Step 4: फिर डीपी एक खाता खोलेगा और आपको डीमैट खाता संख्या देगा। इसे बेनिफिशियल ओनर आइडेंटिफिकेशन नंबर (BO ID) भी कहा जाता है। सिक्योरिटीज में आपकी सभी खरीद / निवेश इस खाते में जमा किए जाएंगे। यदि आप अपनी सिक्योरिटीज बेचते हैं, तो आपका डीमैट खाता डेबिट हो जाएगा।

Demat vs Trading Account में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?

नई दिल्ली। शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?

शेयर मार्केट में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट दोनों का होना जरूरी
बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।

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क्या होता है ट्रेडिंग अकाउंट?
इक्विटी शेयरों को खाते में सहेजकर रखने की बजाय अगर आप इनकी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है।

डीमैट और ट्रेडिंग में अकाउंट क्या फर्क है?
जहां डीमैट अकाउंट आपके शेयर या को डिमैटिरियलाइज्ड तरीके से सुरक्षित रखने वाला खाता होता है, वहीं दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी होती है। डीमैट अकाउंट में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है। इसमें कोई लेन-देन नहीं किया जाता है। ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों की खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल होता है। डीमैट अकाउंट पर निवेशकों को सालाना कुछ चार्ज देना होता है। पर ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता कंपनी आपसे चार्ज वसूलेगी या नहीं।

Demat Account Kya Hota Hai

सरल शब्दों में कहें तो डीमैट अकाउंट किसी बैंक अकाउंट जैसा ही होता है, दोनों में अंतर सिर्फ इस बात का है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेन-देन किया जाता है जबकि डीमैट अकाउंट में शेयर्स का लेन-देन होता है। डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल ऐसे अकाउंट और लॉकर के रूप में किया जाता है, जहाँ ख़रीदे गए शेयर्स को जमा किया जाता है। डीमैट अकाउंट को सिर्फ और सिर्फ शेयर्स खरीदने के बाद उसमें रखने के काम में लिया जाता है।

Demat Full Form:

Demat का फुल फॉर्म – Dematerialised होता है ।

शेयर को बेचते समय हमारे डीमैट अकाउंट से शेयर, खरीदने वाले के डीमैट अकाउंट में जमा हो जाता है। डीमैट अकाउंट के अंतर्गत शेयर्स के साथ ही बांड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, म्यूच्यूअल फंड्स भी रखे जा सकते हैं। SEBI (Securities And Exchange Board Of India) के निर्देशों के अनुसार, डीमैट अकाउंट के अलावा किसी अन्य रूप में शेयर्स को ख़रीद या बेच नहीं सकते है। इसलिए अगर आपको शेयर बाजार से स्टॉक खरीदना या बेचना हो तो आपके पास डीमैट खाता होना अनिवार्य है।

Demat Account Ke Liye Document

Demat Account खोलने के लिए आपको कई जरूरी दस्तावेज़ की जरुरत होती है जैसे:

डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया 2 तरह की होती है। डीमैट अकाउंट दो तरीकों से खोला जा सकता है:

Offline Demat Account Kaise Khole

Step 1: अगर आप अपना डीमैट अकाउंट ऑफलाइन खोलना चाहते है तो किसी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) जो NSDL (The National Securities Depository Limited) या CDSL (Central Depository Services (India) Limited) के ब्रोकर या सब-ब्रोकर होते है उनसे संपर्क किया जा सकता है।

Step 2: खाता खोलने के फॉर्म के साथ, आपको पहचान के प्रमाण और पते के प्रमाण के लिए कुछ दस्तावेजों की फोटोकॉपी संलग्न करनी होगी।

Step 3: आपको डिपॉजिटरी निर्धारित मानक प्रारूप में DP के साथ एक एग्रीमेंट पर डीमैट अकाउंट क्या है हस्ताक्षर करना होगा, जो निवेशक और डीपी के अधिकारों और कर्तव्यों की डिटेल्स देता है। आप एग्रीमेंट की एक प्रति और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रभार की अनुसूची प्राप्त करने के हकदार हैं।

Demat Account Ke Fayde

डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर मार्केट में कदम नहीं रख सकते। शेयर्स को डीमैट अकाउंट में रखना बहुत ही फ़ायदेमंद है। आइये जानते है डीमैट खाते के लाभ क्या है:

  • डीमैट अकाउंट के द्वारा शेयर्स को होल्ड पर रखा जा सकता है। यह एकदम आसान तरीका है।
  • बैंक लॉकर्स जैसी सुरक्षा डीमैट अकाउंट को भी प्राप्त होती है।
  • शेयर्स को बेचने पर आसान, सुरक्षित और सुविधाजनक ट्रान्सफर की व्यवस्था होती है डीमैट अकाउंट में।
  • डीमैट खाता के लाभ में एक लाभ यह भी है की इसमें पेपर वर्क की कोई जरूरत नहीं पड़ती है।
  • डीमैट अकाउंट में ट्रांजेक्शन कॉस्ट और स्टाम्प ड्यूटी फ़ीस भी कम हो जाती है।
  • इस अकाउंट के डीमैट अकाउंट क्या है द्वारा आप दुनिया में कही से भी शेयर्स ख़रीद और बेच सकते है।

Conclusion:

तो दोस्तों अब आप डीमैट खाता के बारे में अच्छे से जान डीमैट अकाउंट क्या है डीमैट अकाउंट क्या है गए होंगे। अब डीमैट अकाउंट के द्वारा आप आसानी से शेयर ख़रीद और बेच सकते है। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी डीमैट खाता की जानकारी शेयर करे। यदि इस पोस्ट से सम्बन्धित आपके पास कोई सुझाव है तो कमेंट करके ज़रुर बताए। आगे भी ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए बने रहे हिंदी सहायता पर, धन्यवाद!

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डीमैट अकाउंट क्या है | Demat Account In Hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको Demat Account In Hindi आर्टिकल पर डीमैट अकाउंट के बारे में आप सबको बताने वाले हैं और दोस्तों आप सब ने कई जगह इसके बारे में सुना होगा या कहीं पढ़ रखा होगा डीमेट अकाउंट के बारे में और अगर इसके बारे में डिटेल में जाने की इच्छा हो रही है तो हमारी इस लेख को पूरा ध्यान से पढियेगा

क्योंकि हम आपको सीधे और सरल शब्दों में इसके बारे में आपको बताएंगे कि डिमैट अकाउंट क्या है कैसे काम करता है कैसे खुलवाएं कहां खुलवाएं इसके लाभ इत्यादि सब कुछ तो दोस्तों चलिए जानते हैं डीमैट अकाउंट के बारे में

What is Demat Account In Hindi

दोस्तों डीमैट अकाउंट का मतलब है De-materialization यानी आसान भाषा में कहें तो बिना किसी कागज या डाक्यूमेंट्स का भौतिक रूप में ना होना यानी सिर्फ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही सारी प्रक्रिया होना

दोस्तों पहले के समय में सब कुछ काम काज ऑफिसियल पेपर वर्क द्वारा ही किया जाता था लेकिन अब सब कुछ ऑनलाइन ही कार्य होता है दोस्तों पहले जब हम शेयर बाजार में निवेश करते थे या फिर किसी से शेयर की खरीद व बिक्री करते थे तो यह पेपर द्वारा ही होता था

जिसमें काफी टाइम वा उबाऊ प्रोसेस से गुजरना पड़ता था इसलिए लोग ज्यादातर शेयर बाजार की तरफ जाने से भी कतराते हैं पर आज सेबी के नियमों द्वारा यह सब प्रक्रिया आसान बन गई है और अब यह सब सारा वर्क डिमैट अकाउंट द्वारा और सरल हो गया है अब आप सारा काम डीमेट अकाउंट द्वारा व एक ही ऑनलाइन प्लेटफार्म द्वारा बड़ी आसानी से कर सकते हैं पहले के समय में डाक्यूमेंट्स का खो जाने जल जाने भीग जाने का खतरा हमेशा बना रहता था जो अब ऑनलाइन प्रोसेस द्वारा खत्म हो गया

Demat Account कैसे काम करता है

  • दोस्तों आप जब डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं तो सबसे पहले KYC करानी पड़ती है जिसमें पैन कार्ड व आधार कार्ड होना अनिवार्य होता है और KYC के जरिए ही आपका डीमैट अकाउंट वेरीफाई किया जाता है
  • आपके डीमैट अकाउंट को आपके बैंक अकाउंट से सीधे जोड़ दिया जाता है ताकि आप अपने बैंक अकाउंट की राशि सीधे डिमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सके और उस राशि से शेयर की खरीद कर सके शेयरो को खरीदने के बाद आपके अकाउंट में ही होल्ड करके रखा जाता है और जब आप शेयरो को बेचना चाहते हैं तो उस डिमैट अकाउंट से ही बेचते है और वह शेयर कोई दूसरा व्यक्ति अपने डीमैट अकाउंट के जरिए ही खरीदता है उसे और होल्ड कर लेता है तो दोस्तों डिमैट अकाउंट इसी प्रकार वर्क करता है
  • दोस्तों जब आप अपनी शेयरो को बेच देते हैं तो पुनः आपके डीमैट अकाउंट में शेयर के बदले राशि आ जाती है आप यह राशि चाहे तो फिर से शेयर खरीद ले या फिर आप अपने बैंक अकाउंट में पुनः वापिस ट्रांसफर कर सकते हैं अपने जरूरत के हिसाब से
  • दोस्तों डीमैट अकाउंट इसी तरह काम करता है और आप भी डीमैट अकाउंट की सहायता से इसी प्रकार शेयर बाजार या कहे तो स्टॉक मार्केट में निवेश या खरीद वा बिक्री कर सकते हैं

डिमैट अकाउंट कैसे खोलें ? How to open Demat account 2022 ?

आप इस Article को पढ़ रहे हो तो इसका मतलब यह साफ है कि आप स्टॉक मार्केट में अपना हाथ आजमाना चाहते हे डिमैट अकाउंट खोलना बहुत ही आसान है जिस तरह बैंक में पैसा जमा कराने के लिए आपको एक बैंक खाता खुलवाना पड़ता है उसी प्रकार शेयर मार्केट में कंपनियों के शेर को खरीदने और बेचने के लिए को रखने के लिए डीमेट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज का डीमैट अकाउंट क्या है होना अति आवश्यक है सभी दस्तावेज में पैन कार्ड अति आवश्यक है क्योंकि इसके बिना आप डिमैट अकाउंट बिल्कुल भी नहीं खोल सकते है चलिए अपने आपको बताता हूं कि डीमेट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं और डिमैट अकाउंट कैसे खोले और किस ब्रोकर के साथ खोलें क्योंकि मार्केट में तीन प्रकार के स्टॉक ब्रोकर होते हैं

शेयर बाजार में कुछ साल पहले किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने और बेचने के लिए डीमैट अकाउंट क्या है कंपनी के ऑफिस जाना पड़ता था और वहां पर कागजी दस्तावेज से आप शेयर को खरीद और बेच सकते थे लेकिन अब आप यह काम जिस फोन से यह लेख पढ़ रहे हो उसी फोन से कर सकते है

Zordha मैं डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने के लिए जरोदा एक बेस्ट प्लेटफॉर्म है क्योंकि यह एक डिस्काउंट ब्रोकर है इसके साथ ही इस ऐप का इंटरफस बहुत ही अच्छा है जिसके कारण आपको शेयर खरीदते और बेचत समय में बहुत ही आसानी होती है

  1. आपको सबसे पहले Zeordha वेबसाइट पर जाना है अब यहां पर आप Sign up now पर क्लिक करें
  2. अब आपको यहां पर अपना मोबाइल नंबर देना है उसके ऊपर एक ओटीपी आएगा अब इसे आप वहां पर डाल दे
  3. अब आगे आप सारी जानकारी भरने के बाद मुझे कॉल करो पर क्लिक कर दें अब आपको जरोद की टीम से फोन आएगा और जितने भी आवश्यक दस्तावेज है वह आपसे वह मांग लेंगे और अगले 5 से 7 दिनों के भीतर आपका डिमैट अकाउंट चालू कर दिया जाएगा
  4. अगर आप खुद ही जरोदा पर ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलते हैं तो आपको कुछ भी प्रॉब्लम हो तो आप इस नंबर पर जरोदा की टीम से मदद मांग सकते हैं

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं ?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने के लिए तीन प्रकार के डीमेट अकाउंट होते हैं डिमैट अकाउंट के प्रकार अलग-अलग व्यक्तियों की प्रोफाइल के हिसाब से बनाया गया है

  • रेगुलर रेडीमेड खत्म (Regular Demat account)
  • रिपेट्रायबल डीमेट खाता (Repatriable Demat Account)
  • नॉन-रिपाट्रिएबल डीमैट अकाउंट (Non-Repatriable Demat Account )

डीमेट अकाउंट खोलने के लिए कितने रुपए लगते हैं ?

आजकल मार्केट में कई सारे ऐसे स्टॉक ब्रोकर मौजूद है जो आपका बिल्कुल फ्री है ना अकाउंट ओपन आपका बिल्कुल फ्री में भी अकाउंट ओपन कर देते हैं लेकिन बाद में वह आपके ऊपर इतने हिडेन चार्ज लगाते हैं जिसका आपको पता भी नहीं चलता है तो मैं आपको यह सुझाव दूंगा कि आप अगर जीरोधा के साथ में अपना डीमेट अकाउंट ओपन करते हैं तो आप के ₹200 चार्ज लगेगा बाकी और भी ब्रोकर है जो ₹200 से लेकर ₹1000 तक डीमेट अकाउंट खोलने के रुपए लेते हैं

Demat Account: आप भी हैं एक से अधिक डीमैट खातों से परेशान, ये है सभी शेयरों को एक अकाउंट में ट्रांसफर करने का तरीका

Sachin Chaturvedi

Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: July 21, 2022 17:56 IST

Dmat Account - India TV Hindi

Photo:PTI Dmat Account

Highlights

  • आप ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड से एक अकाउंट से दूसरे डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं
  • देश में डिपॉजिटरीज डीमैट खातों की देखरेख करते हैं, ये हैं NSDL और CDSL
  • CDSL के साथ डीमैट खाता होने पर आप ऑनलाइन शेयर ट्रांसफर कर सकते हैं

Demat account: शेयर बाजार में निवेश के लिए सबसे पहली जरूरत होती है कि आपके पास अपना एक डीमैट अकाउंट हो। इसी डीमैट खाते से आप किसी आईपीओ में निवेश करने के अलावा शेयरों की खरीद बिक्री कर सकते हैं। देश में फिलहाल प्रति माह 8 लास से अधिक डीमैट खाते खोले जा रहे हैं। अक्सर लोग आईपीओ में अधिक लॉट खरीदने के चक्कर में एक से अधिक डीमैट खाते खोल लेते हैं। इसके अलावा कई बार ऐजेंट के कहने पर भी हम दूसरा अकाउंट खोल ही देते हैं।

यदि आप एक्टिव ट्रेडर हैं तो एक से अधिक अकाउंट होने में कोई गुरेज नहीं है, लेकिन यदि आप शौकिया मार्केट में निवेश करते हैं या फिर ज्यादा एक्टिव नहीं हैं तो यह आपके लिए मुसीबत का कारण भी बन सकता है। एक तो आपको डीमैट अकाउंट का वार्षिक चार्ज देना पड़ता है, इसके अलावा डीमैट खातों पर हैकिंग का खतरा भी होता है। हैकर्स आपके अकाउंट से शेयर खरीद में फर्जी वाड़ा कर सकते हैं और आपको पता भी नहीं चलेगा। ऐसे में अगर आपके डीमैट अकाउंट क्या है पास भी एक से अधिक डीमैट खाते हैं तो बेहतर होगा कि आप अपने शेयर्स को तुरन्त दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर लें। आइए जानते हैं इसका क्या तरीका है:

आपके पास हैं दो विकल्प

आज डीमैट खाता पूरी तरह से डिजिटल हो चुका है। शेयर खरीद से लेकर पैसा डीमैट अकाउंट क्या है ट्रांसफर तक सब कुछ डिजिटल है। लेकिन यदि आप ​डीमैट खाते में शेयर ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपके पास दो विकल्प हैं। आप ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन मोड से शेयरों को एक अकाउंट से दूसरे डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

देश में डिपॉजिटरीज डीमैट खातों की देखरेख करते हैं, ये हैं NSDL और CDSL, इनकी मदद से आप ऑफलाइन मोड में शेयर ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) की जरूरत पड़ेगी। इस फॉर्म में ट्रांसफर किए जाने वाले शेयरों का ISIN नंबर, कंपनी का नाम और जहां इन्‍हें ट्रांसफर किया जा रहा है उस डीमैट अकाउंट और उसका DP Id दर्ज करना होगा। यहां पुराने वाले ब्रोकर के ऑफिस में आगे के प्रोसेस के लिए फॉर्म जमा कराना होगा।

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