Crypto Currency: क्या है डिजिटल करेंसी और कैसे करती है काम, यहां जानें ब्लॉकचेन से जुड़ी सभी अहम जानकारियां

Crypto Currency: क्रिप्टो करेंसी दरअसल, वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान, अंतर सिर्फ इतना है कि यह आभाषी है और दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं।

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विस्तार

क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान समय का सबसे गर्म मुद्दा बनी हुई है। दुनिया भर में जहां इसकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है, वहीं भारत में भी इसमें निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, इस अनियमित बाजार में जोखिम को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार और आरबीआई ने निजी डिजिटल करेंसी पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है और चालू शीतकालीन सत्र में इससे संबंधित बिल पेश होना है। ज्यादातर लोगों में अब इसके बारे जानने की इच्छा है, तो हम आपको बताते हैं कि आखिर क्रिप्टो करेंसी है क्या और यह किस तरह काम करती है।

क्या होती है डिजिटल करेंसी?

क्रिप्टो करेंसी दरअसल, वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान, अंतर सिर्फ इतना है कि यह आभाषी है और दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है। जहां एक ओर किसी भी देश की करेंसी के लेन-देन के बीच में एक मध्यस्थ होता है, जैसे भारत में केंद्रीय बैंक, लेकिन क्रिप्टो के कारोबार में कोई मध्यस्थ नहीं होता और इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है। यही कारण है कि इसे अनियमित बाजार के तौर पर जाना जाता है, जो पल में किसी को अमीर बना देता है और एक झटके में उसे जमीन पर गिरा देता है। लेकिन बावजूद इस उतार चढ़ाव के इसको लेकर लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है।

सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन

वर्तमान में दुनिया की सबसे ज्यादा मूल्यवान और सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी बिटक्वाइन है। इसके बाद दूसरी पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी की बात करें तो नाम आता है इथेरियम का। वहीं टॉप 10 डिजिटल मुद्राओं की बात करें तो इनमें पोल्काडॉट, टेथर, लाइटक्वाइन, डॉजक्वाइन समेत अन्य शामिल हैं। शुरुआत में बिटक्वाइन का ही क्रिप्टो बाजार में दबदबा था लेकिन समय के साथ ये बाजार बढ़ता गया और हजारों की संख्या में डिजिटल मुद्राएं चलन में आ गईं। आज क्रिप्टो के कारोबार का दायरा लगभग दुनिया के ज्यादातर देशों में फैल चुका है।

कंप्यूटर प्रणाली के जरिए संचालित

आसान भाषा में समझें तो क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। अल सल्वाडोर में तो डिजिटल मुद्रा पर केंद्रित बिटक्वाइन सिटी बनाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है।

ब्लॉकचेन के जरिए होती है इस्तेमाल

क्रिप्टो करेंसी का लेन-देन करने के लिए जिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है उसे ब्लॉकचेन कहते हैं। ये डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड (कोडेड) होती हैं। इसे एक कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए नियंत्रित किया जाता है। इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सत्यापन किया जाता है। इसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी की मदद से नियंत्रित होता है। यह सारा काम कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए चलता है। क्रिप्टो करेंसी में कोई लेन-देन होता है तो इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है, यानी उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है।

इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी

क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत की अगर बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है। इसके अलावा क्वाइनबेस और बिनान्से जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म भी मौजूद हैं, जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं।

24 घंटे खुले रहते हैं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज

देश में बिटक्वाइन अन्य क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है।

क्रिप्टो करेंसी बिल पेश करने की तैयारी

गौरतलब है कि भारत में भी क्रिप्टो में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 15 मिलियन (1.5 करोड़) एक्टिव उपयोगकर्ता ऐसे हैं जिनका भारत में संचालित किसी न किसी क्रिप्टो एक्सचेंज में पंजीकरण है। यही कारण है कि इस अनियमित बाजार में भारतीय निवेशकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और केंद्र सरकार दोनों सख्त हैं। निजी क्रिप्टो करेंसी पर लगाम कसने के लिए चालू संसद के शीतकालीन सत्र में एक बिल भी पेश होना है। इसके साथ ही आरबीआई ने सरकार को अपनी डिजिटल करेंसी के संबंध में एक प्रस्ताव भी दिया है।

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World Top 10 Billionaire: मिलिए दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों से, लिस्ट में भारत के भी 2 कारोबारी

World Top 10 Billionaire: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की बात करें तो एलन मस्क अब दूसरे नंबर पर आ गए हैं। टेस्ला के मालिक एलन मस्क को फ्रांस के कारोबारी बर्नार्ड अर्नाल्ट ने पछाड़ दिया है। बर्नार्ड अर्नाल्ट 188.6 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। वहीं, एलन मस्क अब इस लिस्ट में आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग 176.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं। आइए जानते हैं दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों के बारे में।

फ्रांस के बिजनेसमैन बर्नार्ड अरनॉल्ट फिलहाल अमीरों की सूची में टॉप पर आ गए हैं। बर्नार्ड फ्रेंच इन्वेस्टर होने के साथ ही LMVH के चेयरमैन और CEO भी हैं। फिलहाल इनकी कुल सम्पति 188.6 अरब डॉलर है। LMVH एक लक्ज़री ब्रांड है, जो बहुत कई महंगे प्रोडक्ट्स जैसे घड़ी, कपड़े, जूलरी और परफ्यूम बनाती है।

एलन मस्क की कुल संपत्ति 176.8 बिलियन डॉलर है। एलन मस्क टेस्ला के मालिक हैं, जो इलेक्ट्रिक कार बनाती है। इसके अलावा इनकी दूसरी कंपनी स्पेस एक्स है, जो कि अंतरिक्ष में लोगों को भेजने के साथ ही स्पेस यात्रा को और आसान बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। एलन मस्क ने कुछ महीनों पहले ही ट्विटर को भी खरीद लिया है।

भारत के मशहूर कारोबारी और एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की सूची में फिलहाल तीसरे नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति $134.9 बिलियन डॉलर है। वे अडानी ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन हैं। उनकी कंपनी पोर्ट मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिक पावर, माइनिंग, रिन्यूवेबल एनर्जी, एयरपोर्ट ऑपरेशन, ऑयल एंड गैस, फूड प्रोसेसिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में काम कर रही है।

अमेरिकी कंपनी अमेजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस फिलहाल दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स हैं। इनकी कुल संपत्ति $115.7 अरब डॉलर है। इन्होंने 1994 में अमेजॉन की स्थापना की थी। शुरुआत में इनकी कंपनी सिर्फ किताबें बेचा करती थी, लेकिन आज ये कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी का खिताब अपने नाम कर चुकी है।

बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे अमीरों की लिस्ट में 5वें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 108.3 बिलियन डॉलर है। वॉरेन बफे का नाम दुनिया के सबसे कामयाब निवेशकों में शामिल है। उन्होंने कहा है कि हर व्यक्ति को पैसे के कम से कम 2 स्रोत विकसित करने चाहिए। इसका फायदा यह है कि अगर किसी वजह से आपकी आमदनी का एक जरिया प्रभावित होता है, तो दूसरी जगह से कमाई होती रहेगी।

बिल गेट्स अमीरों की लिस्‍ट में छठे नंबर पर हैं। इनकी कुल सम्पति 106.9 बिलियन डॉलर है। कुछ साल पहले तक बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमी थे। इनकी आय का मुख्य जरिया माइक्रोसॉफ्ट है। ये इस कंपनी के फाउंडर हैं। इसके अलावा बिल गेट्स ने रिटेल, साइंस, एनर्जी, इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में भी निवेश किया है।

कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर फील्ड की जानी-मानी कंपनी ओरेकल कॉर्पोरेशन के मालिक लैरी एलिसन इस लिस्ट में 7वें नंबर पर हैं। इनकी कुल नेटवर्थ 102.9 बिलियन डॉलर है। एलिसन ने चार शादियां कीं लेकिन सभी पत्नियों से उनका तलाक हो चुका है। लैरी एलिसन अमेरिका के 41वें सबसे बड़े आइलैंड के मालिक भी हैं।

एक समय में भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन रहे रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी फिलहाल दुनिया के 8वें सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी कुल संपत्ति 92.3 बिलियन डॉलर है। हालांकि, वो इस वक्त गौतम अडानी से काफी पीछे हैं। अंबानी की कंपनी पेट्रोलियम रिफाइनिंग, न्यू एनर्जी, टेक्सटाइल्स, पेट्रोकेमिकल्स, एक्सपलोरेशन एंड प्रोडक्शन, पॉलिस्टर, एरोमेटिक्स, रिटेल और कम्युनिकेशन के फील्ड में काम कर रही हैं।

मशहूर सर्च इंजन गूगल के संस्थापक लैरी पेज फिलहाल इस लिस्ट में 9वें नंबर पर हैं। इस समय इनकी कुल संपत्ति 83 बिलियन डॉलर है। बता दें कि गूगल ने 2006 में अरबों डॉलर की डील कर यूट्यूब को खरीद लिया था। इसके अलावा भी गूगल के अन्य कई टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स हैं, जिससे इनकी इनकम होती है।

माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व CEO रहे स्टीव बाल्मर फिलहाल अमीरों की लिस्ट में 10वें नंबर पर हैं। उनकी कुल नेटवर्थ 82.8 अरब डॉलर है। बाल्मर ने 2000 से 2014 तक कंपनी में सीईओ रहे। स्टीव बाल्मर का जन्म 24 मार्च, 1956 को अमेरिका के डेट्रॉयट शहर में हुआ था। बाल्मर ने 11 जून 1980 को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ज्वॉइन की थी।

कहां की है ‘Sun Crypto Exchange,| क्या यह Safe है निवेश के लिए, यहां जानिए पुरी डिटेल्स.

Sun Crypto Exchange: आज हम आपको Sun Crypto एक्सचेंज के बारे में बताएंगे। ऊदाहरण के लिए Sun Crypto Exchange kya hai, Sun Crypto Exchange Safe or not?, Sun Crypto Exchange कहा की कंपनी हैं। Sun Crypto Exchange Kyc kaise kare?। Sun Crypto Deposit & Withdrawal limit और Suncrypto Charges कितना देना होगा।

इन सभी प्रकार के प्रश्नों के उतर इस पोस्ट के मदद से आज हम आपको देनेवाले हैं। अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहें है। तो आपको सबसे पहले समझना होगा। ऐसा एसलिये क्योंकि क्रिप्टो करेंसी के मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है जिसकी वजह से आपको भारी आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। इस लिए आप को हमारी और एक सलाह है की आप जब भी आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले उस क्रिप्टो करेंसी या कॉइन के बारे में रिसर्च जरू करें उसके बाद ही निवेश करे तो चलिए जानतें है। Sun Crypto Exchange के बारे में सब कुछ विस्तार से-

सन क्रिप्टो एक्सचेंज क्या हैं? (Sun Crypto Exchange Kya Hai)

Sun Crypto Exchange

सन क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है! (Sun Crypto Exchange Kya Hai) आपको बता दें की Sun Crypto Exchange एक Indian Crypto Exchange हैं। इस क्रिप्टो Exchange की मदद से आप किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सकते है। जैसे की बिटकॉइन (Bitcoin) ऐथेरियम, (Ethereum) लिट्कॉइन, (Litecoin) बिनांस कॉइन, (Binance Coin) और रिपल (Ripple) जैसी पोपुलर क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग तो कर ही सकते है। इसके अलावा आप दूसरी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में अभी तक ऐड नही की गई उन क्रिप्टो कॉइन में भी ट्रेडिंग कर सकतें है। इस Crypto Exchange की एक और खास बात यह है की आप इसमें INR में Deposit और Withdrawal भी कर सकतें है।

सन क्रिप्टो पंजीकरण कैसे करें ? (Sun Crypto Registration)

Sun crypto exchange का Account खोलने के लिए आपको पहले Google Play Store से Sun Crypto Exchange की अधिकारिक App को अपने फोन में इनस्टॉल करें उसके बाद –

  • Step 1 सबसे पहले अपने फोन में Sun Crypto App को ओपन करें
  • Step 2 फिर नीचे नजर आ रहे रजिस्टर बटन पर क्लिक करें और फिर डिटेल्स भरे नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल, पासवर्ड, Mpin और रेफर कोड डाले और सम्मिट बटन पर क्लिक करें
  • Step 3 सम्मिट बटन पर क्लिक करने के बाद आपको अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर वेरिफिकेशन के लिए आपके एक OTP कोड आएगा। उसे फिल करें और फिर नीचें दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करें
  • Step 4 फिर आपक सुन क्रिप्टो एक्सचेंज के होंम पेज पर चले जाएगें
  • Step 5 आपको Sun crypto Exchange App के होंम पेज पर कई क्रिप्टो करेंसी नजर आएगी जिसमें आप निवेश कर सकतें है?

आपको बता दें की Sun Crypto App का इंटरफ़ेस Coinswitch Kuber App जैसा ही है और अगर आपने भी Coinswitch Kuber exchange का उपयोग किया है तो आपको Sun Crypto Exchange App के इंटरफ़ेस को समझने में काफी आसानी होगीं।

सन क्रिप्टो सुरक्षित है या नहीं (Sun Crypto Exchange Safe or not)

Sun Crypto Exchange safe or not कुछ लोगों के मन में अभी भी यह प्रश्न होगा की क्या Sun Crypto Exchange Safe या नही हैं। आपको बता दें Sun Crypto एक Indian Crypto Exchange है और इस App को Google play store पर 5.0 की रेटिंग है, और वहीं Sun Crypto App को 5 लाख+ Downloads किया गया है इससे यह तो Confirm होता है की Sun Crypto Exchange Safe App हैं।

सन क्रिप्टो कहा की कंपनी हैं? (sun crypto exchange which country)

Sun Crypto Exchange एक Indian कंपनी है आपको बता दें की Sun Crypto Part Angelic Infotech Private limted का एक हिस्सा है। आपको बता दें की Sun Crypto Exchange का एक लक्ष्य है की 2023 तक 10M+ भारतीय Users को एक आसान Crypto Trading प्लेटफार्म प्रोवाइड करवाना और साथ ही उन सभी भारतीय User को Crypto Trading में लाना हैं।

सन क्रिप्टो एक्सचेंज के संस्थापक कौन है? (Sun Crypto Exchange owner)

हमें यह तो पता है की सन क्रिप्टो एक्सचेंज एक इंडियन क्रिप्टो एक्सचेंज है। आपको बता दें की सन क्रिप्टो एक्सचेंज के संस्थापक उमेश प्रजापति (Umesh Prajapati Founder & CEO) है, वहीं सह संस्थापक प्रमोद यादव (Pramod Yadav Co-Founder & CTO) है।

सन क्रिप्टो एक्सचेंज केवाईसी कैसे करें (Sun Crypto Exchange kyc)

Sun Crypto Exchange KYC करना काफी आसान है इसके लिए आपको ऑनलाइन ही अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड की मदद से Suncrypto exchange की केवाईसी कर सकते हैं केवाईसी करने के लिए इन Step को फोल्लो करें

  • Step 1 सबसे पहले Sun Crypto App को अपने फोन में Install करें
  • Step 2 फिर नीचे नजर आ रहे रजिस्टर बटन पर क्लिक करें और सभी जानकारी को भरे और आगें बढ़े
  • Step 3 उसके बाद आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग केवाईसी बटन पर क्लिक करें फिर पैन कार्ड ऑप्शन पर क्लिक करें आप अपने पैन कार्ड की डिटेल भरे
  • Step 4 फिर एड्रेस प्रूफ पर क्लिक करें
  • Step 5 उसके बाद आधार कार्ड और पैन कार्ड को सेलेक्ट करें और दस्तावेज़ जानकारी को भरें
  • Step 6 Selfie बटन पर क्लिक करने के बाद आप अपने आधार कार्ड के साथ एक सेल्फी लेकर अपलोड करें और Submit पर क्लिक करें

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इसके बाद आपके सभी दस्तावेज़ कुछ ही घंटों के भीतर वेरीफाई किया जाएगा, और आपकी केवाईसी पूरी हो जाएगी. उसके बाद आप Suncrypto exchange की मदद से किसी भी Cryptocurrency में trading और निवेश कर सकते हैं वहीं अगर आपके दस्तावेज़ रिजेक्ट हो जाते हैं तो आप उन्हें वापस री सबमिट कर सकते हैं।

सन क्रिप्टो जमा या निकासी कैसे करें (Sun Crypto Deposit or Withdrawal)

Sun Crypto Exchange में Deposit और Withdrawal करना काफी आसान है आप इस exchange में Deposit करने के लिए आप किसी भी UPi से कर सकते हैं वहीं अगर हमें payment Withdrawal करना है तो हम अपने पेमेंट को बैंक अकाउंट में ले सकते हैं यह इस Sun Crypto Exchange की एक खास बात है वहीं अगर आप भी इस Crypto Exchange को यूज कर रहे हैं तो आप अपना experience हमें कमेंट के जरिए बता सकते हैं।

Boult Rover Smartwatch की भारत में एंट्री, जानें कीमत और फीचर्स

Boult Rover Smartwatch की भारत में एंट्री, जानें कीमत और फीचर्स

Boult Rover Smartwatch Launch Price in India: भारत की इलेक्ट्रॉनिक कंपनी बोल्ट ने अपनी नई स्मार्टवॉच भारतीय मार्केट में उतार दी है। इसका नाम बोल्ट रोवर (Boult Rover) है जो दमदार बैटरी और अन्य फीचर्स के साथ है। इस स्मार्टवॉच में ब्लूटूथ कॉलिंग और 50 से अधिक क्लाउड आधारित वॉचफेसेस सपोर्ट मिलता है। आइए आपको बोल्ट रोवर स्मार्टवॉच के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Boult Rover Smartwatch Specifications

सबसे पहले बात करें अगर बोल्ट रोवर के स्पेसिफिकेशन्स की तो इसमें 1.3 इंच का एचडी एमोलेड डिस्प्ले मिलता है। इसकी स्क्रीन 150 से अधिक क्लाउड आधारित वॉचफेसेस और 600 निट्स पीक ब्राइटनेस के साथ है। इस स्मार्टवॉच में एक फिजिकल बटन भी दिया गया है जो नेविगेशन को सपोर्ट करता है। वॉच में इनबिल्ट स्पीकर्स, माइक और ब्लूटूथ कॉलिंग का सपोर्ट दिया गया है।

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Boult Rover Smartwatch Features

जिंक एलॉय की बिल्ड क्वालिटी के साथ आने वाली बोल्ट रोवर स्मार्टवॉच में कई अन्य फीचर्स भी दिए गए हैं। इसके जरिए यूजर अपना हेल्थ ट्रैक कर सकता है। इसमें स्लीप मॉनिटर, हार्ट रेट सेंसर और SpO2 सेंसर का सपोर्ट मिलता है। महिलाओं के लिए वॉच में पीरियड्स ट्रैकर फीचर भी शामिल है।

इसके अलावा स्पोर्ट से संबंधित फीचर्स भी दिए गए हैं। वॉच में वॉकिंग, स्विमिंग, रनिंग और योगा जैसे कई मल्टिपल स्पोर्ट्स मोड मिलते हैं। बात करें बैटरी की तो इसमें 10 दिनों का बैटरी बैकअप सपोर्ट मिलता है। फोन में पानी से बचाव और डस्ट रेसिस्टेंट के लिए IP68 की रेटिंग मिलती है।

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Boult Rover Price and Availability

भारत में बोल्ट रोवर स्मार्टवॉच का दो वर्जन- क्लासिक स्विच और फ्लिप लॉन्च किया गया है। इसके फ्लिप वर्जन के साथ स्टैंडर्ड ब्लैक स्ट्रैप, ग्रीन और ब्लू कलर के कलर स्ट्रैप ऑप्शन्स हैं। जबकि, इसका क्लासिक स्विच वर्जन, प्राइमरी स्ट्रैप के ब्राउन लेदर और सेकेंडरी स्ट्रैप में ओरेंज लेदर के साथ है। दोनों वर्जन की कीमत एक ही है। भारत में बोल्ट रोवर आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग की कीमत 2,999 रुपये है। आप इसे कंपनी की आधिकारिक साइट या फ्लिपकार्ट से खरीद सकते हैं।

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विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – cryptocurrency पर रोक लगाने की पुकार

डिजिटल मुद्रा - crypto currency

संयुक्त राष्ट्र के व्यापर और विकास संगठन – UNCTAD ने बुधवार को प्रकाशित तीन नीति पत्रों में, विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर रोक लगाने के लिये कार्रवाई किये जाने की पुकार लगाई है.

यूएन एजेंसी ने आगाह किया है कि अलबत्ता व्यक्तिगत डिजिटल मुद्राओं ने कुछ व्यक्तियों और संस्थानों को लाभान्वित किया है, मगर आसान क्रिप्टो एक्सचेंजिंग वो एक ऐसी अस्थिर वित्तीय सम्पदा हैं जो सामाजिक जोखिम और लागतें उत्पन्न कर सकती हैं.

अंकटाड ने कहा है कि कुछ लोगों या संस्थानों को डिजिटल मुद्रा के लाभ, वित्तीय स्थिरता, घरेलू संसाधन सक्रियता, और मुद्रा प्रणालियों की सुरक्षा के लिये उत्पन्न उनके जोखिमों के साए में दब जाते हैं.

क्रिप्टो मुद्रा में उछाल

क्रिप्टो करेंसी भुगतान का एक वैकल्पिक रूप हैं. इनके मामलों में वित्तीय भुगतान गुप्त व सुरक्षित टैक्नॉलॉजी के ज़रिये डिजिटल माध्यमों से किया जाता है जिन्हें ब्लॉकचेन कहा जाता है.

क्रिप्टो करेंसी कोविड-19 महामारी के दौरान, दुनिया भर में बहुत तेज़ी से बढ़ी, जिससे पहले से ही मौजूद चलन और भी ज़्यादा मज़बूत हो गया. इस समय दुनिया भर में लगभग 19 हज़ार क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं.

वर्ष 2021 में क्रिप्टो करेंसी रखने वाली आबादी के मामले में, शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं वाले 20 देशों में से, 15 देश विकासशील देश थे.

इस सूची में 12.7 प्रतिशत के साथ यूक्रेन सबसे ऊपर था, उसके बाद रूस 11.9 प्रतिशत और वेनेज़ुएला 10.3 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर थे.

उतना स्वर्णिम नहीं

अंकटाड का कहना है कि बाज़ार में हाल के समय में डिजिटल मुद्रा को लगे झटकों से झलकता है कि क्रिप्टो करेंसी रखने के निजी जोखिम तो हैं ही, मगर केन्द्रीय बैंक, वित्तीय स्थिरता की हिफ़ाज़त करने के लिये हस्तक्षेप करते हैं तो ये समस्या सार्वजनिक बन जाती है.

उससे भी ज़्यादा, अगर क्रिप्टो करेंसी भुगतान के एक माध्यम के रूप में विकसित होना जारी रखती है, और यहाँ तक कि अनौपचारिक रूप में घरेलू मुद्राओं की जगह भी ले लेती है, तो भी देशों की वित्तीय सम्प्रभुता ख़तरे में पड़ सकती है.

कर चोरी का भय

अंकटाड के एक नीति पत्र में बताया गया है कि क्रिप्टो करेंसी विकासशील देशों में किस तरह से घरेलू संसाधन सक्रियता को कमज़ोर करने का एक नया चैनल बन गई है, और साथ ही इस बारे में, बहुत कम कार्रवाई और उसमें भी देरी करने के जोखिमों के बारे में भी आगाह किया गया है.

अंकटाड ने आगाह किया है कि क्रिप्टो करेंसी से वैसे तो विदेशों से अपने मूल स्थानों को रक़म भेजना आसान होता है, मगर उनसे कर चोरी व अवैध वित्तीय लेनदेन के ज़रिये टैक्स से बचाना भी शामिल हो सकता है. बिल्कुल टैक्स स्वर्ग कहे जाने वाले स्थानों की तरह, जहाँ धन का स्वामित्व स्पष्ट नहीं होता है.

एजेंसी ने कहा है कि इस तरह से, क्रिप्टो करेंसी मुद्रा नियंत्रणों की प्रभावशीलता को भी कमज़ोर कर सकती है, जोकि विकासशील देशों को उनके नीतिगत स्थान और छोटे पैमाने पर आर्थिक स्थिरता के लिये एक अहम उपकरण है.

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