'Share market'

Stock Market Opening Updates: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी एफपीआई (FPIs) ने 1 से 23 दिसंबर 2022 के दौरान करीब 11,557 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

Stock Market Updates: बीते सप्ताह बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 1,492.52 अंक यानी 2.43 प्रतिशत के नुकसान के साथ 59,845.29 पर और निफ्टी (Nifty) 462.2 अंक यानी 2.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,806.8 के स्तर पर बंद हुआ.

Factors That Shape Stock Market Trends: चीन सहित कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच पिछले सप्ताह शेयर बाजार के निवेशकों के रुख में बदलाव देखा गया है. जिसका सीधा असर बाजार के कारोबार पर पड़ा है.

Top Performing IPOs in India 2022: इस साल आईपीओ (IPO 2022) लॉन्च करने वाली 37 कंपनियों में से 33 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट हो चुकी हैं. एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 25 कंपनियां अपने इश्यू प्राइस के ऊपर कारोबार कर रही हैं.

देश के शेयर बाजारों में अंतरराष्ट्रीय दबावों के साथ-साथ कोरोना की आशंका से शेयर बाजार सांसत में आ गया. पिछले तीन दिनों की तरह एक बार फिर आज शेयर बाजार लाल निशान के साथ ही बंद हुए.

देश के शेयर बाजार सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन कोरोना के कहर का असर साफ दिखाई दे रहा है. बाजार में शुरूआत से ही बिकवाली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.

पिछले महीने एलन मस्क ने बताया था कि उनकी ट्विटर 2.0 योजना में इस प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टो के जरिए पेमेंट्स को भी जोड़ा जाएगा

शेयर बाजार में गुरुवार को उतार-चढ़ाव का दौर रहा. सुबह बाजार जहां तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे वहीं दिन में कई बार हरे और लाल निशान के साथ शेयर बाजारों में कारोबार रहा. हालांकि शाम को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 241 अंक नीचे गिरकर 60826 पर बंद हुआ तो निफ्टी 71 अंक गिरकर 18127 पर बंद हुआ.

देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को तेजी का माहौल है. सुबह 9.20 पर सेंसेक्स 222 अंक ऊपर 61,290 कारोबार कर रहा था वहीं निफ्टी भी हरे रंग में कारोबार कर रहा है. निफ्टी में स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार क्या हैं 48 अंक की तेजी देखी जा रही है और यह 18247 पर कारोबार कर रहा है.

वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख और आईटी शेयरों में लिवाली के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में भले ही सेंसेक्स और निफ्टी में कुछ बढ़त दिखी लेकिन शाम होते तक बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. बीएसई का 30 शेयरों में संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 635 अंक नीचे 61067 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 186 अंक नीचे 18199 पर बंद हुआ. बता दें कि आज सुबह शेयर बाजार में सप्ताह के दोनों कारोबारी दिन की गिरावट के बाद आज कुछ लिवाली का रुख दिखाई दिया था.

Corona की आहट से शेयर बाजार में हाहाकार, Sensex ने लगाया 635 अंकों का गोता

Share Market Crash: चीन समेत दूसरे देशों में Covid-19 के बेकाबू होने की खबरें आने के साथ ही शेयर बाजार में भी गिरावट बढ़ती चली गई. दिनभर के कारोबार के अंत में बाजार के दोनों इंडेक्स Sensex और Nifty बुरी तरह टूटकर बंद हुए. इस दौरान बीएसई के Sensex ने 600 अंकों से ज्यादा का गोता लगाया.

कोरोना की आहट से शेयर बाजार बुरी तरह टूटा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 21 दिसंबर 2022, 4:25 PM IST)

दुनियाभर में कोरोना (Corona) के मामलों में एकाएक आए उछाल का असर भारतीय शेयर बाजार (Share Market) पर भी दिखाई दिया. सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन स्टॉक मार्केट हरे निशान पर खुला, लेकिन ये तेजी ज्यादा देर जारी नहीं रह सकी. जैसे-जैसे चीन समेत दूसरे देशों में Covid के बेकाबू होने की खबरें आई, ये गिरावट आती चली गई. कारोबार के अंत में बाजार के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) बुरी तरह टूटकर बंद हुए. इस दौरान बीएसई के सेंसेक्स ने 600 अंकों से ज्यादा का गोता लगाया.

कोरोना के डर से शुरुआती तेजी गायब

Stock Market बुधवार को हरे निशान पर खुला. सेंसेक्स लगभग 290 अंकों की तेजी के साथ 61992 के लेवल पर, जबकि निफ्टी 50 अंकों की तेजी के साथ 18435 के लेवल पर खुला. इसके साथ ही बैंक निफ्टी में 166 अंकों की तेजी के साथ 43525 पर कारोबार की शुरुआत हुई थी.लेकिन दुनिया में कोरोना के मामले बढ़ने का असर निवेशकों के सेंटिमेंट पर पड़ा और शेयर बाजार में गिरावट शुरू हो गई.

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कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 635.05 अंक या 1.03% फिसलकर 61,067.24 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं एनएसई के निफ्टी में भी जोरदार गिरावट आई और यह 179.70 अंक या 0.98% टूटकर 18,205.60 के स्तर पर बंद हुआ.

सेंसेक्स के 24 शेयर लाल निशान पर बंद

बिकवाली के दवाब में बुधवार को बाजार में आई गिरावट के बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्स सेंसेक्‍स के 30 में से 24 शेयर लाल निशान में बंद हुए, जबकि छह में बढ़त देखने को मिली. इनमें सनफार्मा (Sun Pharma), एचसीएल टेक (HCLTech), TECHM, TCS, Infosys, WIPRO शामिल हैं. जबकि टॉप लूजर्स में INDUSINDBK, MARUTI, TATAMOTORS, AXISBANK, BAJFINANCE, SBI हैं.

निवेशकों के 4 लाख करोड़ से ज्यादा स्वाहा

Stock Market में आई भारी गिरावट के चलते इन्वेस्टर्स के करीब चार लाख करोड़ रुपये ज्यादा डूब गए. पिछले कारोबारी सत्र मंगलवार को शेयर बाजार बंद होने तक BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन (MCap) 2,87,39,958.09 करोड़ रुपये था, जो बुधवार के कारोबार के अंत में 2,82,86,161.92 करोड़ रुपये रह गया.

मंगलवार को भी टूटा था Sensex
गौरतलब है कि इस कारोबारी हफ्ते की शुरुआत जोरदार तेजी के साथ हुई थी. पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुलकर बढ़त के साथ बंद हुआ था. सेंसेक्स 468 अंक चढ़कर 61,806 के स्तर पर, जबकि निफ्टी 151 अंक उछलकर 18,420 के स्तर पर बंद हुआ था. लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को दोनों इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए. मंगलवार (20 दिसंबर 2022) को सेंसेक्स 103 अंक फिसला. वहीं बुधवार को कोरोना के असर ने मार्केट क्रैश कर दिया और सेंसेक्स 635 अंक तक फिसल गया.

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब

Share Market Guide: शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा, किस कंपनी का शेयर खरीदे?

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब

महंगाई (Inflation) बढ़ रही है और रुपये (Rupee) का मूल्य घट रहा है. यानी सिर्फ पैसा बचाने से काम नहीं चलेगा, पैसा बढ़ाना भी पड़ेगा. ऐसे में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन शेयर मार्केट (Stock Market) में पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्या जानना जरूरी है? शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है?

कब कर सकते हैं? किस शेयर में पैसा लगाएं? ये सारी बातें यहां हम आपको बता रहे हैं.

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब

1. शेयर क्या है?स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार क्या हैं

किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.

अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार क्या हैं चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.

2. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?

शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.

3. डीमैट अकाउंट क्या है

डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.

4. किस कंपनी का शेयर खरीदें?

जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार क्या हैं होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.

5. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट क्या है?

जब आप कोई शेयर सीधे कंपनी से खरीदते हैं जैसे की आईपीओ के जरिए.. यह प्राइमरी मार्केट है. यानी कंपनियां जो शेयर्स बाजार में इश्यू करती है. लेकिन जब सीधे कंपनी से खरीदे हुए शेयर्स को आप अन्य खरीदारों में बेचने जाते हैं तो वो सेकेंड्री मार्केट है. यानी इश्यू किए हुए शेयर्स की जब खरीद बिक्री होती है.

6. ट्रेडिंग या निवेश?

एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.

7. शेयर बाजार नहीं समझते हैं तो कैसे निवेश करें?

अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.

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शेयर बाजार में जारी रहेगी बिकवाली या लौटेगी खरीदारी? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

BSE पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक बाजार में 188 स्टॉक्स ने 52-वीक हाई बनाया, जबकि 28 शेयरों ने साल के सबसे निचले स्तर पर क्लोजिंग दी. हल्की कमजोरी के बावजूद BSE पर कुल कंपनियों का मार्केट कैप 2.84 लाख करोड़ रुपए का पार पहुंच गया.

शेयर बाजार में लगातार दो दिन की तेजी पर बुधवार को ब्रेक लग गया. बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी हल्की कमजोरी के साथ लाल निशान में बंद हुए. सबसे ज्यादा बिकवाली ऑटो, फार्मा और रिटल्टी सेक्टर के शेयरों में दर्ज की गई. निफ्टी के टॉप लूजर्स में पावरग्रिड, हिंडाल्को सबसे आगे रहे, जिनके शेयरों में 4-4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. BSE आंकड़ों के मुताबिक एक्सचेंज पर 1837 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं.

बाजार में लौटी बिकवाली की वजह?

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक एक दिन की छुट्टी के बाद बाजार की शुरुआत पॉजिटिव रही, क्योंकि अमेरिकी बाजारों में मजबूती देखने को मिली. लेकिन ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली के चलते कारोबार के दूसरे हाफ में फिसल गया.

उन्होंने कहा कि बाजार गिरावट की वजह यूरोपियन और एशियन मार्केट में कमजोरी भी रही. साथ ही निवेशक अमेरिका में मिड टर्म इलेक्शन को लेकर सतर्क नजर आए. हालांकि, अच्छे नतीजों के चलते निफ्टी बैंक और निफ्टी ऑटो इंडेक्स ने नया हाई बनाया.

मिलेजुले ग्लोबल संकेत का घरेलू बाजार पर

BSE पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक बाजार में 188 स्टॉक्स ने 52-वीक हाई बनाया, जबकि 28 शेयरों ने साल के सबसे निचले स्तर पर क्लोजिंग दी. हल्की कमजोरी के बावजूद BSE पर कुल कंपनियों का मार्केट कैप 2.84 लाख करोड़ रुपए का पार पहुंच गया.

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बाजार में कैसी रखें स्ट्रैटेजी?

रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च VP अजीत मिश्रा के मुताबिक ग्लोबल मार्केट से मिलेजुले संकेत मिल रहे हैं. ऐसे में निवेशकों स्टॉक स्पेसिफिक नजरिया रखना चाहिए. जबतक की निफ्टी में मोमेंटम वापस ना आ जाए. बता दें कि सोमवार को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 387 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की. वहीं घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 1060 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की.

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एक्सपर्ट कहते हैं कि इक्विटी में लगा पैसा किसी दूसरे एसेट में लगे पैसे की तुलना में तेजी से बढ़ता है. लेकिन आमतौर पर वे . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 10, 2022, 16:16 IST

हाइलाइट्स

व्यक्ति को निवेशक बनना चाहिए न कि केवल बचतकर्ता (Saver).
निवेशक के तौर पर आपके एसेट की कीमत भी महंगाई के साथ-साथ बढ़ती है.
बढ़ती जनसंख्या के दौर में बेहतर काम करने वाली कंपनियां मूल्यवान हो जाती है.

नई दिल्ली. निवेश करने वाले अधिकतर लोग मानते हैं कि लगातार बढ़ती महंगाई दर को मात देने के लिए निवेश का सबसे अच्छा साधन इक्विटी (शेयर मार्केट) है. एक्सपर्ट कहते हैं कि इक्विटी में लगा पैसा किसी दूसरे एसेट में लगे पैसे की तुलना में तेजी से बढ़ता है. एक्सपर्ट्स इक्विटी के पुराने रिटर्न को देखते हुए ऐसा कहते हैं, लेकिन अधिकतर लोग इस बात पर आंखें मूंदकर भरोसा कर लेते हैं. वे यह नहीं पूछते कि इस बात की क्या गारंटी है कि यदि इतिहास में अच्छा रिटर्न दिया है तो भविष्य में भी अच्छा रिटर्न मिलेगा ही?

यह सवाल पूछना जरूरी इसलिए है ताकि आपको इसका जवाब मालूम हो. इस प्रश्न का उत्तर जानकर आप यकीनन एक अच्छे निवेशक बन जाएंगे और आपकी वेल्थ के बढ़ने के चांस भी बढ़ जाएंगे.

हम स्टॉक मार्केट की बात कर रहे हैं तो यहां इसका मतलब ब्रॉड मार्केट इंडेक्स से समझा जाए. इंडेक्स कुछ स्टॉक्स की एक बास्केट की तरह हैं, जो ओवरऑल शेयर मार्केट का प्रतिनिधित्व करते हैं. कह सकते हैं कि इनकी चाल से पूरे बाजार की चाल समझी जा सकती है. तो हम आपको बता रहे हैं मूल सवाल के जवाब, जिसे लोग अक्सर पूछते नहीं है.

7 जवाब कर देंगे आपको “लाजवाब”
मुद्रास्फीति या महंगाई
जैसे-जैसे चीजों की कीमतें बढ़ती हैं, वैसे-वैसे उन चीजों को बनाने वाली कंपनियों के रेवेन्यू और प्रॉफिट भी बढ़ता है. इसके साथ ही कंपनी के स्टॉक की वेल्यू भी बढ़ती है. इसे यूं भी समझा जा सकता है कि स्टॉक इंडेक्स के स्तर के ऊपर जाना एक तरह से इन्फ्लेशनरी ग्रोथ ही है. महंगाई भी एक कारण है कि व्यक्ति को निवेशक बनना चाहिए न कि केवल बचतकर्ता (Saver). एक निवेशक के तौर पर आपके एसेट की कीमत भी मुद्रास्फीति के साथ-साथ बढ़ती है, परंतु एक बचतकर्ता का पैसा बढ़ता नहीं है.

जनसंख्या वृद्धि
बढ़ती जनसंख्या का मतलब आमतौर पर कंपनियों के लिए एक बड़ा योग्य बाजार होता है. और जो कंपनियां अपने बड़े और बढ़ते बाजार को सफलतापूर्वक सामान बेचती हैं, समय के साथ वे और अधिक मूल्यवान हो जाती हैं.

टेक्नोलॉजी का बढ़ता दायरा
आंकड़ों के आधार पर भी कहें तो जितने ज्यादा लोग होंगे, उतने ही अधिक जीनियस और अविष्कार करने वाले सामने आएंगे. जैसे कि वैश्विक जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे इन्सान की तरक्की और अविष्कारों की गति भी तेज हो रही है. और इसी के आधार पर कंपनियों का प्रॉफिट भी लगातार अच्छा हो रहा है, क्योंकि टेक्नोलॉजी के बिना इतनी बड़ी जनसंख्या को हर पक्ष से मैनेज करना मुश्किल है.

स्टॉक की नेचुरल सिलेक्शन
एक इंडेक्स में आमतौर पर बाजार की बड़ी और बेहतरीन कंपनियां शुमार होती हैं. यदि कोई कंपनी क्वालिफिकेशन क्राइटेरिया में फेल होती है तो उसे इंडेक्स से बाहर करके किसी दूसरी बेहतरीन कंपनी को इंडेक्स में शामिल कर लिया जाता है. ऐसे में निवेशक को विशेष तौर पर स्टॉक चुनने की कोई टेंशन नहीं रहती, क्योंकि यह एक नेचुलर सिलेक्शन है, जो हमेशा आउटपरफॉर्म करता है.

लम्बे समय में जोखिम भी देते हैं लाभ
यदि आप शार्ट टर्म के लिए बाजार में पैसा डालते हैं तो आपको नुकसान होने की संभावना रहती है, लेकिन यदि आप लम्बी अवधि के लिए फाइनेंशियल मार्केट में पैसा लगा रहे हैं तो आपको फायदा ही होगा. चूंकि शार्ट टर्म में जोखिम होता है तो लॉन्ग टर्म में आपको उस जोखिम के बदले में प्रीमियम मिलता है. इसे बाजार की भाषा में रिक्स प्रीमियम कहा जाता है.

सेंट्रल बैंक की भूमिका
जब इकॉनमी में जरूरी से अधिक महंगाई पैदा होती है तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ब्याज दरों में इजाफा करके इसे शांत करने की कोशिश करता है, जिससे कि मुद्रास्फीति नियंत्रण में आ जाती है. इसके उलट, जब अर्थव्यवस्था लड़खड़ाती है तो केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को कम कर देता है, जिससे लोग ज्यादा खर्च करते हैं और आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं. मतलब, अर्थव्यवस्था को सुचारी रूप से चलाने के लिए केंद्रीय बैंक लगातार निगरानी करता है.

नीचे जाने के बाद बाजार ऊपर क्यों आता है?
बाजार में बिकवाली, डाउनटर्न, क्रैश से सबको डर लगता है. ये हर बाजार चक्र का हिस्सा हैं. आते हैं और गुजर जाते हैं. ये सदा के लिए टिकाऊ नहीं हो सकते. लेकिन क्यों? इसके कुछ कारण है-

जितना लम्बा टिकेंगे, जीतने के चांस उतने ज्यादा!
भारतीय इक्विटी मार्केट का इतिहास कहता है कि इसने स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार क्या हैं लगभग 16 फीसदी का सालाना कम्पाउंडेड एवरेज रिटर्न दिया है. बाजार में समय कैसे निवेशक को फायदा पहुंचाता है, उसे एक डेटा से समझना चाहिए. पिछले 33 वर्षों के सेसेंक्स के आंकड़े बयान करते हैं कि 15 फीसदी सालाना रिटर्न पाने के लिए यदि आप 1-2 साल तक टिकते हैं तो आपके चांस 50 फीसदी होते हैं. यदि आप 7 साल के लिए निवेश में बने रहते हैं तो सालाना आधार पर 15 फीसदी रिटर्न पाने के चांस बढ़कर 66 फीसदी हो जाते हैं. इसी तरह 15 साल तक टिके रहने की स्थिति में चांस 70 फीसदी बन जाते हैं.

(Disclaimer: यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशिक की गई है. यदि आप किसी भी शेयर में पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)

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