नई अपडेट: केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत (INDIA) स्वयं का डिजिटल रुपया लांच करने की तैयारी में है| यह भारत के लिए क्रन्तिकारी कदम हो सकता है, इससे अर्थव्यवस्था में असर देखने को मिलने की उम्मीद है|
डिजिटल रुपया क्या है, यह कैसे काम करता है। विस्तार से जानिए
अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और व्यवसायों को खुश करने की संभावना वाले एक कदम में, भारत सरकार ने डिजिटल रुपये पेश करने का फैसला किया है। नए इलेक्ट्रॉनिक रुपये पेटीएम और एम-पेसा जैसे मौजूदा ई-मनी प्लेटफॉर्म के समान होंगे, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा समर्थित होंगे।
आरबीआई पिछले कुछ समय से डिजिटल रुपये की अवधारणा पर काम कर रहा है, और लॉन्च के साथ आगे बढ़ने का निर्णय पिछले हफ्ते केंद्रीय बैंक के निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया था। डिजिटल रुपये नियमित कागजी मुद्रा के साथ मौजूद होंगे, और भारत में सभी लेनदेन के लिए कानूनी निविदा के रूप में स्वीकार किए जाएंगे।
कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल रुपये के कई फायदे हैं। एक के लिए, उन्हें नकली बनाना अधिक कठिन है।
कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल मुद्रा के लाभ
Table of Contents
कागजी मुद्रा की तुलना में डिजिटल मुद्रा के लाभ
भारत सरकार कागजी मुद्रा को डिजिटल रुपये से बदलने की योजना बना रही है, और इस बदलाव के कई फायदे हैं।
एक के लिए, नकली के लिए डिजिटल रुपये अधिक कठिन हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक सुरक्षित सर्वर पर संग्रहीत हैं और प्रत्येक लेनदेन को रिकॉर्ड किया जाता है। इससे सरकार के लिए जालसाजों को ट्रैक करना और उनकी जांच करना आसान हो जाएगा।
डिजिटल रुपये का एक और फायदा यह है कि इन्हें आसानी से विभाजित या गुणा किया जा सकता है। इससे लोगों के लिए कम मात्रा में लेन-देन करना आसान हो जाएगा, जो कागजी मुद्रा से संभव नहीं है।
डिजिटल रुपये बड़ी मात्रा में नकदी के लिए भंडारण स्थान की आवश्यकता को भी समाप्त कर देगा। इससे घरों और व्यवसायों में जगह खाली होगी, साथ ही चोरी का खतरा भी कम होगा।
कुल मिलाकर, डिजिटल रुपये कागजी मुद्रा की तुलना में लेनदेन करने का अधिक सुरक्षित और कुशल तरीका प्रदान करते हैं।
डिजिटल रुपया कैसे और कहाँ इस्तेमाल किया जाएगा
नए डिजिटल रुपये का इस्तेमाल नियमित रुपये की तरह ही सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जाएगा। हालांकि, डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन के डिजिटल वॉलेट में स्टोर किया जाएगा। आपको वॉलेट को Google Play Store या App Store से डाउनलोड करना होगा। एक बार जब आप वॉलेट डाउनलोड कर लेते हैं, तो आप अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके इसमें पैसे जोड़ सकते हैं। आपके डिजिटल वॉलेट के पैसे का उपयोग ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए किया जा सकता है।
डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन का उपयोग करके चीजों के भुगतान का एक नया तरीका है। डिजिटल रुपया आपके मोबाइल फोन पर एक डिजिटल वॉलेट में जमा होता है। आप अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके अपने डिजिटल वॉलेट क्या है डिजिटल करेंसी में पैसे जोड़ सकते हैं। आपके डिजिटल वॉलेट के पैसे का उपयोग ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए किया जा सकता है।
भारत में डिजिटल रुपया कब लॉन्च होगा
डिजिटल रुपया परियोजना की घोषणा पहली बार फरवरी 2019 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा की गई थी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि केंद्रीय बैंक भारतीय रुपये का डिजिटल संस्करण लॉन्च करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है।
हालांकि, डिजिटल रुपया कब लॉन्च होगा, इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई गई है। दास ने केवल इतना कहा है कि आरबीआई परियोजना पर सरकार के साथ “निकटता से काम” कर रहा है।
डिजिटल मुद्रा लॉन्च करने से पहले कई कारकों पर विचार करने की आवश्यकता होती है, जैसे सुरक्षा और नियामक मुद्दे। इसलिए यह संभावना है कि जब तक इन मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता, तब तक डिजिटल रुपया लॉन्च नहीं किया जाएगा। जानकारों के मुताबिक भारत में डिजिटल रुपया 2024 तक लॉन्च हो जाएगा
आरबीआई द्वारा जारी किया जाने वाला डिजिटल रुपया क्या है?
RBI के अनुसार, “CBDC एक केंद्रीय बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी किया गया कानूनी निविदा है ।
CBDC: RBI पेश कर रहा आज डिजिटल रुपया! क्या आप भी समझ रहे क्या है डिजिटल करेंसी Bitcoin जैसा
Digital Rupee By RBI: आज से नए महीने की शुरुआत हो चुकी है. इसी के साथ एक नया बदलाव भी आपके जीवन में दस्तक देने जा रहा है. जहां अब तक वित्तीय लेन-देन के लिए कागजी रुपयों का ही इस्तेमाल होता था वहीं अब डिजिटल रुपया का इस्तेमाल कर सकेंगे. दरअसल डिजिटलीकरण के इस दौर में देश का केंद्रीय बैंक आज से डिजिटल रुपया पेश कर रहा है. डिजिटल रुपया यानि कागजी रुपयों से अलग लेकिन कागजी रुपये की वैल्यु जैसा रुपया लाया जा रहा है. आरबीआई ने ये कदम डिजिटल करेंसी को लेने-देन की प्रक्रिया में शामिल करने के लिए उठाया है. आज सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने जा रहा है. हालांकि डिजिटल करेंसी शब्द नया नहीं है. इसे लाने की बात इस साल के बजट में पहले ही हो चुकी थी.
CBDC क्या बिटकॉइन जैसा समझा जाए
बहुत से लोग सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को बिटकॉइन जैसा मान रहे हैं. लेकिन यह हकीकत में यह इससे बहुत अलग है. सबसे बड़ा अंतर दोनों में यही है कि बिटकॉइन जैसी करेंसी किसी के अधिकार में नहीं होती जबकि सीबीडीसी को भारत का केंद्रीय बैंक पेश कर रहा है यानि इसका पूरा कंट्रोल रिजर्व बैंक के पास है. दूसरा बड़ी सहूलियत यह कि सीबीडीसी को इस्तेमाल करना कागजी रुपयों जैसा ही होने वाला है. रिजर्व बैंक सीबीडीसी को दो रूपों में लेकर आई है. पहला सीबीडीसी डबल्यू और दूसरा सीबीडीसी आर. सीबीडीसी डबल्यू का मतलब होल सेल डिजिटल करेंसी से है जबकि सीबीडीसी आर का मतलब रिटेल से है. होलसेल के लिए करेंसी को पहले ही लॉन्च किया जा चुका है. जबकि रिटेल आज पेश हो रहा है.
आसान होगा CBDC इस्तेमाल का तरीका
डिजिटल करेंसी को इस्तेमाल करने को लेकर भी कई लोगों के मन में बहुत से सवाल हैं. मसलन इसका इस्तेमाल कौन और कैसे कर सकेगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल ई- रुपी यानि डिजिटल टोकन के रूप में होगा. आपके स्मार्टफोन में मौजूद डिजिटल पेमेंट ऐप से इनका इस्तेमाल हो पाएगा. शुरुआती चरण में केवल चार बैंकों के जरिए पर्सन टू पर्सन या पर्सन टू मर्चेंट इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. इन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यस बैंक , आईसीआईसीआई बैंक और आईडीएफसी बैंक शामिल रहेंगे. बाद के चरणों में इसमें अन्य बैंको को भी शामिल किया जाएगा. खास बात ये कि डिजिटल करेंसी को कागजी रुपयों या सिक्कों में भी बदलवाया जा सकेगा.
RBI Digital Currency: क्रिप्टो करेंसी से कितनी अलग होगी डिजिटल करेंसी, क्या यह है कैशलेस भारत की ओर एक बड़ा कदम?
डीएनए हिंदी: क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) को लेकर भारत का रुख अभी तक नकारात्मक ही रहा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) पहले ही डिजिटल करेंसी की बात करता रहा है और खबर है कि RBI डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने की तैयारी शुरू कर चुका है. जानकारी के मुताबिक इस साल पायलट प्रोजेक्ट के तहत RBI डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा.
दरअसल, क्रॉस बॉर्डर भुगतान के लिए डिजिटल करेंसी को काफी प्रभावी माना जा रहा है. इसके लिए आरबीआई अमेरिका की फिनटेक कंपनी FIS से बातचीत कर रहा है. डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने से पहले चार सरकारी बैंकों से सेंट्रल बैंक ने डिजिटल करेंसी के लिए पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू करने को कहा है.
नहीं रखना पड़ेगा कैश
खास बात यह है कि डिजिटल करेंसी से आपको कैश रखने की जरूरत नहीं होगी. यह करेंसी मोबाइल वॉलेट की तरह ही काम करेगी. वहीं इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी कि इसे रखने पर आपको ब्याज भी मिलेगा. डिजिटल क्या है डिजिटल करेंसी करेंसी को आप अपने मोबाइल के वॉलेट में रख सकते हैं या फिर अपने अकाउंट में रख सकते हैं. डिजिटल करेंसी के सर्कुलेशन की गोपनीयता रखी जाएगी. इसके सर्कुलेशन पर RBI का कंट्रोल होगा.
वित्त मंत्री ने की थी घोषणा
RBI द्वारा लॉन्च होने वाली इस डिजिटल करेंसी को एक बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है. आपको बता दें कि इसी वर्ष एक फरवरी को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आने वाले वित्त वर्ष में आरबीआई द्वारा डिजिटल करेंसी क्या है डिजिटल करेंसी या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी जारी करने की घोषणा की थी.
अपने संबोधन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि डिजिटल रुपया लाने का फैसला भारतीय क्या है डिजिटल करेंसी रिजर्व बैंक की सलाह से सोच-समझकर लिया गया है. आरबीआई के डिजिटल करेंसी को कानूनी मान्यता हासिल होगी. पॉयलेट प्रोजेक्ट के लिए देश के 4 सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा को शामिल किया गया है.
आपको बता दें कि देश में लगातार कैशलेस ट्रांजेक्शंस को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके चलते ही यूपीआई को लेकर बड़े ऐलान किए गए है और रुपे कार्ड को भी भारत से बाहर कई देशों में मान्यता दिलाने के प्रयास जारी हैं. क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत सरकार का रुख नकारात्मक इसलिए भी है क्योंकि उसका कंट्रोल भारत के हाथ में ही नहीं है.
ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ट्रांजेक्शन से देश में आर्थिक विषमता आ सकती है. इसलिए क्रिप्टोकरेंसी को काउंटर करने के उद्देश्य से ही इस डिजिटल करेंसी को लॉन्च किया जा रहा है. आरबीआई पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे शुरू करेगी फिर इसके परिणामों के अनुसार इसे पूरी तरह रोलआउट करेगी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
डिजिटल करेंसी क्या है in Hindi | क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है | Digital Currency in India
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI – Reserve Bank of India) ने डिजिटल करेंसी को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है | जहाँ आज से पहले हमारे देश में किसी चीज को खरीदने के लिए अधिकतर नगदी मुद्रा का इस्तेमाल होता रहा है, वही अब देश की मोदी सरकार द्वारा भारत में डिजिटल करेंसी को शुरू कर लेन-देन के तरीके को डिजिटल रूप दे दिया है | आरबीआई के डिप्टी गवर्नर (Deputy Governor) टी रवि शंकर का कहना है, कि केंद्रीय बैंक जल्द ही डिजिटल मुद्रा को जारी करने वाली है, जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी है |
RBI ने बहुत पहले ही डिजिटल करेंसी को शुरू करने का संकेत दे दिया था | इसके अतिरिक्त दुनिया के दूसरे केंद्रीय बैंक भी अपने-अपने देश में डिजिटल करेंसी को शुरू करने की तैयारी में है | यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टो करेंसी से बिलकुल अलग होगी | इस डिजिटल करेंसी की सबसे खास बात यह होगी की इसे RBI द्वारा विनियमित किया जायेगा, जिससे लोगो को उनके पैसो के डूबने का खतरा भी नहीं होगा | यदि आप भी इस डिजिटल करेंसी के बारे अधिक जानकारी जानना चाहते है, तो इस पोस्ट में आपको डिजिटल करेंसी क्या है in Hindi, क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है, Digital Currency in India आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है |
डिजिटल करेंसी क्या है (What is Digital Currency)
यह डिजिटल करेंसी नगदी का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा,जिसे देश की सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होगी | इस करेंसी को केवल क्या है डिजिटल करेंसी देश की केंद्रीय बैंक (Central Bank) द्वारा ही जारी किया जा सकता है | देश की केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट (Balance Sheet) में भी इसे शामिल किया जायेगा | इस डिजिटल मुद्रा की खास बात यह होगी की इसे सॉवरेन करेंसी (Sovereign Currency) में भी बदला जा सकेगा तथा यह भारत का डिजिटल रुपया होगा |
यह डिजिटल करेंसी दो तरह से होगी पहला रिटेल (Retail) और दूसरा होलसेल (Wholesale) | रिटेल डिजिटल मुद्रा को आम नागरिक तथा कंपनियों द्वारा प्रयोग में लाया जायेगा, जबकि होल सेल डिजिटल करेंसी को वित्तीय संस्थाओ द्वारा इस्तेमाल किया जायेगा|
नई अपडेट: केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) वित्तीय वर्ष 2022-23 में क्या है डिजिटल करेंसी भारत (INDIA) स्वयं का डिजिटल रुपया लांच करने की तैयारी में है| यह भारत के लिए क्रन्तिकारी कदम हो सकता है, इससे अर्थव्यवस्था में असर देखने को मिलने की उम्मीद है|
डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल कैसे होगा (How to Use Digital Currency)
भारत की डिजिटल करेंसी यानि सीबीडीसी (CBDC) -सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के इस्तेमाल को लेकर अभी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है | लेकिन मिली जानकारी के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि RBI-बैंक द्वारा डिजिटल करेंसी को जारी किया जायेगा,जिसके बाद यह आपको मिलेगी | इसके बाद आप जिसे पेमेंट करना चाहते है, उसे इससे भुगतान कर दे यह सीधे उसके अकाउंट में पहुंच जाएगी |
इसमें किसी तरह का वॉलेट नहीं होगा और न ही बैंक खाते की जरूरत होगी | यह बिलकुल नगदी (Cash) की तरह ही उपयोग में लायी जाएगी | फर्क सिर्फ इतना होगा कि यह टेक्नोलॉजी के माध्यम से डिजिटल रूप में कार्य करेगी | यह नगद का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा |
क्रिप्टो करेंसी किसे कहते है (What is Crypto Currency)
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मुद्रा का एक रूप होता है | यह किसी सिक्के या नोट के रूप में आपकी जेब में न होकर पूरी तरह ऑनलाइन होती है | यह एक गैर कानूनी करेंसी होती है | जिसे किसी तरह की सरकारी मान्यता नहीं प्राप्त है, और न ही इसे किसी सरकारी या विनियामक अथॉरिटी द्वारा जारी किया जाता है | इसमें व्यापार को बिना किसी नियमो के व्यापार किया जाता है |
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टोकरेंसी में अंतर (Difference Between Digital Currency and Cryptocurrency)
डिजिटल करेंसी (Digital Currency) और क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में सबसे बड़ा अंतर यह है, कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होती है, यह देश की केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की जाती है | इसलिए यह पूरी तरह से जोखिमों के अधीन होती है | यह जारी किये गए देश में खरीदारी लेन-देन के रूप में प्रयोग में लायी जाती है | इस करेंसी को सॉवरेन मुद्रा (Sovereign Currency) यानि उस देश की करेंसी में बदला जा सकता है | वही क्रिप्टो करेंसी में इस तरह की सुविधा नहीं उपलब्ध होती है |
क्रिप्टो करेंसी की तरह डिजिटल करेंसी की वैल्यू में किसी तरह का उतार-चढाव नहीं होता है, जबकि क्रिप्टो करेंसी में उतार-चढ़ाव होते है, इसका एक उदाहरण बिटकॉइन है | बिटकॉइन की वैल्यू में आपको कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिल जाते है | डिजिटल करेंसी को देश की केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है, वही क्रिप्टो करेंसी में को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है |
Digital Currency : इन बैंकों में सबसे पहले आएगा डिजिटल रुपया, जानिए कैसे मिलेगा और क्या है इसके फायदे
डिजिटल रुपया के बारे में तो सबने ही सुन लिया होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कहां मिलेगा और इसके फायदे क्या-क्या हैं? आज हम आपको बताने वाले हैं कि किन बैंकों में डिजिटल रुपया सबसे पहले आएगा। आइए नीचे खबर में जानते हैं विस्तार से-
HR Breaking News (डिजिटल डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से देश में डिजिटल इकॉनमी (Digital Economy) को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) की शुरूआत हुई. आरबीआई द्वारा लॉन्च डिजिटल रुपया (e₹-R) का उपयोग देश में दुकानों से लेकर हर तरह की खरीदारी के लिए किया गया है. यह डिजिटल रुपया (Digital Rupees) एक लीगल टेंडर के तहत जारी हुआ है. यह डिजिटल टोकन (Digital Token) के रूप में काम करेगा. देश में e-RUPI की सुविधा नेशनल पेमेंट कॉर्पोशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से दी जा रही है. NPCI ही ई-रुपये के पेमेंट के लिए QR code क्या है डिजिटल करेंसी भी जारी कर रहा है.
क्या है डिजिटल रुपया
आपको बता दें कि, डिजिटल रुपया या ई-रुपया (e-Rupee) नोट और सिक्कों का डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप है. ई-रुपया के आने के बाद से अब आपको नोट या सिक्के रखने की कोई जरूरत नहीं है. खरीदारी या किसी अन्य लेनदेन के लिए आप इस ई-रुपये का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें आपको ऑनलाइन लेनदेन करना होगा. डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है.
ये होंगे लेनदेन
डिजिटल रुपये से आप व्यक्ति-से-व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति-से-व्यापारी (P2M) के बीच लेनदेन कर सकते हैं. आप किसी दुकान पर कोई सामान खरीदने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते है. आपको दुकानदार के QR कोड को स्कैन करके डिजिटल वॉलेट में जमा ई-रुपी से भी पेमेंट करने का विकल्प मिलता है.
देश में कहां मिलेगा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पायलट प्रोजेक्ट के 8 बैंकों के साथ डिजिटल रुपया को उपलब्ध कराने की जानकारी दी है. इसमें पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में सुविधा शुरू होगी. वही दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रुपया मिल सकेगा.
इन बैंकों में मिलेगा डिजिटल रुपया
पहले चरण की 4 बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यस बैंक (YES Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC Bank) मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में ये सुविधा उपलब्ध होगी. वहीं दूसरे क्या है डिजिटल करेंसी चरण में बैंक ऑफ बड़ौदा (BOI), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak) के जरिए डिजिटल रुपया मिलेगा.
ऐसे ले सकते हैं क्या है डिजिटल करेंसी डिजिटल रुपया
आप डिजिटल रुपया को भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ऐप या वेबसाइट से खरीद सकते हैं. इसके लिए ग्राहकों के मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस में बैंकों द्वारा एक डिजिटल वॉलेट में उपलब्ध कराया जाएगा. ग्राहक अपने बैंक के वॉलेट में इस डिजिटल करेंसी को रख सकते हैं.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 321