4. रिटायरमेंट प्लानिंग
रिटायरमेंट के लिए बचत और उसका बेहतरीन रिटर्न वाले विकल्प में निवेश जरूरी है. रिटायरमेंट प्लान के लिए सिर्फ ईपीएफ योगदान पर निर्भरता सही नहीं है. रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने कितने पैसे की जरूरत पड़ेगी, सबसे पहले इसका आंकलन करना होगा.

PPF account pre maturity closure, Know all details

पहली बार शेयर बाजार में कर रहें है निवेश तो जान लें ये बातें; जानें क्या करें, क्या ना करें

Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। अपने भविष्य को संवारने के लिए जरूरी होता है कि आप सही समय पर निवेश की शुरुआत करें । वहीं किसी भी निवेश से पहले जरूरी होती है उसकी सोच समझ कर की गई प्लानिंग। हर निवेशक पैसा लगाने के बदले में कुछ उम्मीद या कोई लक्ष्य रख कर आगे बढ़ता है। अगर आप प्लानिंग के साथ निवेश की शुरुआत करते हैं तो यकीन मानिये कि आप अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे। निवेश करने से पहले आपको इस बात की योजना बनानी होगी कि आपके पास फंड क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? कहां से आएगा और आपको कितना निवेश करना है। वहीं आपको ये भी समझना होगा कि आप इस रकम के साथ कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। इसी आधार पर निवेश की नींव तैयार की जा सकती है। बढ़ती महंगाई ने निवेशकों की जेब पर डाका डाला है, लोगों की सेविंग्स खत्म हो रही है, ऐसे में महंगाई को मात देने के लिए निवेशकों के लिए अब जरूरी हो गया है कि वो अपना रिटर्न बढ़ाने पर ध्यान दें। ऐसे में शेयर बाजार में सोच समझ कर किया गया निवेश निवेशकों के लिए काफी मददगार हो सकता है।

कैसे करें स्टॉक्स का चयन

शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। नए investor को शुरुआत में ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचना चाहिए। इसलिए, उन्हें तेज उतार-चढ़ाव वाले stock पर फोकस करने के बजाए फंडामेंटली मजबूत शेयरों में पैसा लगाना चाहिए। कई बार ऐसा पढ़ने-सुनने को मिलता है कि इन्वेस्टर ज्यादा रिटर्न पाने के लालच में ऐसी कंपनियों के शेयर में निवेश कर देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होती हैं और निवेशक इसमें फंस जाते हैं। इसलिए निवेश की शुरुआत लार्जकैप शेयरों से करना बेहतर होगा।

Know these important things before investing in PPF

शुरुआत में नए निवेशक को penny stocks में पैसा लगाने से बचना चाहिए। कई निवेशकों को लगता है कि ऐसे शेयर में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन ये दांव अक्सर उलटा पड़ जाता है। जब आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं। शेयर का चुनाव हमेशा कंपनी की ग्रोथ देखकर ही करना चाहिए। उसी कंपनी के शेयर में निवेश करें, जिसका कारोबार अच्छा हो और उसको चलाने वाला मैनेजमेंट बेहतर हो। तभी आप अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न पा सकेंगे।

क्या करें, क्या ना करें

सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट ना करें। एक निवेशक को बाय एंड होल्ड की रणनीति अपनानी चाहिए। स्टॉक मार्केट में गिरावट आने पर कभी भी घबराकर पूरा निवेश नहीं निकालें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस रहें जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ इनवेस्ट किया है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें। शेयर बाजार में गिरावट आने पर निवेश बंद नहीं करें। बाजार के जानकारों से सलाह लें और निवेश के विकल्प खुले रखें।

Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं। निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में खुद रिसर्च करें या भरोसे वाले बाजार के जानकारों से मदद लें। 5paisa ऐसा ही एक एक्सपर्ट है जो आपको बाजार में आगे बढ़ने के लिए कारगर सलाहें देता है, जिससे बाजार में आप अपना पहला कदम मजबूती के साथ रख सकते हैं।

Investment Tips: इस एक जगह पर निवेश करने से आप कुछ सालों में बन सकते हैं करोड़पति, जानिए कैसे !

निवेश का सिर्फ एक सही फैसला आपको कुछ सालों में ही आपके करोड़पति बनने के सपने को पूरा कर सकता है. आज के समय में निवेश के मामले में ज्‍यादातर एक्‍पर्ट्स म्‍यूचुअल फंड को काफी अच्‍छा मानते हैं.

एक कहावत है कि पैसे से पैसा बनता है यानी अगर आपको भविष्‍य में अमीर बनना है तो आपको निवेश करना चाहिए. निवेश भी सही जगह होना चाहिए यानी आपको इस बारे में पता होना चाहिए कि आपको कहां रिटर्न करने पर कितना फायदा मिलेगा. आज के समय में निवेश के मामले में ज्‍यादातर एक्‍पर्ट्स म्‍यूचुअल फंड को काफी अच्‍छा मानते हैं. अगर आप भी बाजार की ताकत जानते हैं तो इसकी अहमियत को भी अच्‍छी तरह से समझते होंगे. म्‍यूचुअल फंड में निवेश करके आप चाहें तो खुद को कुछ सालों में करोड़पति भी बना सकते हैं. जानिए कैसे ?

मात्र 5000 का निवेश भी काफी है

इस मामले में फाइनेंशियल एक्‍सपर्ट शिखा चतुर्वेदी कहती हैं कि अगर आप एक अच्‍छे म्‍यूचुअल फंड का चुनाव करके उसमें निवेश करें तो क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? कुछ सालों में करोड़पति बनना मुश्किल बात नहीं है. अच्‍छे म्‍यूचुअल फंड से आमतौर पर सालाना 12 परसेंट तक ब्‍याज मिल जाता है. कई बार तो ये 14 से 15 प्रतिशत भी हो जाता है. ऐसे में आपको निवेश पर अच्‍छा खासा रिटर्न मिलता है. शिखा कहती हैं कि अगर आप एक अच्‍छे म्‍यूचुअल फंड में 5000 रुपए तक का मासिक निवेश करते हैं तो 12 फीसदी ब्‍याज के हिसाब से ये अगले 23 साल में 1 करोड़ हो जाएगा. जबकि 23 साल में आपका निवेश कुल 1380000 रुपए का होगा. अगर इंटरेस्‍ट रेट इससे भी अच्‍छा मिला तो आपका पैसा और ज्‍यादा यानी सवा करोड़ के आसपास पहुंच जाएगा.

निवेश के लिए सही म्‍यूचुअल फंड का चुनाव बहुत जरूरी है. सही यानी वो म्‍यूचुअल फंड जो आपकी जरूरतों को पूरा कर सके. हर व्‍यक्ति को निवेश करने से पहले अपना आर्थिक लक्ष्‍य तय कर लेना चाहिए और इसके बाद ये तय करना चाहिए कि कौन सा म्‍यूचुअल फंड उपर्युक्‍त सा‍बित होगा. उपर्युक्‍त म्‍यूचुअल फंड चुनने के लिए सबसे पहले बेस्‍ट म्‍यूचुअल फंड की दावेदारी करने वाले शीर्ष दावेदारों की लिस्‍ट बनाएं. उनकी तुलना करें और देखें कि आपकी जरूरतों को काैन पूरा कर रहा है. आप चाहें तो आर्थिक सलाहकार की भी मदद ले सकते हैं.

रिटायरमेंट के बाद पेंशन का विकल्‍प

म्‍यूचुअल फंड के जरिए आपको मासिक पेंशन भी मिल सकती है. म्‍यूचुअल फंड सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan) के तहत आपको एक तय राशि म्यूचुअल फंड स्कीम (Mutual Fund Scheme) से वापस मिलती है. अगर इसमें आपका फंड एक करोड़ है तो हर महीने 50 से 60 हजार रुपए मासिक पेंशन के रूप में मिलेंगे. वहीं 50 लाख तक का फंड होने पर 25 से 30 हजार रुपए तक मिलेंगे. अच्‍छी बात ये है कि इसके बाद भी आपके जमा रुपए बढ़ते रहते हैं.

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान की तरह ही सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान काम करता है. SWP की शुरुआत कभी भी की जा सकती है. अगर किसी स्कीम में निवेश कर रहे हैं तो आप उसमें SWP विकल्प को एक्टिवेट कर सकते हैं. कभी भी रेगुलर कैश फ्लो की जरूरत के लिए इसे शुरू किया जा सकता है. SWP एक्टिवेट करने के लिए आपको फोलियो नंबर, विद्ड्रॉल की फ्रीक्वेंसी, पहली निकासी की तारीख, पैसे प्राप्त करने वाले बैंक अकाउंट को बताते हुए एएमसी में इंस्ट्रक्शन स्लिप भरना होगा.

निवेश करने के 7 फायदे क्या हैं?

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अगर आपने 25 साल की उम्र से निवेश की शुरुआत कर दी तो सिर्फ एक लाख रुपये सालाना का निवेश आपको 60 साल की उम्र में पांच करोड़ रुपये का मालिक बना देगा.

निवेश का सही विकल्प चुनने से आपको बुढ़ापे के दौरान आय का स्रोत विकसित करने में मदद मिलती है.

2. संपत्ति बनाना
हर व्यक्ति अमीर बनना चाहता है. भविष्य की जरूरतों के लिए लोग छोटी-मोटी बचत तो कर लेते हैं, लेकिन बचत और निवेश का सही तरीका पता नहीं होने की वजह से वे अमीर नहीं बन पाते. अगर आप निवेश में अनुशासन बनाये रखें तो आप भी करोड़पति बन सकते हैं.

इक्विटी म्युचुअल फंड में नियमित निवेश कर लंबी अवधि में अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. म्युचुअल फंड से मिलने वाला रिटर्न हालांकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है, लेकिन लंबी अवधि में एसआईपी (SIP)के जरिए किया गया निवेश अच्छा रिटर्न देने में कामयाब रहा है.

क्या आपको नई टैक्स व्यवस्था के तहत ELSS में निवेश करना चाहिए?

क्या आपको नई टैक्स व्यवस्था के तहत ELSS में निवेश करना चाहिए?

1 अप्रैल 2020 से प्रभावी नई टैक्स व्यवस्था व्यक्तिगत और HUF करदाताओं को कुछ छूटों को छोड़ने पर टैक्स की कम दर और छूट प्राप्त करने पर टैक्स की अधिक दर (पुरानी टैक्स व्यवस्था) के बीच चुनाव करने का विकल्प प्रदान करती है। हो सकता है नई टैक्स व्यवस्था सभी के अनुकूल न हो। निर्णय लेने के लिए करदाताओं को पुरानी और नई व्यवस्था, दोनों के तहत होने वाली टैक्स बचत का मूल्यांकन करना होता है।

होम या एजुकेशन लोन, टैक्स कटौती योग्य जीवन बीमा पॉलिसियाँ, 15 लाख से ज़्यादा वेतन वाले करदाताओं या उनके लिए जो छूटों के माध्यम से बहुत ज़्यादा बचत कर सकते हैं, पुरानी व्यवस्था अधिक उपयुक्त क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? हो सकती है इसलिए ये करदाता पुरानी व्यवस्था के तहत टैक्स बचाने के लिए ELSS में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। नई व्यवस्था निश्चित रूप से आपको बहुत सारी कागज़ी कार्रवाई से बचाती है जो साल के अंत में निवेश के प्रमाण जमा करने के संबंध में करनी पड़ती है लेकिन पुरानी व्यवस्था भी निवेश और बचत से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने में आपकी मदद करती है। यह आपको सालाना तौर पर ये निवेश या बचत करने के लिए मजबूर करती है चाहे वह ELSS, पेंशन योजना या PPF हो। हो सकता है कुछ करदाता पहले से ही ELSS में SIPs कर रहे हों। उन्हें अपनी SIPs बंद करने से पहले दोनों व्यवस्थाओं के तहत टैक्स लाभ का मूल्यांकन करना चाहिए।

मनी मैनेजमेंट: कोरोना काल में अपना पूरा पैसा एक ही जगह न करें निवेश, इन 7 बातों का ध्यान रखेंगे तो नहीं होगी पैसों से जुड़ी परेशानी

कोरोना की दूसरी लहर के कारण देश में फिर एक बार लॉकडाउन लगाया गया है। इसका असर लोगों की कमाई पर पड़ा है और लोगों को पैसों से जुड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में ये परेशानियां और भी बढ़ सकती हैं। इससे निपटने के लिए जरूरी है कि आप इसकी तैयारी पहले से कर लें। ताकि भविष्य में पैसों की तंगी से निपटा जा सके। हम आपको क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? बता रहे हैं कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए आपको क्या करना चाहिए।

इमरजेंसी फंड बनाएं
अगर किसी वजह से आप आर्थिक संकट के शिकार बन जाते हैं तो आपको अपने घर खर्च के लिए कम से कम 3 महीने के लिए जरूरी रकम एक इमरजेंसी फंड में रखना चाहिए। यह फंड आप बैंक के सेविंग अकाउंट या म्यूचुअल फंड के लिक्विड फंड में बना सकते हैं। इस फंड का इस्तेमाल सिर्फ इमरजेंसी में ही करें।

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