Option Trading Kaise karte Hai?| Call and Put Option |

दोस्तों अभी भी बहुत सारे लोगों को ये नहीं पता की Option Trading Kaise karte Hai?| Call and Put Option क्या है ? , दोस्तों शेयर मार्किट में वैसे निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब तो बहुत सारे माध्यम हे शेयर मार्किट में निवेश करके पैसे कमाने के , उसमे से एक हे ऑप्शन ट्रडिंग। जिसकी आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे , सही जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा क्युकी ये बहुत ही informative होगा आपके लिए।

Option Trading Kya Hai?

Option का मतलब विकल्प। example के लिए- मान लीजिये आप एक कंपनी का 500 शेयर 1500 रुपये प्रीमियम देकर 1 महीने बाद का 80 रुपये में खरीदने का Option लेते हो। ऐसे में उस कंपनी का शेयर 1 महीने बाद 50 हो गया , तब आपके पास विकल्प (Option) रहेगा उस शेयर को नुकसान में ना खरीदने का।

ऐसे में आपका प्रीमियम का पैसा डूब जायेगा। ऐसे में आप्शन ट्रेडिंग में नुकसान आपका उतना ही है जितना पैसा आपने प्रीमियम लेते समय दिया था। तो ऐसे में नुकसान कम से कम करने के लिए Option का प्रयोग होता हैं।

अभी आपको ये लग रहा होगा की ये बहुत फायदे मंद हे , पर ऐसा भी नहीं है आगे जानिए –

Option Trading Kaise karte Hai?| Call and Put Option |

Option Trading Kaise karte Hai?| Call and Put Option |

Option Trading Kaise karte Hai?

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं , Option Trading Kaise karte Hai?

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आप एक कंपनी का, 1 शेयर नहीं खरीद सकते आपको LOT में खरीदना पड़ेगा. Bank NIfty का एक lot 25 का और Nifty50 का एक Lot 75 का होता है लेकिन शेयर में ज्यादा होता हैं। किसी भी शेयर और Nifty50, Bank NIfty का Option खरीदने के लिए आपको जाना होगा आपके Demat Account में। उसके बाद जो भी खरीदना है वो आपको सर्च बार में देखना होगा फिर आपको Call या Put जो भी खरीदना है खरीद सकते हैं।

Call and Put Option In Hindi

Call and Put Option In Hindi , कॉल और पुट Trading क्या है?

Option Trading दो तरह का होता है एक है Call और दूसरा Put। ऑप्शन ट्रेडिंग में आप दोनों तरफ पैसा लगा सकते हैं। आप यदि Call खरीद रहे हो तो तेजी की तरफ पैसा लगा रहे हो मतलब अगर शेयर का प्राइस ऊपर जायेगा तो आपको फ़ायदा होगा –
ठीक उसी तरह Put खरीदते हो तो मंदी की तरफ पैसा लगा रहे हो।मतलब अगर शेयर का प्राइस निचे जायेगा तो आपको फ़ायदा होगा। Price Action Trading Strategy In Hindi का Use आपको फ़ायदा होगा |
आप जिस प्राइस के ऊपर Call खरीदा उसके ऊपर का प्राइस जाने के बाद ही आपको फ़ायदा होगा। ठीक उसी तरह Put खरीदा तो जिस प्राइस के ऊपर खरीदा उसके नीचे गया तो ही आपको फ़ायदा होगा।

कॉल ऑप्शन क्या है in Hindi –

कॉल ऑप्शन क्या है in Hindi,

Option Trading दो तरह का होता है एक है Call और दूसरा Put। ऑप्शन ट्रेडिंग में आप दोनों तरफ पैसा लगा सकते हैं। आप यदि Call खरीद रहे हो तो तेजी की तरफ पैसा लगा रहे हो मतलब अगर शेयर का प्राइस ऊपर जायेगा तो आपको फ़ायदा होगा –

for Example

मान लीजिये Spot Price Hai 30000
Banknifty 21jan 31000 CE
अपने Banknifty का कॉल ऑप्शन लिया है 31000 का तो जैसी ही price 100 point ऊपर जायेगा तो आपको फ़ायदा मिलगा , लेकिन अगर ऐसा न हो कर प्राइस निचे चला जाता है तो आपको नुकसान झेलना पड़ेगा। लेकिन सिर्फ उतना ही जितना अपने प्रीमियम दिए होगा।

Put ऑप्शन क्या है in Hindi –

Put ऑप्शन क्या है in Hindi –

ठीक उसी तरह Put खरीदते हो तो मंदी की तरफ पैसा लगा रहे हो।मतलब अगर शेयर का प्राइस निचे जायेगा तो आपको फ़ायदा होगा।
आप जिस प्राइस के ऊपर Call खरीदा उसके ऊपर का प्राइस जाने के बाद ही आपको फ़ायदा होगा। ठीक उसी तरह Put खरीदा तो जिस प्राइस के ऊपर खरीदा उसके नीचे गया तो ही आपको फ़ायदा होगा।

For Example

मान लीजिये Spot Price Hai 30000
Banknifty 21jan निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब 29000 PE
अपने Banknifty का पुट ऑप्शन लिया है 29000 का तो जैसी ही price 100 point निचे जायेगा तो आपको फ़ायदा मिलगा , लेकिन अगर ऐसा न हो कर प्राइस ऊपर चला जाता है तो आपको नुकसान झेलना पड़ेगा। लेकिन सिर्फ उतना ही जितना अपने प्रीमियम दिए होगा।

Option Trading का Expiry day कब होता है?

Option Trading में दो तरह का Expiry होता है एक होता है सप्ताह( Weekly ) और दूसरा होता है महीना ( monthly ) में। सप्ताह (Weekly Expiry) में हर गुरूवार को ही NIFTY 50 और BANK NIFTY का expiry Day होता हैं। और ( monthly ) महीना में शेयर का अंतिम गुरूवार को expiry day होता है, जो शेयर Option Trading में लिस्टेड हैं।

ठीक सी तरीके से weekly days सिर्फ 5 दिन की होती हे Saturday , Sunday बंद होता है मार्किट।

दोस्तों अगर आप अभी नए हो मार्किट में , आपको ज्यादा knowledge नहीं हे शेयर मार्किट की तो ये ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए जोखिम हो सकता है। इसलिए सबसे पहले knowledge ले और समझे मार्किट के बारे में तभी निवेश करे।
अगर आप beginner हे तो आप ऑप्शन ट्रेडिंग न करे।

Options Trading से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें –

एक बात का ध्यान रखें options trading Greeks .
किसी ऑप्शन ट्रेड के सफल होने के लिए कई चीजों को एक साथ मिलकर काम करना होता है।
अगर यह सारी ताकतें एक साथ ट्रेडर के पक्ष में काम करेगी तो उसका ट्रेड सफल होगा। ऑप्शन ट्रेड में इन ताकतों को ऑप्शन ग्रीक्स कहते हैं।

यह ताकतें हर option contract पर हर मिनट असर डाल रही होती हैं और इसकी वजह से प्रीमियम बढ़ता या घटता है।

अगर आपने ग्रीक्स के बारे में सही से जानकारी ले ली और ग्रीक्स को सही से समझ लिया तो आपको ट्रेडिंग में सफलता आसानी से मिल सकती हे।

दोस्तों अगर निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब आपको इस पोस्ट से ( Option Trading Kaise karte Hai?| Call and Put Option | ) हेल्प मिली हो तो कमेंट करके ज़रूर बताये और अगर आपके मन में कोई भी doubt हो तो हमसे कमेंट बॉक्स में साँझा करे और निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे।

What is option trading in stock market in hindi - CE and PE meaning in share market

शेयर मार्केट में अलग अलग तरीको से trading की जा सकती है | आपने ज्यादातर share market में Call Option और Put Option के बारे में सूना होगा | ज्यादातर लोगो को इस बात का पता नही होता है की यह होता क्या है | आज हम यहाँ पुरे तरीके से और सरल भाषा में समजेंगे What is option trading in stock market और साथ ही CE (call) और PE (Put) का मतलब समजेंगे |

दोस्तों , शेयर बाज़ार में विभिन्न तरीको से trading की जा सकती है जिसमे Option trading काफी प्रचलित है | ज्यादातर जो लोग शेयर मार्केट में नए है उन लोगो को इसके बारेमे ज्यादा समज नही होती है | तो आइये विस्तार से जानते है |

What is option trading in stock market in hindi

ऑप्शन एक कॉन्ट्रैक्ट है बायर और सेलर की बिच | जिसमे बायर या सेलर को नियत प्रीमियम चुकाना पड़ता है जो एक निश्चित किये गए समय या अवधि के लिए होता है |

सरल भाषा में समजिये :

अगर आपके पास कार है तो आप उसका विमा करवाते है मतलब की आप एक निश्चित अवधि के लिए प्रीमियम चुकाते है | अब अगर आपकी कार का कोई एक्सीडेंट नही होता है तो फिर भी आपका जो प्रीमियम है वो तो आपको चुकाना ही पडा . बस ठीक ऐसे ही आपको option trading में प्रीमियम चुकाना पड़ता है |

शेयर मार्केट में अगर आप option trading करना चाहते है या तो सीखना चाहते है तो सबसे पहले आपको प्रीमियम , call option (CE) और put option (PE) को समजना ज़रूरी है |

What is Premium in option trading

स्टॉक मार्केट में अगर आप आप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले समजिये प्रीमियम को | अगर आप अनुमान लगाते है की किसी शेयर की किम्मत उप्पर जाने वाली है तो आपको पहले यह बात निश्चित करनी होती है की कितने वक्त में उस शेयर की किम्मत बढ़ने वाली है | तो उसके मुताबिक़ आपको प्रीमियम चुकाना होता है | जिसकी वेलुए ऊपर निचे होती रहती है |

What is CE (Call) in option trading

अगर आप call buy करते है तो आपका अनुमान यह है की आपने जिस स्टॉक का call buy किया है वह स्टॉक की किम्मत ऊपर जाने वाली है | आपको उसके लिए निश्चित प्रीमियम चुआना पड़ता है |

यहाँ आप देख सकते है की SBI के हमने स्ट्राइक प्राइस 400 लिखी है तो वहा आप देख सकते है की पहले शेयर का नाम आता है और फिर month आता है और बाद में आता है किम्मत | अब यहाँ देखने वाली बात यह है निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब की पीछे CE और PE लिखा हुआ है | तो सबसे पहले हम CE को समजेंगे | SBIN APR 400 CE का मतलब यह है की SBI का शेयर अप्रैल महीने में 400 रुपए के ऊपर रहेगा |

What is PE (PUT) in option trading

अगर आप put buy करते है तो आपका अनुमान यह है की आपने जिस स्टॉक का PUT buy किया है वह स्टॉक की किम्मत निचे जाने वाली है | आपको उसके लिए निश्चित प्रीमियम चुकाना पड़ता है | SBIN APR 400 PE का मतलब है की आपका अंदाजा है की SBI का शेयर 400 रुपये के निचे रहेगा अप्रैल महीने में |

Option Trading in Index

option trading दो तरीको से होती है | स्टॉक में option trading और index में option trading | जिस तरीके से आपने समजा की शेयर में कैसे option trading की जा सकती है ठीक वैसे ही आपको संजना चाहिए की index में भी आप option trading कर सकते है | Nifty, Banknifty यह सब index है | जिसपर भी आप Option trading कर सकते है |

What is expiry in option trading

Option trading में एक्सपायरी का बहुत ही ज्यादा महेत्व होता है | इस दिन buyers और sellers के बिच हुए contract पुरे होते है |

शेयर मार्केट में दो तरह की एक्सपायरी होती है | एक Weekly Expiry और Monthly Expiry | index की एक्सपायरी weekly होती है Weekly Thursday स्टॉक मार्केट में index Nifty और Banknifty की एक्सपायरी होती है | शेयर के लिए महीने के अंतिम Thursday को एक्सपायरी होती है |

Lot size in Stock and Index

हर एक शेयर का अलग अलग lot साइज़ होता है | lot का मतलब सरल भाषा में कहे तो आपको उतने शेयर को buy करना ही पड़ता है | SBI का lot ३००० शेयर का है मतलब की आपको ३००० शेयर तो buy करने ही पड़ेंगे option trading में |

Option Trading में Premium का महेत्व

option trading में पूरा महेत्व premium पर होता है | इसको हम निचे दिए गए उदाहरण से समजेंगे .

SBI के शेयर की कीमत 350 रुपये है अब आप SBI का call buy करते है जिसकी स्ट्राइक प्राइस 400 है | मतलब की आपका कहना यह है की एक्सपायरी के वक्त तक SBI का शेयर 400 रुपये के उप्पर जाएगा | जिसके लिए आपको premium चुकाना पडा 11.75 रुपये |

अगर आपका यह अनुमान सही साबित होता है | तो यह प्रीमियम बढ़ता रहेगा और आपको Profit होता रहेगा | ठीक वेसे ही अगर आपका अनुमान गलत साबित हुआ तो यह प्रीमियम धीरे धीरे निचे गिरेगा और आपको उस हिसाब से नुक्सान भी हो सकता है |

Risk in option trading (Option Trading में जोखिम)

दोस्तों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना जोखिम भरा होता है | और हम यहाँ बात कर रहे है option trading की तो आपको बता दे की आपने ऊपर समजा की प्रीमियम क्या होता है और कैसे काम करता है | अब यह एक और बात आपको निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब समजनी है की अगर आप option trading करते है तो आप जो प्रीमियम चुकाते है | अगर आपका ट्रेड गलत साबित हुआ मतलब की आपके विपरीत हुआ तो आपको भरी नुकशान हो सकता है | अगर एक्सपायरी तक अगर आपका ट्रेड गलत साबित हुआ तो यु समजिए की आपका प्रीमियम शुन्य हो सकता है |

मतलब की आपने उस ट्रेड में जितना भी प्रीमियम चुकाया है वह पूरा शून्य हो सकता है | और अगर ट्रेड सही साबित हुआ तो प्रीमियम काफी ज्यादा बाद भी सकता है | इसलिए आपको हमेशा Stop loss के साथ ही काम करना चाहिए |

How much money (amount) needed for option trading

जैसा की आपने यहाँ समजा की option trading में प्रीमियम का महेत्व होता है | तो आपको बस यही समजना है की option trading में आपको उतना पैसा चाहिए जितना आप प्रीमियम चुका रहे है | मतलब की lot साइज़ के हिसाब से पूरा जितना प्रीमियम चुकाना है उतना पैसा आपको option trading में होना ज़रूरी है |

What is option trading in stock market in hindi - CE and PE meaning in share market Reviewed by ShareMarketHelp on अप्रैल 01, 2021 Rating: 5

Option Trading In Hindi | How to Trade In Expiry Zero To Hero

Option Trading In Hindi दोस्तों जैसा की हम सब जानते है की option ट्रेडिंग करना बहुत मुश्किल काम है इसलिए लोग बोलते है की 90 % लोग option ट्रेडिंग में लोस ही करते है लेकिन ऐसा नहीं है इसके कुछ नियम होते है यदि आप इन नियमो का कड़ाई से पालन करते है तो यकीन मानिये आपको option ट्रेडिंग में इतना पैसा मिलेगा की आप सोच भी नहीं सकते ख़ास तौर पर जब Expiry होती है तब option के प्रीमियम बहुत तेजी से बढ़ते या घटते है और इसी में हमें जीरो तो हीरो वाला ट्रेड मिल जाता है और अपने देखा होगा की कई बार कोई option जिसका प्रीमियम 30 रुपये रहता है और वो 300 तक चला जाता है तो ऐसे में हमें एक अच्छा खासा प्रॉफिट कुछ ही देर में मिल जाता है और हमें एक्सपायरी के दिन कैसे पता करना है की आज ये ट्रेड जीरो तो हीरो होने वाला हा इसके लिए हम आपको कुछ तरीके बताएँगे जिसे आपको याद रखना है और एक बड़ा ट्रेड आप एक्सपायरी के दिन पकड़ सकते है जिससे आपका महीने भर का लोस एक बार मरे रिकवर हो जायेगा

Option Trading In Hindi How to Trade In Expiry Zero To Hero

Table of Contents

option ट्रेडिंग क्या है ?

दोस्तों option ट्रेडिंग का मतलब होता है की निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब हम किसी भी index में उसके option को खरीद या बेच सकते है लेकिन आज हम यहाँ पर सिर्फ option buying के बारे में ही चर्चा करने वाले है जिसमे हम किसी option का CE यानि की कॉल और PE यानि की पुट को खरीदना या कैसे buy करेंगे वैसे तो हम लोग ज्यदातर निफ्टी और बैंक निफ्टी में ही option buying करते है मतलब कॉल और put खरीदते है और जब प्रॉफिट या लोस हो तो उसे बेच देते है यही option buying कहलाता है दोस्तों हम option selling के बारे में इसलिए कोई चर्चा नहीं कर रहे है की आप जानते ही होंगे की option selling में एक बड़ी रकम लगती है जो की किसी भी छोटे ट्रेडर के लिए आसन नहीं होता क्योकि इसमें 1 लोट को सेल करने में हमें लगभग 1.5 लाख रुपये लगते है इसलिए हम सबकी सुविधा के अनुसार ही option buying के बारे में बताने वाले है जिसमे अप 5000 या 10000 से भी शुरू कर सकते है हा ये रिस्की ज्यदा होता है option selling के मुकाबले लेकिन हर वो चीज मुश्किल होती है जिसमे आप उसके नियमो का पालन न करे

यदि हम रोड क्रोस करते समय भी सिगनल न देखे तो हमारा एक्सीडेंट हो सकता है क्योकि हमने रोड के नियमो का पालन नहीं किया ठीक वैसे ही option buying होती है यदि हम नियमो का पालन नहीं करेंगे तो यकीन मानिये इसमें आप एक दिन के अन्दर ही अपना सारा पैसा गवां निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब सकते है इसलिए हमें नियमो का पालन बहुत ही कढ़ाई के साथ करना है कुछ बेसिक सी बाते आपको बता दू की इसमें हम जब भी निफ्टी या बैंक निफ्टी ऊपर जाते है तो हम CE यानि की कॉल लेते है और जब निफ्टी या बैंक निफ्टी नीचे आते है तो हम PE लेते है और जो भी option हम निफ्टी या बैंक निफ्टी में लेते है वो 2 एक्सपायरी में आते है पहला वीकली एक्सपायरी मतलब जो भी हम काल या put लेंगे वो 1 हफ्ते के अन्दर ही जीरो हो जायेंगे और दूसरा है मंथली एक्सपायरी मतलब की जो भी हम कॉल या put लेंगे मंथली एक्सपायरी की वो 1 महीने के अन्दर ही ख़तम हो जायेंगे हम जो आपको बताने जा रहे है वो है वीकली मतलब की 1 सप्ताह के लिए ही काम करना है

How to Trade In Expiry Zero To Hero

How to Trade In Expiry Zero To Hero दोस्तों यहाँ पर जो सीक्रेट ट्रिक आप लोगों को बताई जा रही है उसे अपने पास नोट कर करते जाइये हम आपको बताने जा रहे है की हम कैसे expiry के दिन निफ्टी या बैंक निफ्टी में zero तो hero ट्रेड ले सकते है जिसका option प्रीमियम 30-40 रुपये होगा और वो 300- 400 तक जा सकता है कैसे पता चलेगा तो दोस्तों सबसे पहले आपको सोमवार से जैसे ही मार्किट ओपन होता है हमें सबसे पहले ATM का प्रीमियम 9.16 मिनट में नोट कर लेना है फिर मंगलवार को जब मार्किट ओपन होता है तब पुन: हमें ATM का प्रीमियम नोट कर लेना है इसी तरह हमें गुरुवार यानि की expiry के दिन तक करना है और यदि हम देखते है की expiry के दिन यानि की गुरुवार निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब के दिन ATM option का प्रीमियम 130 से 140 के बीच मिलता है 9.16 पर तो उस दिन हमें बड़ा ट्रेड मिलने वाला है बस हमें 12.30 के बाद ये प्रीमियम 30-40 रुपये के आस पास के मिल जायेंगे

और हम ATM या इससे 100 -200 पॉइंट दूर का कोई option जो 30-40 रुपये के आस पास मिल रहा हो उसे हम ले लेंगे जिस तरफ भी मार्किट 12.30 के बाद ब्रेक कर रहा हो यदि ऊपर ब्रेक करता है तो कॉल लेंगे और यदि नीचे ब्रेक कर रहा हो तो हम put ले लेंगे फिर हमें इससे अपनी पोजीशन जल्दी नहीं काटनी और प्रॉफिट को होल्ड करके रखना है और हम देखेंगे की यही 30-40 रुपये वाला प्रीमियम 300 निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब तक जाता दिखाई देगा क्योकि मार्किट के लिए 200 पॉइंट चलना कोई बड़ी बात नहीं है और जैसे ही बैंक निफ्टी 200 पॉइंट चलती है हमारा ये प्रीमियम ATM हो जायेगा और ये future की तरह काम करने लगेगा और बहुत तेजी से बढ़ना शुरू हो जायेगा बस हमें इसी तरह देखना की expiry वाले दिन ATM के प्रीमियम क्या है यदि प्रीमियम बहुत ज्यदा मतलब 250 से ऊपर है तो उस दिन मार्किट में ओने साइड का मूवमेंट नहीं आयेगा और मार्किट में volatility रहेगी तो हमें ज्यदा बड़े प्रॉफिट के लिए ट्रेड नहीं करना चाहिए

दोस्तों हमेशा इंतेजार कीजिये जिस दिन हमें एक्सपायरी के दिन प्रीमियम कम मिल रहे है उस दिन बहुत जायदा चांस है की मार्किट में ओने साइड का मूवमेंट हो सकता है और हम बड़ा प्रॉफिट बना सकते है दोस्तों यदि आपको समझ में नहीं आया हो तो हमें कमेंट में जरुर बताये हम आपके प्रश्नों का जल्दी ही जवाब देंगे

Secret of Finding Trend with Option Chain Analysis in Hindi | ऑप्शन चैन एनालिसिस सीखे

secret trading with Option Chain Analysis

Defination of Option Chain or Why it called as Option Chain

  • निफ़्टी या कोई स्टॉक में बहुत सारी strike prices होती है , ( listing of all option contracts ) जिसे हम ऑप्शन में ट्रेड करते है , आप अगर देखोगे तो यह एक चैन की तरह होता है , और यह अपने underlying asset मतलब निफ़्टी की स्पॉट वैल्यू से जुड़े होते है इसलिए इसे ऑप्शन चैन कहते है |
  • और NSE हमे इन सारी strike prices का Open Interest , Volume बताता है , इसका उपयोग हम ट्रेडिंग के लिए करते है और इसेही Option Chain Analysis कहते है |
  • NSE द्वारा दिया जानेवाला ऑप्शन चैन डाटा आपको इस लिंक पर मिलेगा https://www.nseindia.com/option-chain

How to read Option Chart – ऑप्शन चैन चार्ट को कैसे पढ़े ?

OI- Open Interest – ओपन इंटरेस्ट

  • जैसे आप को पता है डेरीवेटिव मार्केट में कॉन्ट्रैक्ट पर ट्रेड होते है , निफ़्टी में यह कॉन्ट्रैक्ट 50 क्वांटिटी का होता है ,जितने ज्यादा ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे जायेंगे उतना ओपन इंटरेस्ट बढ़ेगा
  • और वही कॉन्ट्रैक्ट जो ख़रीदे है वह बेचने पर वॉल्यूम बढ़ता है | मतलब कोई भी स्ट्राइक प्राइस के कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे जाते है तो उसका ओपन इंटरेस्ट बढ़ता है |
  • यह एक पॉजिटिव सिग्नल होता है , ट्रेडिंग करते समय आपको ओपन इंटरेस्ट पर ध्यान देना बहुत जरुरी है |
  • ऑप्शन चैन के चार्ट पर आपको दो टाइप्स के ओपन इंटरेस्ट देखने मिलेंगे CALL OI and PUT OI

ऑप्शन चैन का चार्ट को कैसे पढ़े ?

ऑप्शन ट्रेडिंग में जैसे आपको पता है , एक ऑप्शन बायर होता है , और एक ऑप्शन सेलर होता है ,
ऑप्शन बाइंग के लिए कम मार्जिन की जरुरत होती है और ऑप्शन सेल्लिंग के लिए ज्यादा मार्जिन लगता है ,
जिसके पास बड़ा पैसा होता है निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब या जिन्हे हम बड़े ट्रेडर कहते है जैसे , FII और DII ये हमेशा ऑप्शन बेचते है यानि ऑप्शन सेल् करते है |

अगर Call OI जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा है वह निफ़्टी का (रेसिस्टेन्स ) Resistance हुवा |
और जिस Put OI जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा है , वह निफ़्टी का सपोर्ट ( Support ) हुवा |

जैसे आपको बताया मार्केट के बड़े खिलाडी अधिकतम Option Selling करते है , आपको जो ओपन इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है वह ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को सेल करने का है नाकी ऑप्शन बाय करने का यह अपने दिमाग में अच्छी तरह से फिट कर दे |

उदहारण के लिए

उदहारण के लिए
अगर निफ़्टी का स्पॉट प्राइस मतलब निफ़्टी अभी 17500 पर है और आपको

  • 17600 पर कॉल साइड में सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है , तो निफ़्टी को 17600 पर रेसिस्टेन्स आएगा मतलब निफ़्टी 17600 के निचे रहेगा ऐसा अनुमान लगता है | इसका मतलब कोई बड़ा बड़े Institusion को लग रहा है की मार्केट इस लेवल को पार नहीं करेगा , और अधिकतर समय वह सही होते है | अगर 17600 के बाद 17700 पर ओपन इन्टरेस्ट ज्यादा है तो मार्केट में 17600 और 17700 का रेजिस्टेंस झोन बनता है | जिसे सप्लाई झोन भी कहा जाता है |

Nifty OI chart

चार्ट पर आप देख सकते है की सबसे ज्यादा 17500 पर कॉल ऑप्शन राइटिंग हुई है मतलब ये रेजिस्टेंस की तरह काम करेगा

  • और 17300 पर पुट साइड में सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट है , तो निफ़्टी को 17300 पर सपोर्ट निफ़्टी की कॉल और पुट का मतलब ले सकता है मतलब निफ़्टी 17600 के उपर रहने का संभावना है | इसका मतलब कोई बड़ा बड़े Institusion को लग रहा है की मार्केट इस लेवल के निचे नहीं जायेगा,और अधिकतर समय वह सही होते है |
    अगर 17300 के बाद 17200 पर ओपन इन्टरेस्ट ज्यादा है तो मार्केट में 17200 और 17300 का सपोर्ट झोन बनता है , जिसे डिमांड झोन भी कहा जाता है

oPTION CHAIN ANALYSIS

Change in OI – चेंज इन ओपन इंटरेस्ट – Open Interest में बदलाव

Open Interest में बदलाव क्यू आता है – मार्केट में खरीदने वाले और बेचने वाले हमेशा कम ज्यादा होते रहते है , कभी खरीदने वाले बेचने वाले बन जाते है या बेचने वाले खरीदने वाले बनते है , कभी कभी खरीदने वाले अपना ट्रेड मुनाफा कमाने के लिए अपनी position Square off करते है | इन्ही सब कारन के वजह से Open Interest में हमेशा बदलाव आते रहते है , इसेही Change in Open Interest कहते है |

Trading करते समय Open interest के साथ Open Interest में होनेवाले बदलाव को भी देखना बहुत जरुरी होता है

Bulish

अगर Call Option में OI घट रहा है |
और Put Option में OI बढ़ रहा है |

Bearish

और Put Option में OI घट रहा है |
अगर Call Option में OI बढ़ रहा है |

How to Book Profit with Change in OI

अगर ऑप्शन चैन में 17700 पर कॉल ओपन इंटरेस्ट ज्यादा है , मतलब यह रेसिस्टेन्स है , अगर निफ़्टी 17700 के पास जब आता है , और 17700 के कॉल ऑप्शन का ओपन इंटरेस्ट घटने लगता है , और 17700 स्ट्राइक प्राइस का पुट ऑप्शन का ओपन इंटरेस्ट बढ़ने लगता है ,इसका मतलब रेजिस्टेंस वीक हो रहा है और मार्केट रेजिस्टेंस को तोड़कर और ऊपर जा सकता है |

अगर ऑप्शन चैन में 17400 पर पुट ऑप्शन इंटरेस्ट ज्यादा है , मतलब यह सपोर्ट है , अगर निफ़्टी 17400 के पास जब आता है , और 17400 के पुट ऑप्शन का ओपन इंटरेस्ट घटने लगता है , और 17400 स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन का ओपन इंटरेस्ट बढ़ने लगता है ,इसका मतलब सपोर्ट वीक हो रहा है और मार्केट सपोर्ट को तोड़कर औरनिचे जा सकता है |

What is the Put Call Ratio? Put/Call ratio (PCR)

PCR ratio signal

पुट कॉल रेश्यो भी एक इंडिकेटर की तरह काम करता है , मार्केट की दिशा (Trend ) और दिशा में आनेवाले बदलाव का संकेत इससे मिल सकता है |

पुट कॉल रेश्यो भी एक इंडिकेटर की तरह काम करता है , मार्केट की दिशा (Trend ) और दिशा में आनेवाले बदलाव का संकेत इससे मिल सकता है |

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