एक दलाल से प्रशिक्षण
हरियाणा प्रदेश की सभी जेलों में अब जीरो बजट प्राकृतिक खेती की जाएगी। रोहतक जिला कारागार से इस अभियान का शुभारंभ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत व हरियाणा के बिजली एवं जेलमंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने की।
आचार्य देवव्रत ने संवाददाताओं को बताया कि रोहतक जेल में बंदियों को जीरो बजट प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया। बंदियों ने बड़े ध्यान से इस प्रशिक्षण में रुचि ली और उन्हें उम्मीद है कि जब लोग अपने घरों को लौट आएंगे तो अपने गांव में घरों में जीरो बजट खेती को अपनाकर आय बढ़ाने का काम करेंगे।
एक देशी गाय से 30 एकड़ की खेती संभव
आचार्य देवव्रत ने मंगलवार को बताया कि जीरो बजट प्राकृतिक कृषि, जैविक कृषि से बिल्कुल अलग है। जैविक कृषि का आधार गोबर व केंचुए की खाद है। फसलों में पौषक तत्वों की जरूरत को पूरा करने के लिए बहुत अधिक गोबर या केंचुए की खाद की जरूरत पड़ती है जो किसी भी किसान के लिए संभव नहीं है। जैविक कृषि में धान, गेहूं व मक्का जैसी फसलों की पौषक तत्वों की पूर्ति के लिए एक एकड़ की खेती में 20 से 25 पशुओं की आवश्यकता है, जबकि जीरो बजट प्राकृतिक कृषि में एक देशी गाय से 30 एकड़ की खेती संभव है। इसके अतिरिक्त केंचुए की खाद तैयार करने के लिए केंचुए की जो प्रजाति (आइजेनिया फोटिडा) प्रयोग की जाती है वह मिट्टी नहीं खाती और न ही भूमि में सुराख करके उसे प्राकृतिक रूप से उपजाऊ बनाती है, बल्कि यह तो केवल गोबर और काष्ठ पदार्थ को ही भोजन के रूप में प्रयोग करती है।
देशी केंचुए जमीन से पौषक तत्वों को खाकर पौधों की जड़ों तक पहुंचाते हैं
इसके विपरीत देशी केंचुए यह सारा काम स्वयं करते हैं और नीचे की सतहों से पौषक तत्वों को खाकर पौधों की जड़ों तक पहुंचाते हैं। इससे भूमि की भौतिक, रासायनिक व जैविकी गुणों में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। देशी गाय के गोबर, गोमूत्र और देशी केंचुए की इन गतिविधियों को गुरुकुल कुरुक्षेत्र के कृषि फार्म पर स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। विश्व स्तर पर वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि केंचुए की खाद तैयार करने वाला विदेशी केंचुआ भारी तत्वों (हैवी मैटल) जैसे निकिल, पारा, लैड, क्रोमियम आदि की मात्रा को भूमि में बढ़ाता है और पौधों को उपलब्ध कराता है जो मनुष्य सहित दूसरों जीवों के लिए अत्यंत घातक है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि जीरो बजट खेती से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होने का लक्ष्य पूरा होगा। आचार्य देवव्रत ने जेलों में जीरो बजट प्राकृतिक खेती आरंभ करने का श्रेय बिजली एवं जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह को देते हुए कहा कि उनके प्रयासों से ही जेलों में इस अभियान की शुरुआत हो पाई है।
हिमाचल प्रदेश, गुजरात और आंध्रप्रदेश में किसान कर रहे हैं जीरो बजट खेती
उन्होंने कहा कि चौधरी रणजीत सिंह ने जेलों के माध्यम से जैनों के माध्यम से इस मिशन को सबसे पहले आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी जीरो बजट खेती की सराहना की है और राज्य सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पचास हजार किसान गुजरात में डेढ़ लाख किसान तथा आंध्र प्रदेश में पांच लाख किसान इस पद्धति के साथ जुड़ चुके हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों ने इस खेती को अपनाया है।
कुरुक्षेत्र में करीब 12 हजार किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी
उन्होंने कहा कि 12 मार्च को गुरुकुल कुरुक्षेत्र में जीरो बजट खेती को लेकर एक दिवसीय बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के अलावा कृषि मंत्री जेपी दलाल व विधायक भाग लेंगे। इसके अलावा एक अप्रैल से 5 अप्रैल तक गुरुकुल कुरुक्षेत्र में पांच दिवसीय आवासीय शिविर भी आयोजित किया जाएगा जिसमें करीब 12 हजार किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी। बिजली एवं जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि जेलों के माध्यम से एक लिंक मिल गया है जो गांव तक जीरो बजट प्राकृतिक खेती के मिशन को पहुंचाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि रोहतक जेल में जीरो बजट प्राकृतिक खेती का कार्य आरंभ हो चुका है और प्रदेश की सभी जेलों में कैदियो द्वारा यह खेती की जाएगी।
एक दलाल से प्रशिक्षण
रायपुर (वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक नामी गिरामी होटल से पुलिस ने विदेशी महिला सहित तीन महिलाओ को देह व्यापार करने के मामले में गिरफ्तार किया है वहीँ इस देह व्यापार का संचालन करने वाला दलाल फरार है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार होने वाली महिलाओ में एक ज्बेकिस्तान और दो महिला देश के पंजाब प्रांत से है।
पुलिस को मुखबिर से सुचना मिली थी कि एक ब्रोकर ने देह व्यापार के प्रदेश के बाहर से वी आई पी रोड के पास अग्रसेन धाम मोड़ स्थित एक बड़े होटल में 3 लड़कियाँ बुलाकर देह व्यापार का संचालन कर रहा है।
पुलिस ने होटल में चेकिंग के दौरान 3 अलग-अलग कमरों से इन महिलों को पकड़ा है। आरोपी महिलाओं ने पूछताछ करने पर पुलिस को बताया एक दलाल जिसकी पहचान रायपुर शहर के टिकरापारा निवासी धरम उर्फ़ राहुल ने उन्हें होटल में बुलाकर देह व्यापार करा रहा थाl
पुलिस ने पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपी दलाल गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। एक दलाल से प्रशिक्षण इसके अलावा होटल के मैनेजर से भी छताछ की जा रही है।
मछली पालन हेतु इस वर्ष लगाए जाएंगे 2,000 प्रोजेक्ट एवं दी जाएगी 5,000 युवाओं को ट्रेनिंग
मत्स्य पालन हेतु प्रोजेक्ट एवं प्रशिक्षण
किसानों की आय बढ़ाने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए सरकार पशुपालन एवं मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है | मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों के द्वारा जिलेवार लक्ष्य निर्धारित किये जाते हैं | जिसका लाभ लेकर इच्छुक लाभार्थी प्रशिक्षण लेकर मछली पालन के लिए प्रोजेक्ट लगा सकते हैं |
इस वर्ष 2,000 प्रोजेक्ट लगाने एवं 5,000 युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरिंग तथा मत्स्य विभाग के मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे चालू वित्त वर्ष में मत्स्य पालन के 2,000 प्रोजेक्ट और लगाएं तथा कम से कम 5,000 युवाओं को जिला स्तर पर ट्रेनिंग दें ताकि राज्य के युवा आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने प्रदेश में मत्स्य के क्षेत्र में प्रोसेसिंग यूनिट लगाने तथा गुरूग्राम में फिश-एक्वेरियम के लिए प्रोजेक्ट लगाने की संभावनाओं को तलाशने के भी निर्देश दिए।
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श्री दलाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों में मत्स्य पालन के अधिक से अधिक प्रोजेक्ट लगाने तथा खारा पानी में झींगा पालन के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी परंपरागत प्रोजेक्ट पर तो कार्य करते रहें, साथ ही नए आइडिया के प्रोजेक्ट की रूपरेखा भी बनाएं और जरूरत पड़ी तो केंद्र सरकार से उनको स्वीकृत करवाने के लिए अनुरोध किया जाएगा | अधिकारियों को विभाग की वैबसाइट अपडेट करने के निर्देश दिए ताकि मत्स्य पालन में रूचि रखने वाले युवाओं को विस्तृत जानकारी मिल सके। युवाओं को वितरित करने के लिए पंफलेट बनवाने के निर्देश दिए जिसमें विभाग की ताजा प्रोजेक्ट के मापदंड व नीतियों का विवरण दिया जा सके|
अधिकारियों को अधिक से अधिक युवाओं को मत्स्य पालन के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विषय-विशेषज्ञों के अलावा मत्स्य पालन के क्षेत्र में सफल-किसान से रूबरू करवाना चाहिए ताकि प्रशिक्षणकर्ता प्रेरित होकर मत्स्य पालन की तरफ प्रोत्साहित हो सकें। किसी मत्स्य पालन प्रोजेक्ट का दौरा भी करवाया जाना चाहिए।
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HATH RAS रंग मंच विधा के जरिए बच्चों को पढ़ाएंगे बेसिक स्कूलों के शिक्षक, दिया जाएगा प्रशिक्षण|
हाथरस शिक्षण कार्य में रंग मंच विधा का प्रयोग अब बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। इसे लेकर 25 फरवरी को ऑनलाइन प्रशिक्षण यू-ट्यूब सेशन के माध्यम से दिया जाएगा। रंगमंच लगभग सभी शैक्षिक अवधारणाओं की सहज समझ विकसित करने का एक सशक्त माध्यम है। इस कारण रंग मंच को वैश्विक स्तर पर शिक्षण प्रक्रिया का एक विशिष्ट माध्यम माना गया है। अध्यापन कौशल विकास में रंग मंच (थिएटर) की अहम भूमिका रहती है। जब तक अध्यापक अपनी भाषा, छाव-भाव, लहजे और वाणी के उतार-चढ़ाव के माध्यम से अपने छात्रों के मानस पटल में स्थान नहीं बना लेते, तब तक कोई भी पाठ या किसी भी विषय के प्रति बच्चों का स्वाभाविक जुड़ाव नहीं हो पाता हर विषय और हर पाठ को कहानी के रूप में प्रस्तुत करना अध्यापन कला का खास गुण है। लोक कलाएं, कथावस्तु (कथानक) कथा-शैली एवं कथा- वाचन न सिर्फ जीवन मूल्यों से जुड़ी शिक्षा को प्रेषित करते हैं, बल्कि बच्चों में सीखने को ललक कौतूहल और उनकी विवेचन क्षमता को भी प्रखर करते हैं। पंचतंत्र की कथाए हितोपदेश को कहानियों आदि इसका प्रमाण है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रत्येक विषय में कला एवं खेल आधारित शिक्षण शास्त्र का प्रयोग किए जाने पर बल दिया गया है। तभी तो रंगमंच विधा से अब बच्चों को पढ़ाने की पहल की जा रही है।
इसे लेकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एसईआरटीसी) द्वारा शिक्षक, प्रशिक्षकों, शिक्षकों एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं के लिए शिक्षण रंगमंच विधा का प्रयोग केंद्रित ऑनलाइन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षक प्रशिक्षकों, शिक्षकों एवं बीएलएड प्रशिक्षुओं में रंगमंच विद्या की शिक्षण शास्त्रीय समझ एवं कौशल विकसित करना है, ताकि यह इसके माध्यम से बच्चों को पढ़ाई के साथ विषय को अच्छे से समझा सके। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 25 फरवरी की दोपहर को एक बजे से दो बजे तक एससीईआरटीसी के यू ट्यूब चैनल पर भी किया जाएगा।
मंत्रियों के स्टाफ की भी होगी ट्रेनिंग, जनता से वर्ताव करने की भी मिलेगी सीख, सीएम शिवराज ने दी नसीहत
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को दलालों से सतर्क रहने की सलाह दी थी.
मध्यप्रदेश एक दलाल से प्रशिक्षण में अब मंत्रियों के स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी. प्रशासन अकादमी में चलने वाली 5 दिन की ट्रेनिंग में मंत्री स् . अधिक पढ़ें
- News18 हिंदी
- Last Updated : July 10, 2022, 17:30 IST
भोपाल. प्रदेश सरकार के मंत्रियों के स्टाफ में तैनात ने सचिव और सहायकों की अब ट्रेनिंग होगी. भोपाल के प्रशासन अकादमी में चलने वाली 5 दिन की ट्रेनिंग में मंत्री स्टाफ को कार्यालय प्रबंध और स्वयं के प्रबंधन पर ट्रेनिंग दी जाएगी. मंत्रियों के निजी सचिव- सहायकों को अच्छे बर्ताव का भी पाठ पढ़ाया जाएगा. समय के प्रबंधन से लेकर आमजन और विभाग के कामकाज को लेकर खास ट्रेनिंग दी जाएगी. मंत्री के दफ्तर की व्यवस्था बनाने से लेकर मिलने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर भी ट्रेंड किया जाएगा. साथ ही मंत्री के स्टाफ को बताया जाएगा कि जनता से कैसा व्यवहार करना है.
11 जुलाई को प्रशासन अकादमी में ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया है. जिसका विषय कार्यालय प्रबंधन और स्वयं का प्रबंधन है. 15 जुलाई तक चलने वाली ट्रेनिंग में मंत्री स्टाफ के बर्ताव को लेकर मिली शिकायतों के बाद सुधार के गुर सिखाए जाएंगे. सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए आदेश जारी किया है. जिसमें एक्सपर्ट मंत्री स्टाफ को ट्रेंड कर उन्हें मंत्रियों को सही सलाह देने और उनके लिए मददगार बनाने के लिए ट्रेंड किया जाएगा.
दरअसल इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों को यह नसीहत दे चुके हैं कि वह अपने स्टाफ में पीए-पीएस सोच समझ कर रखें. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को दलालों से सतर्क रहने की सलाह दी थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए दलाल सक्रिय हो जाते हैं. इन से बच कर रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को अपने निज सचिव और सहायक को सोच समझ कर रखने की सलाह दी थी. यही वजह है कि अब मंत्रियों के स्टाफ को ट्रेंड करने की तैयारी है.
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मंत्री के व्यवहार से हो चुकी है सरकार की किरकिरी
इससे पहले प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री के ओएसडी विजय बुधवानी के बर्ताव को लेकर सरकार की खासी किरकिरी हुई थी. दरअसल मंत्री मोहन यादव से मिलने पहुंचे छात्रों को ओएसडी ने इंतजार करने को कहा था छात्रों के मंत्री से मिलने के बार बार कहने पर ओएसडी भड़क गए थे. उन्होंने छात्रों के साथ अभद्रता कर दी थी. इस घटना के चर्चा में आने के बाद मंत्री के बाद ओएसडी को हटा दिया गया था. लेकिन अब 2023 के चुनाव से पहले बीजेपी की मंशा है कि मंत्री स्टाफ में तैनात निज सचिव और सहायकों को अच्छे तरीके से ट्रेनिंग देकर उन्हें आम जनता के से बर्ताव के साथ ही उनकी जिम्मेदारी के बारे में भी बताया जाए.
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