अलग अलग ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अलग अलग प्रोग्रामिंग भाषा (Programmng Language) होती है।

बाइनरी नंबर सिस्टम क्या है? (Binary Number System in Hindi)

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बाइनरी नंबर सिस्टम-द्वयाधारी संख्या पद्धति क्या है? What is Binary Number System in Hindi

बाइनरी नंबर (Binary Number) या द्वयाधारी संख्या का प्रयोग मशीनी भाषा ( Machine language ) में प्रोग्राम लिखने के लिये होता है मशीनी भाषा बायनरी कोड में लिखी जाती है जिसके केवल दो अंक होते हैं 0 और 1 चूंकि कम्प्यूटर मात्र बाइनरी संकेत अर्थात 0 और 1 को ही समझता है और कंप्‍यूटर का सर्किट यानी परिपथ इन बायनरी कोड को पहचान लेता है और इसे विधुत संकेतो ( Electrical signals ) मे परिवर्तित कर लेता है इसमें 0 का मतलब Off है और 1 का मतलब ON तो आईये जानते हैं बाइनरी नंबर सिस्टम-द्वयाधारी संख्या पद्धति क्या है? What is Binary Number System in Hindi

Binary Number System, बाइनरी नंबर सिस्टम, द्वयाधारी संख्या पद्धति

बाइनरी नंबर सिस्टम-द्वयाधारी संख्या पद्धति क्या है? What is Binary Number System in Hindi

बाइनरी नंबर सिस्टम (Binary Number System) में केवल 2 ही संख्‍यायें होती हैं 0 और 1 और यह स्थानिय मान पद्धति (Place-Value Notation) पर काम करती है, जिसमें 0 का मतलब low या Off है और 1 का मतलब High या On, जिस प्रकार स्थानिय मान पद्धति (Place-Value Notation) निकालने के लिये संख्या में उस अंक का स्थान कहाँ है यह देखा जाता है जैसे 25 में 22 का स्‍थानीय मान 20 होता उसी प्रकार बाइनरी नंबर सिस्टम (Binary Number System) में संख्या का मान निकालने का आधार 2 लिया जाता है।

उदाहरण के लिये 10012 एक बायनरी नंबर है और इसके पीछे लिखा 2 का अंक इस बायनरी का बेस है, जिस प्रकार डेसीमल नंबर सिस्टम में संख्याओं को लिखने के लिए 0-9 तक के अंकों का प्रयोग होता है और इसका बेस 10 हाेता है, उसी प्रकार बायनरी नंंबरों को लिखने के लिये केवल 0 और 1 का प्रयाेग होता है और इसका बेस 2 होता है -

Decimal to Binary Conversion - Dibble Dabble in Hindi

बायनरी में कन्वर्ट करने का सबसे आसान तरीका है इस तरीके को Dibble Dabble कहते हैं यह परीक्षा में आपको अंक दिला सकता है बहुत आसान है आपको किसी भी डेसीमल नंबर को अगर बायनरी में बदलना है तो उसको दो से बाइनरी मोबाइल ऐप्स भाग देते जाईये और डेसीमल नंबर सम अंक होगा तो बाइनरी शेष 0 होगा एवं जब विषम अंक होगा तो शेष 1 होगा इसे उस संख्‍या के सामने लिखते जाईये

  • 9/2 = 4 शेष (Remainder) 1
  • 4/2 = 2 शेष (Remainder) 0
  • 2/2 = 1 शेष (Remainder) 0
  • 1/2 = 0 शेष (Remainder) 1

अब यहां जो 0 या 1 शेष बचते हैं उन्‍हें उल्‍टे क्रम में बाइनरी मोबाइल ऐप्स पढा जाता है यानि नीचे से ऊपर की ओर तो 9 का बायनरी हुआ 1001

बाइनरी नंबर सिस्टम क्या हैं? (द्विआधारी संख्या पद्धति)

आज हम सीखेंगे की कंप्यूटर संख्या प्रणाली क्या है? (What is Computer Number System in Hindi) जैसे की हम जानते है की हम जो भी कंप्यूटर को इनपुट (Input) देते है, वह कंप्यूटर बाइनरी नंबर सिस्टम (0,1) में समझता है अर्थात हम जो भी शब्द या अक्षर के रूप में कंप्यूटर को इनपुट देते है, कंप्यूटर उसे बाइनरी नंबर सिस्टम यानि 0,1 में कन्वर्ट (Convert) करता है।

हमारे द्वारा दिये गये इनपुट को कंप्यूटर बाइनरी नंबर सिस्टम (द्विआधारी संख्या प्रणाली) में बदलता है, उसके बाद वह डाटा इलेक्ट्रोनिक पल्स (Electronic Pulse) में बदल जाती है और कंप्यूटर के परिपथ (Circuit) में धारा प्रवाहित होती है जहाँ 1 का मतलब “Switch ON” होता है और 0 का मतलब “Switch OFF” होता है।

नंबर सिस्टम के प्रकार (Types of Number System in Hindi)

  • Binary Number System (द्विआधारी संख्या प्रणाली) : बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल दो अंक ‘0‘ और ‘1‘ होते हैं। इस द्विआधारी संख्या प्रणाली को बेस 2 नंबर सिस्टम (Base 2 Number System) भी कहते है क्योंकि द्विआधारी संख्या प्रणाली का आधार 2 है, क्योंकि इसमें केवल दो अंक हैं।
  • Octal Number System (ऑक्टल संख्या प्रणाली) : ऑक्टल संख्या प्रणाली में केवल आठ (8) अंक 0 से 7 होते हैं। प्रत्येक संख्या 0,1,2,3,4,5,6 और 7 के साथ इस नंबर प्रणाली में दर्शाती है इसका Base 8 होता है। ऑक्टल नंबर सिस्टम का आधार 8 है क्योंकि इसमें केवल 8 अंक हैं।
  • Decimal Number बाइनरी मोबाइल ऐप्स System (दशमलव संख्या प्रणाली) : दशमलव संख्या प्रणाली में 0 से 9 तक केवल दस (10) अंक होते हैं। प्रत्येक संख्या इस संख्या प्रणाली में 0,1,2,3,4,5,6, 7,8 और 9 के साथ दर्शाती है इसका Base 10 होता है। दशमलव संख्या प्रणाली का आधार 10 है, क्योंकि इसमें केवल 10 अंक हैं।
  • Hexadecimal Number System (हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली) : हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली में सोलह (16) अल्फ़ान्यूमेरिक मान (Alphanumeric Values) 0 से 9 और A से F होते हैं। प्रत्येक नंबर 0,1,2,3,4,5,6, 7, 9, 9, A,B,C,D,E और F इस संख्या प्रणाली के साथ दर्शाता है इसका Base 16 होता है। हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली का आधार 16 है, क्योंकि इसमें 16 अल्फ़ान्यूमेरिक मान हैं। यहां A 10 है, B 11 है, C 12 है, D 13 है, E 14 है और F 15 है।

What is Programming languages प्रोग्रामिंग भाषा क्या है:

जिस प्रकार से हम एक दूसरे से बात करने के लिए बाइनरी मोबाइल ऐप्स या किसी बात को समझाने के लिए हिंदी, इंग्लिश या कोई दूसरी भाषा का उपयोग करते हैं उसी प्रकार कंप्यूटर को कोई संकेत देने या यू कहे तो कंप्यूटर को कोई बात समझाने के लिए जिस भाषा का उपयोग होता है उसे प्रोग्रामिंग भाषा (Programming language) कहते हैं।

प्रोग्रामिंग भाषा बाइनरी सिस्टम यानी 0 और 1 डिजिट (Or Code) सिद्धांत पर काम करती है । और यह कंप्यूटर पर एल्गोरिथम लागू करने के लिए उपयोग की जाती है।

Programming languages for app development in hindi

एप्प बनाने के लिए प्रोग्रामिंग भाषा

एप बनाने के लिए कौनसी प्रोग्रामिंग भाषा सीखे ( Which language learn for app development) इस बात का उत्तर निर्भर करता है की आप किस ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए एप्प बना रहे हैं

Android App Development

android app kaise banaye puri jankari hindi me

Programming languages for Android App Development

विश्व भर में सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड ही है। भारत में लगभग 90 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर एंड्रॉयड के है।

इसलिए एंड्रॉयड एप्स डेवलपर की डिमांड बहुत ज्यादा है।

Programming languages iOS App Development

Programming languages iOS App Development

iOS एप्प बनाने के लिए programming languages कोनसी ओर कैसे सीखें?

  • Swift : मुख्य रूप से iOS Development के लिए Swift का ही उपयोग किया जाता है। यह नेटिव iOS के लिए उपयोग में ली जाती है।
  • C-objective : बड़े पैमाने पर C objective का उपयोग iOS Development के लिए किया जाता है।
  • iOS का उपयोग मुख्य रूप से एप्पल iPhone Mobile phones में किया जाता हैं । इनका उपयोग विकसित देशों जैसे USA UK आदि में ज्यादा होता है।

Programming languages for Cross Platform App Development in hindi

  • Dart: डार्ट (dart) programming language का उपयोग flutter SDK के माध्यम से किया जाता है इसके द्वारा किया गया कोड सभी प्लेटफार्म में एक ही तरह से काम करता है।
  • React Native और Xamarine इसके अन्य उदाहरण हैं।

हमें भाषा का चुनाव करने से पहले बाइनरी मोबाइल ऐप्स ऑपरेटिंग सिस्टम चुनाव कर लेना चाहिए ताकि भाषा का चुनाव और आसान हो

Best operating system for development

विश्व भर में 80 प्रतिशत से ज्यादा यूजर एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के है। इस हिसाब से शुरुआत में एंड्रॉइड से ही शुरू करना चाहिए।

Java vs Kotlin which is best for beginners (जावा व कोटलीन बाइनरी मोबाइल ऐप्स में से पहले कौनसी सीखे monile app बनाने के लिए?)

जावा Object oriented programming language है और android development के लिए सबसे ज्यादा जावा का ही उपयोग होता है।

Massage ko code me kese badle?

Internet pe ese kai apps hai jo code or decode ka kaam karte honge. Isme se kuch app to alag alag tarike se code generate karte honge. Me aapko ek badhiya app batane ja raha ho jo hai : Binary Code Translator.
Is app ko use karna bahut hi aasan hai. Is app ko download kar usme apna massage enter karna hai phir ye aapko ek code dega jise aapko apne friend ko bhejna hai. Aapka friend bhi isi same aap me aapka bheja code enter karega to use aapka massage mil jayega.

Agar is topic se sambandhit koi sawal ya sujhav ho to comment ke jariye jarur bataye.
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