पीछे मत देखो, यहाँ वे आते हैं! कृत्रिम बुद्धि की उन्नति
हाल ही में जब तक, निगमों के निदेशक बोर्ड की बैठकों में लैपटॉप या टैबलेट ला सकते हैं (या, बड़ी कंपनियों के साथ, उन उपकरणों के साथ सहायक जो उनके पीछे बैठे हैं) को अनुसंधान उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है यदि आवश्यकता उत्पन्न हुई। यहां कीवर्ड "उपकरण" है - उपकरणों का उपयोग जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जाता था ताकि निर्देशक समझदारी से बात कर सके या किसी विशेष विषय पर मतदान कर सके - कंप्यूटर सिस्टम भी कार्रवाई करने की सिफारिश कर सकता है, लेकिन प्रौद्योगिकी हमेशा अधीन थी निदेशक, जो एकत्रित किए गए डेटा या तथाकथित "कृत्रिम बुद्धिमत्ता" की सिफारिश की अनदेखी करने का विकल्प चुन सकता है।
निर्णय निर्माताओं के रूप में ए.आई.
खैर, खेल बस बदल गया है! जैसा कि रोब वाइल ने 2014 में बिजनेस इनसाइडर में लिखा था, "ए वेंचर कैपिटल फर्म जस्ट एन एन एल्गोरिदम टू इट्स क्यों बुद्धि विकल्प? बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स - इट्स व्हाट इट व्हाट्स डू, " नामक एक कंप्यूटर विश्लेषण प्रणाली को एक समान नाम दिया गया है, न कि टूल।, निदेशक मंडल में। क्यों बुद्धि विकल्प? विले लिखते हैं, "डीप नॉलेज वेंचर्स, एक फर्म जो उम्र से संबंधित रोग दवाओं और पुनर्योजी चिकित्सा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करती है, कार्यक्रम में कहा गया है, VITAL कहा जाता है, बड़ी मात्रा में डेटा को संग्रहीत करके जीवन विज्ञान कंपनियों के बारे में निवेश की सिफारिशें कर सकता है। … कैसे करता है एल्गोरिदम का काम? VITAL भावी कंपनियों के वित्तपोषण, नैदानिक परीक्षणों, बौद्धिक संपदा और पिछले फंडिंग राउंड को स्कैन करके अपने फैसले करता है। " कहानी में असली किकर यह है कि VITAL किसी अन्य सदस्य के बराबर मतदान भार वाला बोर्ड का एक मतदान सदस्य है।
यह कहने के लिए पर्याप्त है कि यह केवल ऐसी खबरों में से पहली है जो पाइक को कम करेगी।
कृत्रिम बुद्धि और तंत्रिका नेटवर्क के बीच अंतर क्या है?
कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क का उपयोग करके कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक दिन प्राप्त की जा सकती है, लेकिन इन रोमांचक प्रौद्योगिकियों के बीच महत्वपूर्ण अंतर हैं।
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तप का कोई भी विकल्प नहीं-साध्वी भव्यगुणाश्री
बेंगलूरु. कुंथूनाथ जैन श्वेेताम्बर मूर्तिपूजक संघ श्रीनगर में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री व साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि मिट्टी ने मटके से पूछा, मैं भी मिट्टी और तू भी मिट्टी। परंतु पानी मुझे बहा ले जाता है। और तू पानी को अपने में समा लेता है। तेरे अंदर दिनों-महीनों तक पानी भरा रहता है, पर वह तुझे गला नहीं पाता। मटका बोला, यह तो सच है कि मैं भी मिट्टी और तू भी मिट्टी। पर मैं पहले पानी में भीगा, पैरों से गूंधा गया, फिर चाक पर चला। उस पर भी थापी की चोट खाई। आग में तपाया गया। इन सब राहों पर चलने के बाद, इतनी यातनाएं झेलने और तपने के बाद मुझमें यह क्षमता पैदा हुई कि अब पानी मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाता। उन्होंने कहा कि मंदिर की सीढिय़ों पर जड़े पत्थर ने मूर्ति में लगे पत्थर से कहा, भाई तू भी पत्थर, मैं भी पत्थर, पर लोग तुम्हारी पूजा करते हैं और मुझे कोई पूछता तक नहीं। सुबह-शाम तेरी आरती उतारी जाती है, पर मुझे कोई जानता तक नहीं। तुम्हारे आगे लोग सिर टेकते हैं और मुझे पांवों के नीचे रौंदा जाता है, ठोकरें मारी जाती हैं। ऐसा भेदभाव और अन्याय क्यों होता है। मूर्ति ने उत्तर दिया, यह तो सच है कि मैं भी पत्थर हूं और तू भी पत्थर है। पर तू नहीं जानता कि मैंने अपने इस शरीर पर कितनी छैनियां झेली हैं। तुझे नहीं मालूम कि मुझे कितना घिसा गया है। बहुत तरह के कष्ट झेलने के बाद आज मैं यहां पहुंचा हूं। तुमने यह सारी पीड़ा नहीं झेली, इसलिए तुम वहीं के वहीं पर हो। ये हमें कुछ सिखाती है तप का कोई भी विकल्प नहीं है। सामान्यतया हम सब के पास दो हाथ, दो पांव, दो आंखें और एक जैसा शरीर होता है, पर क्यों एक व्यक्ति अर्श पर पहुंच जाता है और दूसरा फर्श पर ही रह जाता है।
घर-परिवार छोड़ कर जंगलों में जाना तप नहीं है। तप है तपना, प्रयास करना, मेहनत करना। एक बच्चा जो परीक्षा की तैयारी कर रहा है, वह भी तप है। एक मां जो रात-रात भर जाग कर अपने बीमार बच्चे की सेवा कर रही है, वह भी तप है। देश का हर नागरिक जो अपने कर्तव्य का निष्ठा पूर्वक पालन करता है, वह तप करता है। जब भी हम अपने लक्ष्य पर चलते हैं, तो रास्ते में प्रलोभन आते हैं। उन प्रलोभनों में अधिकतर फिसल जाते हैं, परंतु जो उनमें अपने आप को स्थिर रखता है, वह स्थितप्रज्ञ है। वह योगी है। असल में वही तपस्वी है। तन, मन और बुद्धि का तप ही हमको फर्श से अर्श तक ले जाता है। विनय परम तप है। सूर्य तपता है, इसीलिए प्रकाश देता है। तभी वनस्पतियों को भोजन और प्राणियों को जीवन मिलता है। धरती जितना तपती है, उतनी उपजाऊ होती है। शरीर को सुखा कर क्रश करने या तपाने का नाम तप नहीं है। इच्छाओं का निरोध करना तप है। भोगों को रोकना ही तप है। हमारी देह एक रथ है, मन मानो लगाम है, बुद्धि सारथी है। और यह गृहस्वामी अर्थात आत्मा रथ में सवार है। विषय-वासना के घोड़े पर दौड़ते इस देह रूपी रथ को मन और बुद्धि के द्वारा अंकुश में रखना तप है। पांचों इंद्रिय विषयों को तथा चारों कषायों को रोक कर शुभ ध्यान की प्राप्ति के लिए आत्म-चिंतन करना और एकाकी ध्यान में लीन होना तप है।
साध्वी शीतलगुणा ने कहा कि लोभ छोडऩे के लिए संतोष को जीवन का आदर्श बनाइये, सतत अभ्यास से संतोष आपको अपरिग्रह की ओर ले जाएगा। सुनील कुमार कुंकुलोल ने बताया कि साध्वी शुक्रवार तक श्रीनगर में विराजित रहेंगी। आगामी चातुर्मास प्रवेश 4 जुलाई को चिंतामणि पाश्र्वनाथ जैन श्वताम्बर मूर्तिपूजक संघ महालक्ष्मी लेआउट में होगा। विहार सेवा में गौतमचंद छाजेड़, गौतमचंद डांगी, दिलीप रुणवाल, किशोर बाफना रजत बाफना, प्रिया नाहटा, संतोष बाई बाफना,सरला डांगी, कोमल बाफना, बबिता बाफना ने लाभ लिया।
सच का कोई विकल्प नहीं
सबसे निर्मम और संवेदनहीन समय में भी सत्य का अस्तित्व मौजूद रहता है, वह चाहे अदृश्य रूप में हो या व्यक्ति और परिवेश में ईमानदारी, सिद्धांतों और आदर्शों की शक्ति के रूप में।
सांकेतिक फोटो।
मीना बुद्धिराजा
सच अपने आप में ऐसा मूल्य है जिसकी जरूरत हमेशा ही रहती है, जिसके बिना समाज और मानवता की कल्पना नहीं की जा सकती। सच के विरोधी और झूठ से परिपूर्ण समय में भी सत्य आखिरकार अपराजित ही सिद्ध होता है। कहा जाता है कि सत्य की नाव तूफानों से डगमगाती जरूर है, लेकिन डूबती नहीं। सच की उपस्थिति ही अपने आप में इतनी पर्याप्त और प्रभावशाली होती है कि उसे किसी प्रदर्शन और दिखावे की जरूरत नहीं होती। सच की गहराई में सभी मानवीय मूल्य समाहित होते हैं, जिन्हें सतही दृश्यों से अनुभव नहीं किया जा सकता।
कोई उद्देश्य या वस्तु अपने अर्थ में इतनी मूल्यवान और सार्थक है तो उसे एक ही प्रयास में नहीं प्राप्त नहीं किया जा सकता, बल्कि उसके लिए बार-बार कोशिश की जा सकती है। दरअसल, कोई भी महान चीज अपने लिए सर्वस्व और उत्कृष्ट की मांग करती है और उसके रास्ते में आने वाली कठिनाइयों को पराजय नहीं कहा जा सकता। ऐसे उद्देश्य को पूरा करने में बाधाएं आ सकती हैं, समस्याएं हो सकती हैं और बहुत बार असफलता भी मिल सकती है, लेकिन इन्हें जीवन के अनुभव माना जा सकता है।
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सफलता की वह सीमित परिभाषा, जिसमें सब कुछ सकारात्मक परिणाम हों और बिना किसी हानि के सिर्फ लाभ पर ही निर्भर हो, उसे किसी महान उद्देश्य को प्राप्त करने की सफलता का मापदंड नहीं माना जा सकता। प्रत्येक युग और समय में ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिन्हें बहुत-सी असफलताओं और निराशाओं से निकलकर ही अपने कार्यों की मंजिल तक पहुंचाने में विजय हासिल हुई।
सच की प्रकृति ही है कि वह बंधनों और संकीर्णता से मुक्त कर देता है, किसी दायरे में बांध कर नहीं रखता। सच व्यक्ति के अस्तित्व को विस्तार देता है अनंत और सीमाओं से आगे, साथ ही नई संभावनाओं की चुनौती को स्वीकार करने की शक्ति भी। मुश्किल और असंभव विकल्पों की तरफ वह खुद उसे प्रेरित करता है। इसलिए इसके रास्ते में मिलने वाले संघर्षों में बहुत कुछ निरर्थक खोकर, क्षणिक स्वार्थों को छोड़कर भी जीवन के सार्थक और स्थायी अर्थ तक पहुंचा जा सकता है। इसे वास्तव में असफलता नहीं, किसी व्यक्ति के जीवन की उपलब्धि कहा जा सकता है। जिस निजी महत्त्वाकांक्षा और झूठे सबंधों को बचाने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़े, उसे बचाना भी व्यर्थ है, क्योंकि आखिरकार जीवन में सच के अलावा कोई विकल्प नहीं होता।
सच के लिए आत्मिक और गहरा रिश्ता सिर्फ अपनी स्वतंत्र चेतना से रखना चाहिए और इसीलिए जीवन में अपनी भूमिका के चुनाव में संवेदना के साथ ही वैचारिकता से निर्णय करना भी जरूरी है। बहुत-सा बोझ जो दूसरों पर निर्भर रहने का है, उनके दबाव और स्वीकृति के बंधनों का है, उनसे मुक्त होकर ही अपने अस्तित्व की सार्थकता का अनुभव होने लगता है। किसी अनिश्चित के लिए निश्चित रास्ते की सुविधा को छोड़कर ही कोई नई दृष्टि की खोज की जा सकती है, अन्यथा एक निरर्थकता बोध में अपनी चेतना के स्तर पर धीरे-धीरे समाप्त होने लगते हैं।
अपने अनुभवों की आंच से तपने वाले जीवन का प्रभाव हमेशा सहज और स्थायी रहता है, व्यक्ति और समाज दोनों के लिए। सहयोगी और विरोधी परिस्थितियों में बुद्धि का अर्थ उसके माध्यम से दुनिया को समझना नहीं है, बल्कि इस समाज में अपने होने के कारण को विवेक से जानना और अपने लिए भीड़ के अनुकरण से अलग सार्थक विकल्प की खोज के लिए कोशिश करना है। सच के लिए प्रतिबद्ध व्यक्ति के लिए संसार में ऐसा कुछ नहीं होता जो उसकी स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा को बांध सके।
अपने स्वभाव में सच बहुत गहरा होता है, उथला और सतही नहीं, इसलिए उस तक पहुंचना भी आसान नहीं होता। मनुष्य को जीवन के अनेक घात-प्रतिघात, उतार-चढ़ाव से गुजरते हुए ही कई अनचाहे-अदृश्य रास्तों से निकलना पड़ता है जो उसने निर्धारित नहीं किए होते। लेकिन सबसे मूल्यवान अनुभव यही होते हैं, क्योंकि सुख के लिए दुख से सामना करके ही उसकी सार्थकता का पता लगता है। तब दुनिया के सब लालच सच के महत्त्व के सामने छोटे हो जाते हैं, जिसमें किसी मानसिक गुलामी और आत्मसम्मान से समझौते का प्रश्न नहीं उठता।
जीवन को उसकी संपूर्णता में जीने के लिए यथार्थ में जिस आंतरिक सच की अनुपस्थिति का अनुभव होता है, वह उसको जाने बिना समाज का एक औपचारिक हिस्सा बनकर रहता है, जिसकी कोई सार्थक भूमिका नहीं है। इसलिए समाज के पूर्वनिर्धारित दोहराव से अलग जब व्यक्ति अपनी स्वतंत्र प्रक्रिया को पहचान लेता है, तब यथार्थ और सत्य पूरी तरह उसके सामने उजागर हो सकता है जो परंपरा के बदलाव और विकल्प पर आधारित होता है। इसमें फिर सफलता और असफलता की सामाजिक अपेक्षा के बोझ से मुक्त होकर उसकी अपनी निर्मित जीवन की दृष्टि का दायित्व भी उसे उठाना चाहिए जो सच को केंद्र में रखती है।
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क्या IQ Option एक घोटाला और मूल्य हेरफेर प्रतिरोधी है? IQ Option बनाम Olymp Trade की तुलना करें
आप लोकप्रिय EUR/USD जोड़ी के साथ देखते हैं। 5 नंबर वाले कॉमा के बाद Olymp Trade राउंड्स अप करता है| जबकि IQ Option 6 संख्याओं में राउंड करता है। इसका मतलब यह है कि IQ Option के मूल्य विभाजन ऑलिम्प ट्रेड से 10 गुना छोटा है। यह एक टिप है जो आपके अच्छे परिणामों को कम करता है। Fixed Time Trade में, एक लाभकारी परिणाम है: जीत या ब्रेकइवन इसलिए, IQ Option जैसे 10-टाइम प्राइस डिवीजन के साथ, टूटे हुए ब्रेकइवन शायद ही कभी होंगे। वहीं, कॉमा के बाद छठे डेसिमल पर मूल्य में उतार-चढ़ाव को हेरफेर किया जा सकता है। बस थोड़ा सा बढ़ें, आपके खाते से पैसे खोने के लिए पर्याप्त है।
IQ Option मूल्य में उतार-चढ़ाव को रोकता है
हाल ही के कुछ सबूत बताते हैं कि IQ Option के पास कीमतों को रोकने के लिए कुछ समय सीमाएं हैं। इसका मतलब है कि IQ Option में कीमत एक तरफ से चलता है| जबकि अन्य ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर, विशेष रूप से एमटी 4 प्लेटफॉर्म पर कीमतें अभी भी बढ़ रही हैं।
23 अक्टूबर को EUR/JPY जोड़ी के विशिष्ट उदाहरण।
MT4 पर कीमत की तुलना में, आप आसानी से देख सकते हैं कि IQ Option ने 4 कैंडलस्टिक्स बंद कर दिए हैं। इसका मतलब यह है कि इस समय सभी अप या डाउन ट्रेडों का ब्रेकइवन होगा। तब भी जब आप मूल्य की सही दिशा की भविष्यवाणी करते हैं, मालिक आपको पैसे नहीं देता है। इस तरह के बदलावों को बाधित कर क्यों बुद्धि विकल्प? के, हालांकि आपको अपने खाते में पैसा नहीं खोना है, इस लेनदेन प्रक्रिया में निरोधात्मक मनोविज्ञान बनता है।
देखिए, IQ Option मालिक गहरे रंगों के इंटरफ़ेस (हॉट कलर गेमट) का उपयोग करता है। यदि आपकी भावनाएं प्रभावित होती हैं, तो आप आसानी से ट्रेड के चक्कर में बह जाएंगे।
IQ Option प्रत्यक्ष कुछ मुद्रा जोड़े की कीमतों में हेरफेर करता है
यह कुछ ऐसा है जो केवल कुछ व्यापारी ही समझता है| कई मुद्रा जोड़े ऐसे होंगे जिनकी कीमतों में 90% तक के पे आउट (भुक्तान) के स्तर के साथ बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है, यहां तक कि 90% से भी अधिक। USD/TRY मुद्रा जोड़ी जैसे विशिष्ट उदाहरण।
इस प्रकार कि गतिविधि वास्तविक नहीं है। और यदि आप एक ट्रेड खोलते हैं, तो पैसे खोने की संभावना लगभग निश्चित है।
यह मत कहिए कि IQ Option मूल्य में हेरफेर नहीं करता है
सभी मौजूदा Fixed Time Trade प्लेटफॉर्म का समान बिंदु एक है। मालिक को कभी-कभी अपने लिए लाभकारी परिणाम लाने के लिए कीमत और लेनदेन के समय दोनों को प्रभावित करने की आवश्यकता होती है। Olymp Trade, बिनोमो, IQ Option… आपको ज्ञात सभी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के अपनी चालें होते हैं। इसलिए, यह न समझें कि IQ Option सबसे अच्छा है और अन्य प्लेटफार्मों का निंदा करें।
दो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तुलना करें: Olymp Trade और IQ Option
Olymp Trade वर्तमान में IQ Option से बेहतर है। क्यों?
Fixed Time Trade में मनोवैज्ञानिक कारकों पर काबू पाएं
यदि आप नए हैं, तो Olymp Trade एक बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। Olymp Trade में, आप 1 मिनट (60 के अंकों) से कम के आर्डर से बचेंगे।
IQ Option व्यापारियों को 30 के अंकों में व्यापार विकल्प की अनुमति देता है। यह बहुत महत्वपूर्ण है, आप ऐसे व्यापारी होने चाहिए जिनके पास अच्छा मनोविज्ञान हो, 1 मिनट से कम समय में व्यापार करने में सक्षम होने का लंबा अनुभव (जैसे कि 30 के अंकों)।
बेहतर ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म
वर्तमान में Olymp Trade में ऑर्डर, सपोर्ट टूल और डेमो अकाउंट खोलने की क्षमता IQ Option के बराबर है। इसके अलावा, जब आप ऑर्डर खोलते हैं, तो आप आंशिक रूप से IQ Option में जैसे लेनदेन टैब बनाने की परेशानी से बच जाते हैं।
पे आउट के हिसाब से, आप देखेंगे कि यह सुरक्षित, कम अस्थिर बाजार के घंटों में IQ Option का पे आउट अपेक्षाकृत कम है, यहां तक कि Olymp Trade से कई दर्जन प्रतिशत तक कम है। लेकिन जब बाजार एक मजबूत अस्थिरता क्षेत्र में प्रवेश करता है, तो वे सक्रिय रूप से उन मुद्रा जोड़े पर अपना पे आउट बढ़ाएंगे जिनकी खबरें हैं या उच्च तीव्रता पर कारोबार किया जा रहा है।
क्या आप जानते हैं कि कौन सा प्लेटफॉर्म आप के लिए अच्छा है? कौन सा प्लेटफ़ॉर्म अधिक अनुकूल है, अधिक सुखद है और जीतने की उच्च संभावना देता है, आप इसे अपने स्टॉपओवर के रूप में चुन सकते हैं।
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