इस प्रकार आ सकती है गिरावट
जैक्सन ने Bitcoin को फाइनेंशियल माइनिया करार देते हुए कहा था कि इसमें जल्द गिरावट देखने को मिल सकती है. उन्होंने लिखा है कि किसी भी फाइनेंशियल माइनिया के पीक पर पहुंचने के बाद एक साल में उसमें आम तौर पर 45% तक की गिरावट देखने को मिलती है. उन्होंने कहा कि Bitcoin में भी इसी तरह का पैटर्न देखने को मिल सकता है. यह अक्टूबर तक गिरकर 34,000-37,000 डॉलर के आसपास आ सकता है. हालांकि, इसमें और गिरावट आ सकती है और यह 30,000 डॉलर के नीचे भी क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है आ सकता है. हालांकि, इंवेस्टमेंट फर्म ने इस बात को लेकर आगाह किया कि उनका ये अनुमान पूरी तरह सही साबित हो, यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है.
फूट गया बिटकॉइन का बुलबुला! क्या क्रिप्टो में निवेश करने का यही सही समय है? जानिए कैसे काम करती है क्रिप्टो करेंसी?
अमेरिका, यूके के बाद चीन ने क्रिप्टो करेंसी के खिलाफ कदम उठाना शुरू किया, तो बिटकॉइन का बुलबुला ही फूट गया। अप्रैल में 50 लाख रुपए तक पहुंचा बिटकॉइन पिछले दो दिन में 25 लाख के आसपास रह गया है। क्रिप्टो की अन्य करेंसी भी इस क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है दौरान ढह गई। निवेशकों को दो महीने में 50% क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है तक का नुकसान हुआ है।
भारत में क्रिप्टो करेंसी कानूनी तौर पर मान्य नहीं है। इसके बाद भी इसका लेन-देन हो रहा है। इस पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। क्रिप्टो एक्सचेंज इसे एक एसेट क्लास के तौर पर मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। ताकि निवेशकों के लिए एक और साधन मिल सके। भारत में क्रिप्टो करेंसी का 1000-1500 करोड़ रुपए का डेली टर्नओवर है। भले ही स्टॉक एक्सचेंज के 2 लाख करोड़ रुपए के डेली वॉल्यूम के मुकाबले यह 1% से भी कम है, इसमें 1 करोड़ से अधिक भारतीय ट्रेड और इन्वेस्ट कर रहे हैं। इसके बाद भी ज्यादातर लोगों के लिए क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना और उसे समझना एक मुश्किल काम है।
Crypto करेंसी का बुलबुला फूटा, Bitcoin में इस साल आ सकती है गिरावट: रिपोर्ट
- नई दिल्ली,
- 18 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 18 जनवरी 2022, 12:43 PM IST)
-
क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है
- Invesco की रिपोर्ट में जताया गया अनुमान
- राजन भी Crypto को बता चुके हैं बबल
Cryptocurrency का बुलबुला फूट गया है और Bitcoin इस साल काफी नीचे आ सकता है. यूएस इंवेस्टमेंट कंपनी Invesco की एक रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है. इंवेस्टमेंट कंपनी ने ऐसे कुछ परिणाम को लेकर एक अनुमान लगाया है जो असंभव दिखता है लेकिन संभव हो सकता है.
यूएस इंवेस्टमेंट कंपनी के ग्लोबल हेड (असेट एलोकेशन) पॉल जैक्सन ने सोमवार को एक नोट में कहा, "Bitcoin की बड़े पैमाने पर मार्केटिंग 1929 में स्टॉक मार्केट क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है क्रैश होने से पहले स्टॉक ब्रोकर्स की गतिविधियों की याद दिलाता है."
फूट गया क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला
आभासी मुद्रा बिटक्वाइन की निवेश की दुनिया में काफी चर्चा हो रही है। कुछ समय पहले से बिटक्वाइन की कीमत आसमान को छू रही थी लेकिन अचानक इसकी कीमत में 30 फीसदी से ज्यादा गिरावट आ गई। ऐसे में स्वयं निवेशक यह सवाल करने लगे हैं कि क्या बिटक्वाइन समेत अन्य क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट गया है? 19 मई को बिटक्वाइन, इथेरियम,डॉजकाइन समेत लगभग सभी क्रिप्टो करेंसी में गिरावट देखी गई। इसके पीछे कई कारण हैं। क्रिप्टो करेंसी को आनलाइन बेचा-खरीदा जाता है। नोट सरकारें छापती हैं और मुद्रा का उठना-गिरना क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है बना रहता है। डिजिटल मुद्रा की शुरूआत 2009 में की गई, जो किसी सरकार के अधीन नहीं है। बिटक्वाइन की खरीद-फरोख्त की कोई आधिकारिक व्यवस्था भी नहीं है। यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप से आपकी जेब में नहीं होती, यह पूरी तरह से आनलाइन होती है और बिना किसी नियमों के इसके जरिये व्यापार होता है। भारत में तो 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रिप्टो करेंसी का लेन-देन का समर्थन करने को लेकर बैंकों और विनियमित वित्तीय संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया था। आरबीआई ने डिजिटल करेंसी के कारण साइबर धोखाधड़ी के मुद्दे को उठाया था। लेकिन मार्च 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने आरबीआई के प्रतिबंध के खिलाफ फैसला सुनाते हुए सरकार को कोई निर्णय लेने से पहले इस मामले पर कानून बनाना चाहिए। पिछले महीने आरबीआई ने एक बार फिर कहा था कि वे भारत की खुद की क्रिप्टो करेंसी को लाने और उसके चलन को लेकर विकल्प तलाश रही है। सरकार ने साफ किया कि वे क्रिप्टो करेंसी को रखने वालों को इसे बेचने के लिए वक्त देगी। ऐसा कोई आंकड़ा हमारे पास नहीं है कि कितने भारतीयों के पास क्रिप्टो करेंसी है या कितने लोग इसमें व्यापार करते हैं। यह निश्चित है कि भारतीयों ने भी डिजिटल करेंसी क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है में निवेश किया हुआ है और महामारी के दौरान इसमें बढ़ौतरी हुई है।
Cryptocurrencies crash: फूट गया है बिटकॉइन का बुलबुला या यह निवेश के लिए है सुनहरा मौका!
बिटकॉइन की कीमत में बुधवार को 30 फीसदी गिरावट आई।
मस्क क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है का सपोर्ट
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के ट्वीट्स से बिटकॉइन की कीमतें पहले से दबाव में थीं। पिछले हफ्ते मस्क ने कहा था कि टेस्ला बिटकॉइन को पेमेंट के रूप में स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने इसके इसके लिए बिटकॉइन की माइनिंग में खर्च होने वाली बिजली को जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन बुधवार को बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज में भारी गिरावट के बीच उन्होंने डायमंड हैंड्स इमोजी ट्वीट की। सोशल मीडिया में इसका मतलब है कि आप किसी होल्डिंग को भाव देते हैं। यानी टेस्ला बिटकॉइन में अपनी होल्डिंग को बेचने नहीं जा रही है। फरवरी में टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी।
क्रिप्टो ने मचाई तबाही, 3200 निवेशकों के 2700 करोड़ डूबे, जानिए क्यों मिला झटका
दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से भाग रही क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला ऐसा फूटा कि 5100 निवेशकों की जेब खाली हो गई। सबसे ज्यादा 3200 निवेशकों को 2000 करोड़ से ज्यादा का झटका लगा है। बचे निवेशकों की जेब से 700 करोड़ रुपये निकल गए। क्रिप्टो का बाजार धराशायी होने की चपेट में सबसे ज्यादा नए ग्राहक आए हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान या बाद में पैसा लगाया था।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 804