकते हैं कि कौन से एसेट अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और कौन नेगेटिव रिटर्न दे रहे हैं।
5. जल्दी अमीर बनने के लिए न करें गलत निवेश
जल्दी अमीर बनने के चक्कर में अक्सर लोग पर्याप्त समय नहीं देते और जल्दबाजी में ट्रेडिंग कर नुकसान के शिकार हो जाते हैं। लोग मंहगे स्टॉक्स खरीद लेते हैं और जब गिरावट आती है तो पैसे खोने के डर से बेच देते हैं। ऐसा करने से पैसा बनाने के बजाए खो देते हैं। इस मामले में जो पहली बार निवेश कर रहा है वो अधिक प्रभावित हो जाते हैं। इसलिए निवेश के समय धैर्य बनाए रखना चाहिए।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 801