बताया जा रहा है कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में विधेयक लाकर कुछ निजी cryptocurrency को बैन करने क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय की तैयारी है…. जैसा कि आप जानते हैं अभी तक जो बातें हो रही हैं उसके मुताबिक इस नए प्रस्तावित बिल में ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का प्रावधान होगा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इसको जारी करेगा. यहां पर यह समझना होगा कि cryptocurrency और डिजीटल करेंसी के बीच क्या फर्क है। जहाँ एक तरफ सभी क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल करंसी कहा जा सकता है, वहीं दूसरी तरफ हर डिजिटल करंसी को हम cryptocurrency नहीं कह सकते।
cryptocurrency को एक कंप्यूटर एल्गोरिदम से मैनेज किया जाता है, जबकि डिजिटल करंसी को सरकार की मान्यता मिली होती है। डिजिटल करेंसी एक फिजिकल करंसी यानी हमारी जेब में मौजूद नोट या सिक्के की तरह ही काम करती है… पर वह नोट या सिक्का नहीं है। कई बार लोग भीम UPI से हो रहे पेमेंट को ही डिजिटल करंसी समझ लेते हैं। तो आपको बता दें कि दरअसल ये सारे मात्र पेमेंट प्लेटफॉर्म्स हैं और भारत में फ़िलहाल कोई डिजिटल करंसी नहीं है। तो अभी जिस डिजिटल करेंसी की चर्चा है उसे रिज़र्व बैंक ही जारी करेगा और उसे लीगल टेंडर माना जायेगा, यानी आप इस डिजिटल करंसी के बदले फिजिकल करेंसी या कोई भी सामान या सुविधाएं ले पाएंगे। हां क्रिप्टोकोर्रेंसी में ऐसा संभव नहीं है, आप इसके बदले कोई सामान या सर्विस फिलहाल नहीं ले सकते हैं। हालाँकि दुनिया की कुछ कंपनियों ने क्रिप्टोकोर्रेंसी में पेमेंट लेना शुरू तो किया है पर इनमें भारी उतार-चढ़ाव की वजह से इस करंसी की स्थिरता पर विश्वास करना काफी मुश्किल हो जाता है।
तो अभी तक जो संकेत आ रहे हैं उससे cryptocurrency इंवेस्टर्स को राहत मिलेगी ऐसा साफ दिख रहा है…इसलिए अगर आप इंवेस्टर हैं तो आपको अभी चिंता नहीं करनी चाहिए..हालांकि ये भी सही है कि अभी तक सरकार ने इस कानून को लेकर पूरी बातें साफ नहीं की है… उम्मीद करते हैं कि जो बातें अब तक सामने आ रही हैं उसी के मुताबिक आगे भी बातें होंगी.
CoinSwitch Kuber ने अस्थायी रूप से बंद की रुपी डिपॉजिट सर्विस, क्या अब भारतीय करेंसी से नहीं खरीद सकेंगे क्रिप्टोकरेंसी?
नए क्रिप्टो नियमों के कारण वजीरएक्स (WazirX), जेबपे (ZebPay) और जिओटस (Giottus) जैसे क्रिप्टो एक्सचेंजेस पर 10 अप्रैल को ट्रेडिंग वॉल्यूम घटकर छह महीने के निचले स्तर पर आ गया था
CoinSwitch Kuber : भारत में अब क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की खरीद-फरोख्त खासी मुश्किल होती दिख रही है। क्रिप्टो एग्रीगेटर कॉइनस्विच कुबेर ने मंगलवार की सुबह अपने एप्लीकेशन पर रुपये से जुड़ी अपनी सभी डिपॉजिट सेवाओं को अस्थायी रूप से निष्क्रिय कर दिया है। इससे कंपनी के मोबाइल एप्लीकेशन पर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के साथ-साथ एनईएफटी/ आरटीजीएस/ आईएमपीएस के जरिये बैंक ट्रांसफर रूट से रुपये में होने वाले डिपॉजिट बंद हो गए हैं।
इस घटनाक्रम के बारे में कॉइनस्विच कुबेर की तरफ से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी है।
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर देना होगा अब टैक्स, सरकार कर रही है आयकर कानून में बदलाव पर विचार
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: November 19, 2021 18:01 IST
Photo:PIXABAY
Modi Govt to change tax laws in Budget to tax cryptocurrency gains
Highlights
- सरकार क्रिप्टोकरेंसी को कर दायरे में लाने के लिए आयकर कानूनों में बदलाव पर विचार कर रही है
- आयकर के संदर्भ में कुछ लोग पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर पूंजीगत लाभ कर का भुगतान कर रहे हैं
- गवर्नर शक्तिकांत दास चिंता चुके हैं कि आभासी मुद्राओं से देश की आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता को लेकर कई गहरी चिंताएं जुड़ी हुई
नई दिल्ली। जल्द ही आपको क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है। केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी को टैक्स के दायरे में लाने के लिए आयकर कानूनों में बदलाव करने पर विचार कर रही है। इनमें से कुछ बदलाव अगले साल के बजट का हिस्सा हो सकते हैं।
शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है सरकार
क्रिप्टोकरेंसी पर रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने फिर जताई चिंता
क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्व डिप्टी गवर्नर ने जताई चिंताएं, भाजपा ने प्रतिबंध की मांग की
राजस्व सचिव तरुण बजाज ने कहा कि आयकर के संदर्भ में कुछ लोग पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर पूंजीगत लाभ कर का भुगतान कर रहे हैं और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के संबंध में भी कानून बहुत स्पष्ट है कि दर अन्य सेवाओं की तरह लागू होगी। बजाज ने बताया कि हम निर्णय लेंगे। मैं समझता हूं कि पहले से ही लोग इस पर कर चुका रहे हैं। अब जब यह वास्तव में बहुत बढ़ गया है, तो हम देखेंगे कि क्या कानून की स्थिति में कुछ बदलाव ला सकते हैं या नहीं। लेकिन यह एक बजट की गतिविधि होगी। हम पहले से ही बजट के करीब हैं, हमें उस समय को देखना होगा।
आरबीआई गवर्नर ने जताई चिंता
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि आभासी मुद्राओं से देश की आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता को लेकर कई गहरी चिंताएं जुड़ी हुई हैं। रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े गहरे मुद्दों पर गहन विमर्श की जरूरत है। दास ने कहा कि आंतरिक विमर्श के बाद आरबीआई की यह राय है कि वृहत आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता पर गंभीर चिंताएं हैं और इनके बारे में गहन चर्चा करने की जरूरत है। दास ने चलन में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी की मात्रा पर संदेह जताते हुए कहा कि निवेशकों को इसके जरिये लुभाने की कोशिश की जा रही है। क्रिप्टो खाते खोलने के लिए ऋण भी दिए जा रहे हैं।
वित्त पर संसद की स्थायी समिति ने क्रिप्टोकरेंसी के तमाम पहलुओं को लेकर हितधारकों के साथ चर्चा की जिसमें कई सदस्यों ने इसपर पूर्ण प्रतिबंध के बजाय इसके नियमन की जरूरत बताई। ऐसी चर्चा है कि सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक ला सकती है।
Cryptocurrency: देर आए और दुरुस्त भी न आए- सरकार और RBI की राय अलग
Cryptocurrency Ban In India: भारत में लगातार बढ़ रही बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की पॉपुलैरिटी के बीच हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा में क्रिप्टो पर एक अहम बैठक बुलाई गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बैठक में क्रिप्टो के फायदे-नुकसान और रेगुलेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई. दिक्कत की बात ये है कि भारत में इस लेवल पर बातचीत तब हो रही है, जब यहां दस करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो ओनर हो चुके हैं और अब भी नीति निर्धारकों के बीच एकराय नहीं है.
क्रिप्टो पर पूरी तरीके से बैन चाहता है RBI
RBI हमेशा से क्रिप्टो की आलोचना करता रहा है. सेंट्रल बैंक का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी देश की मैक्रोइकोनॉमिक्स और वित्तीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है. रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो में ट्रेड क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय कर रहे लोगों की संख्या और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी द्वारा दावा किए गए मार्केट वैल्यू पर भी संदेह जताया है.
RBI ये भी मानता है कि क्रिप्टो देश की करेंसी (भारतीय रूपये) के लिए खतरा है. अगर ज्यादातर लोग प्रोविडेंट फण्ड जैसे रूपये आधारित बचत के बजाय क्रिप्टो में निवेश करने लगेंगे तो भारत के करेंसी की डिमांड गिर जाएगी. इससे बैंकों को अपने ग्राहकों को लोन देने में समस्या हो सकती है.
Cryptocurrency Ban में नहीं डूबेगा निवेशकों का पैसा?
Cryptocurrency Ban:क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय आज हम फिर से cryptocurrency ban को लेकर मची अफरा तफरी पर बात करेंगे…आज cryptocurrency के इंवेस्टर्स के लिए एक और राहत भरी खबर निकलकर आई है…बताया जा रहा है कि भारत सरकार नए कानून के जरिए cryptocurrency को नहीं बल्कि इसकी आड़ में होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए कानून में प्रावधान करेगी…यानी इसमें इंवेस्टर्स का ही भला होने वाला है….उन्हें पैसे डूबने की चिंता नहीं करनी चाहिए….
cryptocurrency ban की आशंकाओं के बीच एक नई बात निकलकर आई है कि कुछ कंपनियां या कहें cryptocurrency जारीकर्ता लोगों के पैसे लेकर रफूचक्कर हो चुके हैं…यानी आप इनकी cryptocoine खरीद तो सकते हैं पर बेच नहीं सकते। लोगों ने अच्छी रिटर्न की उम्मीद में करोड़ों रूपए ऐसी cryptocoin पर लगा दिए…पर जब उन्होंने अपनी cryptocoin को बेचना चाहा तो नहीं बेच पाए….कभी सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी दिखने लगी कभी कोई और ईश्यू आ गया और कुल मिलाकर यह हुआ कि इंवेस्टर्स इसमें से एक रूपया भी नहीं निकाल पाए… इस तरह की रिस्क वाली करेंसी में शामिल…एक COIN के बारे में बताया जाता है कि 2014 से 2017 के बीच इस पर दुनियांभर के लोगों ने करीब 15 अरब यूरो का निवेश कर दिया था…, इस COIN को लेकर दावा किया जाता था कि यह जल्द ही दुनियां में बिटकॉइन के वर्चस्व को खत्म कर देगा और लोगों को एक नए अर्थतंत्र की ओर लेकर जाएगा… बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में इस COIN की जारीकर्ता कंपनी की हेड महिला अंडरग्राउंड हो गई थीं. और इस तरह एक बड़े घोटाले का आरोप उन पर लगा है…इस कंपनी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ लंदन की पुलिस ने जांच शुरू की थी लेकिन उसे कोई खास कामयाबी नहीं मिल सकी कारण साफ था इससे जुड़े लोग दुनियांभर फैले थे…तब 2019 में लंदन पुलिस ने एक बयान जारी करके कहा था कि, ‘उस COIN को चलाने वाली कंपनियां और लोग ब्रिटेन के न्यायिक अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं. हम ब्रिटेन में उनकी संपत्तियों की तलाश करने में नाकाम रहे हैं, जिन्हें ज़ब्त कर के ब्रिटेन के निवेशकों की भरपाई की जा सके….’ इसी तरह एक प्ले टू अर्न cryptocurrency के जारीकर्ता भी गायब हो गए हैं….इस cryptocurrency की कीमते कई हजार फीसदी बढ़ गई थीं और अचानक एक दिन उसने सारी बढ़त खो दी….
क्रिप्टो के साथ कमाई (Earnings With Crypto)-
यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे मैं क्रिप्टोक्यूरेंसी के साथ कमाता हूं।
- Yield farm – मैं तरलता प्रदान करके और मूल्य लॉक करके यील्ड बनाने के लिए Vesper और RugZombie जैसे सिक्कों का उपयोग करता हूं।
- कम खरीदें और ऊंचा बेचें/Buy low and Sell High – यह केवल एक क्रिप्टो खरीदने के लिए है, जिसका मूल्यांकन कम है और, जब यह उच्च हो जाता है तो बेच देता है।
- Proof of stake – Double Cost वाले हमलों से सुरक्षित रखने के लिए Proof of stake एक blockchain क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय पर सिक्कों को बंद कर रहा है। बदले में, आपको नेटवर्क सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टो प्राप्त होता है। मेरा पसंदीदा प्रूफ ऑफ स्टेक कॉइन दिवि प्रोजेक्ट (Coin Divi Project) है, क्योंकि इसका उपयोग करना आसान है और एक अद्भुत निष्क्रिय आय प्रदान करता है।
ब्लॉगिंग (blogging) –
ब्लॉगिंग एक अन्य प्रकार का स्वप्रकाशन (self publication) है, जो इस संबंध में क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय और भी अधिक स्वतंत्रता प्रदान करता है कि, आप इसे कैसे अपडेट करते हैं और आप अपने दर्शकों के साथ बात करने के लिए कितना अनौपचारिक या औपचारिक चुनते हैं। एक ब्लॉग में केवल लेखों की सुविधा नहीं होती है, आपके पास एक फोटोब्लॉग या वीडियो ब्लॉग (व्लॉग) हो सकता है, जिसे आप YouTube जैसे प्लेटफॉर्म पर सिंडिकेट कर सकते हैं।
एक ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाइट है जहां सामग्री रिवर्स कालानुक्रमिक क्रम में प्रस्तुत की जाती है (नई सामग्री पहले दिखाई देती है)। ब्लॉग सामग्री को अक्सर प्रविष्टियों या “ब्लॉग पोस्ट” के रूप में संदर्भित किया जाता है। ब्लॉग आम तौर पर एक क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय व्यक्ति या लोगों के एक छोटे समूह द्वारा संवादात्मक शैली में जानकारी प्रस्तुत करने के लिए चलाए जाते हैं।
सोशल मीडिया प्रबंधन (Social Media Management) –
एक ब्रांड के अधिकांश दर्शक सोशल मीडिया पर हैं। लेकिन सोशल मीडिया को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना आसान नहीं है। लोग मनोरंजन और सूचना दोनों के लिए सोशल मीडिया पर हैं। कुछ अध्ययनों के अनुसार औसत व्यक्ति प्रतिदिन 1 घंटा 23 मिनट सोशल मीडिया पर बिताता है। यही कारण है कि विकास केंद्रित (Development focused) ब्रांड सोशल मीडिया पर ग्राहकों को उलझाने में ढिलाई नहीं बरत सकते। इसी वजह से कंपनियां सोशल मीडिया मैनेजर्स को हायर करती हैं।
AFFILIATE MARKETING –
एफिलिएट मार्केटिंग क्या है?
Affiliate Marketing वह प्रक्रिया है, जिसमें एक Affiliate (आधिकारिक तौर पर एक बड़े निकाय से जुड़ा हुआ व्यक्ति या संगठन) किसी अन्य व्यक्ति या संगठन के उत्पादों के लिए मार्केटिंग करके कुछ राशि कमाता है।
सहयोगी उस संगठन के उत्पादों को बढ़ावा देते हैं जिससे वे जुड़े हुए हैं और प्रत्येक बिक्री के लिए लाभ का कुछ हिस्सा प्राप्त करते हैं।
सीधे शब्दों में कहें तो Affiliate Marketing विभिन्न पक्षों के बीच उत्पाद निर्माण और विपणन की जिम्मेदारी सौंपकर काम करता है। मुख्य संगठन जो सहबद्ध विपणन का विकल्प चुनता है वह एक प्रभावी विपणन रणनीति के लिए विभिन्न व्यक्तियों के कौशल और क्षमताओं का लाभ उठाने का प्रबंधन करता है और उनके बीच लाभ के हिस्से को विभाजित करता है।
इस प्रणाली में सब कुछ काम करने के लिए तीन अलग-अलग दल शामिल हैं। वे इस प्रकार हैं:
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