दरअसल कोरोना महामारी की वजह से सभी तरह के कारोबार बंद हैं. अर्थव्यवस्था पर भी इसका गहरा असर पड़ा है. इस संकट के बीच अर्थव्यवस्था में कैसे सुधार लाई जाए और विदेशी निवेश को कैसे लुभाया जाए. इस पर बैठक में सरकार का फोकस रहा.

निवेश क्यों महत्वपूर्ण है ?

पहला घर या अपनी पहली कार खरीदने के लिए या अपने दोस्तों एवं परिवार के साथ विदेश यात्रा के लिए आप पर्याप्त धन बचाना चाहेंगे | लम्बी अविधि में आपको अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए बहुत अधिक पैसे की आवश्यकता हो सकती है।सही समय पर किया गया निवेश आपके इन सब लक्ष्यों को आसानी से पूर्ण करने में सार्थक है |

चाहें आप वेतनभोगी कर्मचारी हों या व्यवसायी, बचत करने के लिए आपको अनुशासित होना आवश्यक है |

यदि आप शादीशुदा हैं तो कुल आय का 10% - 15 % अन्यथा 25 % - 30 % बचत करने का लक्ष्य रखें |बचत की राशि को फिक्स्ड डिपॉजिट, रेकरिंग डिपाजिट (RD) , म्यूचुअल फंड आदि में निवेश करके अच्छा मुनाफा किया जा सकता है | बचत से अर्जित की हुई संपत्ति से आपातकाल में भी मदद मिल सकती है |

निवेश का मूल उद्देश्य क्या है ? क्या आपको अगले 1-2 वर्षों में या 4-5 वर्षों के बाद पैसे की ज़रूरत है ? आपकी जोखिम लेने की क्या क्षमता है ? यह सभी प्रश्न सही निवेश निति तय करने के लिए आवश्यक हैं |

निवेश की रणनीति

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भगवान श्रीकृष्‍ण से सीखें निवेश के 7 गुर, दमदार होगी रणनीति और मिलेगा बंपर रिटर्न

बिज़नस न्यूज़ डेस्क- आज पूरे देश में श्री कृष्ण जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। शास्त्रों में उन्हें 16 कलाओं में निपुण एकमात्र ईश्वर का दर्जा दिया गया है। महाभारत युद्ध से पहले उन्होंने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को जो उपदेश दिया था, वह प्रबंधन और नीति पर सबसे बड़ी पुस्तक मानी जाती है।यदि श्रीकृष्ण की शिक्षाओं का उपयोग न केवल राजनीति या धर्म में, बल्कि वित्तीय प्रबंधन में भी किया जाए, तो यह सफलता का गुरु मंत्र बन सकता है। हमने उनकी शिक्षाओं से 7 ऐसे संदेश निकाले हैं, जिन्हें अगर निवेशकों द्वारा लागू किया जाए तो वे अपनी रणनीतियों को शक्तिशाली बना सकते हैं और यहां तक ​​कि बंपर रिटर्न भी दे सकते हैं।

1- लक्ष्य निर्धारित करें
जिस प्रकार महाभारत के युद्ध में सभी कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद कृष्ण ने पांडवों को जीत के लक्ष्य से विचलित नहीं होने दिया, उसी तरह निवेशक इसका सामना कर सकते हैं यदि वे अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं और अपने साधनों को देखते हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ। यह आसान होगा। निवेश हमेशा लक्ष्योन्मुखी होना चाहिए, जिससे आपको अपनी रणनीति को मजबूत करने में मदद मिलती है।

Rakesh jhunjhunwala के गोल्डन मंत्र- जिसने अपनाए बाजार में बना लिया पैसा, आप भी कर सकते हैं बंपर कमाई

Rakesh Jhunjhunwala passes away at 62: राकेश झुनझुनवाला ने मार्केट से करोड़ों की कमाई की है. वह अक्सर अपने फोलोअर्स के लिए टिप्स भी देते हैं. उनकी टिप्स अपनाकर आप भी शेयर बाजार से कमाई कर सकते हैं.

Rakesh Jhunjhunwala Golden tips: छोटे-छोटे निवेश से ही बड़ा फंड तैयार होता है. लेकिन, शेयर बाजार में सही रणनीति और सही ढंग से पैसा लगाने पर ही रिटर्न मिलता है. देश के दिग्गज निवेशक और मार्केट के बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने पिछले दो दशक में पैसे से ही पैसा बनाया है. उन्हें भारत का वारेन बफे माना जाता है. राकेश झुनझुनवाला ने मार्केट से करोड़ों की कमाई की है. वह निवेश की रणनीति अक्सर अपने फोलोअर्स के लिए टिप्स भी देते हैं. उनकी टिप्स अपनाकर आप भी शेयर बाजार से कमाई कर सकते हैं. हम उनके कमाई के निवेश की रणनीति मंत्र टिप्स की जानकारी दे रहे हैं, जिनसे आप छोटी रकम का निवेश निवेश की रणनीति कर अमीर बन सकते हैं.

पहला मंत्र: अपने निवेश को समय दें

राकेश झुनझुनवाला का नजरिया हमेशा से लंबी अवधि में निवेश का रहा है. वह अक्सर शुरुआती निवेश करने वालों को लंबे समय के लिए निवेश करने की सलाह देते हैं. उनका मानना है कि छोटी अवधि में ही मुनाफा कमाने के बजाए निवेश को कई गुना बढ़ने के लिए समय देना चाहिए. झुनझुनवाला के मुताबिक, बाजार में पैसे को मेच्योर होने का समय दें, थोड़ा इंतजार जरूर करना पड़ेगा, लेकिन रिटर्न निश्चित मिलेगा.

राकेश झुनझुनवाला कहते हैं कि कंपनी के शेयर की कीमत यह तय नहीं करती कि आपको उसमें निवेश करना चाहिए या नहीं. बल्कि कंपनी की वैल्यू ज्यादा महत्व रखती है. अक्सर लोग ज्यादा कीमत वाले शेयर को लेना पसंद करते हैं. लेकिन, कंपनी का प्रदर्शन पिछले 1 या निवेश की रणनीति 5 साल में कैसा रहा है यह देखने जरूरी है. कंपनी का आउटलुक अच्छा है तो शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव के बावजूद वह आपको अच्छा रिटर्न देगी.

तीसरा मंत्र: दूसरों को देख पैसा न लगाएं

शेयर मार्केट में निवेश बैंकों निवेश की रणनीति की तरह हमेशा सुरक्षित नहीं होता. यहां बड़ा रिटर्न है तो रिस्क भी है. इसलिए जरूरी है कि आप कंपनी की पूरी जानकारी लेने के बाद ही पैसा लगाएं. किसी शेयर में सिर्फ इसलिए पैसा नहीं लगाना चाहिए क्योंकि, दूसरे उसमें पैसा लगा रहे हैं. क्योंकि, दूसरे शायद नुकसान उठाने में सक्षम होंगे, लेकिन आप नहीं.

Top Six investment mantras by ace-investor Rakesh Jhunjhunwala

चौथा मंत्र: कैश सरप्लस भी देखें

शेयर मार्केट में अगर निवेश की रणनीति कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो जरूरी नहीं वह आपको अच्छा ही रिटर्न देगी. इसलिए जरूरी है निवेश से पहले कंपनी का बैकग्राउंड चेक करें और देखें कि कंपनी ने कितना डिविडेंड दिया है. डिविडेंड शेयर मार्केट में निवेश की रणनीति काफी महत्व रखता है. कंपनी अगर लंबे समय से नियमित तौर पर डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब है कि उसके पास कैश की कमी नहीं है. कैश सरप्लस वाली कंपनियां अक्सर अच्छा प्रदर्शन करती हैं.

आपके पास निवेश करने के लिए अच्छी रकम हो सकती है. लेकिन, जरूरी नहीं कि आप सारा पैसा एक बार में निवेश कर दें. मुनाफा कमाने की चाह अच्छी निवेश की रणनीति है, लेकिन नियम यह कहता है कि थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्टमेंट ही बेहतर रिटर्न की गारंटी देता है. किसी एक शेयर में पैसा लगाते वक्त अपनी निवेश रकम को हिस्सों में बांट लें और समय-समय पर खरीदारी करें. अगर शेयर में गिरावट आती है तो खरीदारी जारी रखें. इससे आपकी खरीद का औसत घट निवेश की रणनीति जाएगा.

लाभ और नुकसान

रियल एस्टेट निवेशकों के पास अपनी पूंजी में अधिक लाभ उठाने की क्षमता होती है। हालांकि अचल संपत्ति स्टॉक मार्केट की तरह तरल नहीं होते है, लॉन्ग-टर्म नकदी प्रवाह पैसिव आय और प्रशंसा का वादा प्रदान करता निवेश की रणनीति है।

इसके बावजूद, उस धनराशि पर विचार करना महत्वपूर्ण होता है, जो अचल संपत्ति में निवेश करने में जाता है। यदि सभी कैश सौदे नहीं कर रहे हैं तो निवेशकों को डाउन पेमेंट और फाइनेंसिंग को सुरक्षित करने की क्षमता भी होनी चाहिए। चूंकि अचल संपत्ति उतनी तरल नहीं होती है, निवेशक जरूरत पड़ने पर तुरंत अपनी संपत्तियों को बेचने पर भरोसा नहीं कर सकते। अन्य नुकसानों में संपत्ति प्रबंधन से जुड़े अन्य खर्च और भवन के रखरखाव में समय का निवेश शामिल होते है।

शेयर बाजार के पेशेवर

अधिकांश निवेशकों के लिए, यह इस बाजार में शुरू करने के लिए एक बड़ा नकद जलसेक नहीं लेता है, जिससे यह एक आकर्षक विकल्प बन जाता है। अचल संपत्ति के विपरीत, स्टॉक तरल होते हैं और आसानी से खरीदे और बेचे जाते हैं, इसलिए आप आपात स्थिति के मामले में उन पर भरोसा कर सकते हैं।

लेकिन, जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, स्टॉक अधिक अस्थिर होते हैं, जिससे निवेश जोखिम भरा होता है। आपके शेयरों को बेचने से पूंजीगत लाभ कर लग सकता है।

कोरोना संकट के बीच PM मोदी की अगुवाई में बैठक, निवेशकों को लुभाने पर बनी रणनीति

पीएम मोदी की अगुवाई में विदेशी निवेश को लेकर हुई बैठक (Photo: File)

  • नई दिल्ली,
  • 30 अप्रैल 2020,
  • (अपडेटेड 30 अप्रैल 2020, 8:11 PM IST)
  • बैठक में निवेश की संभावनाओं को बढ़ावा निवेश की रणनीति देने के लिए रणनीति पर हुई चर्चा
  • बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह भी हुए शामिल

देश में कोरोना संकट के बीच अब सरकार विदेशी निवेश को बढ़ावा देने में जुट गई है. इसी कड़ी में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक अहम बैठक हुई. बैठक में निवेश की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए रणनीति पर चर्चा की गई.

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