तेल म‍िल खोलेगा हैफेड.

राहुल की कार्यक्षमता राम से दुगुनी है। यदि दोनों मिलकर किसी कार्य को 12 दिन में करते हैं, तो राहुल अकेला उस कार्य को कितने दिन में करेगा?

हेलो क्वेश्चन है कि राहुल के कारण संत आराम से दोगुनी है यदि दोनों मिलकर कार्य को 12 दिन में करते हैं तो राहुल अकेला इस कार्य को कितने दिन में करेगा राम राहुल की ताराचंद आराम से दोगुनी जो राहुल है और दाम दोगुने की कार्य क्षमता अगर यह एक है राम तो यह कि तू है दोनों मिलकर कार्य को 12 दिन में करते हैं टोटल जाएगा वह डब्ल्यू ओ आर के टोटल कितना देने को 12 दिन में करते हैं 1 दिन में कितने काम करते दोनों मिलकर तेल काम कर तो इस टोटल रन कितना हो गया डिस्ट्रिक्ट काम हो गया टोटल कितना काम हो गया 36 काम हो गया अब बताना है राहुल अकेला इस काम को कितने दिन

रेवाड़ी में नया तेल म‍िल खोलेगा हैफेड, दक्ष‍िण हर‍ियाणा के सरसों उत्पादक क‍िसानों को होगा फायदा

हर‍ियाणा में देश का करीब 13 फीसदी सरसों पैदा होता है. ऐसे में अब राज्य सरकार क‍िसानों की मदद के ल‍िए सहकार‍िता व‍िभाग के जर‍िए यहां तेल म‍िल खोलने जा रही है. म‍िल खुलने पर 500 लोगों को रोजगार म‍िलने का दावा क‍िया गया है. साथ ही उपभोक्ताओं को खाने के ल‍िए अच्छा तेल म‍िलेगा.

तेल म‍िल खोलेगा हैफेड.

तेल म‍िल खोलेगा हैफेड.

  • New Delhi ,
  • Dec 21, 2022,
  • Updated Dec 22, 2022, 10:04 AM IST

हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि हैफेड (हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ लिमिटेड) रेवाड़ी जिले के रामपुरा में नया ऑयल मिल स्थापित करेगा. इस मिल के स्थापित होने से जहां मार्केट में बढ़ रही सरसों के तेल की डिमांड को पूरा करने में लाभ होगा, वहीं प्रदेश के किसानों द्वारा पैदा की जा रही सरसों की खपत भी सही हो सकेगी. इसके अलावा, गुरुग्राम में वीटा-कैफे खोले जाएंगे, ताकि लोगों को वीटा दूध एवं दूध से बने उत्पाद मिल सके. गुरुग्राम में हैफेड के 12 सेल्स आऊटलेट्स हैं, अब वहां पर डेयरी विकास प्रसंघ के शोरूम भी खोले जाएंगे.

डॉ. बनवारी लाल चंडीगढ़ में सहकारिता विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने ऑयल-मिल को स्थापित करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्य में तेजी लाई जाए. टेंडर की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. इस मिल की तेल दलाल कितना कमाते हैं पेराई क्षमता शुरू में 150 टन प्रत‍ि द‍िन होगी. लेक‍िन बाद में इसको बाद में 300 टन तक बढ़ाया जा सकता है.

दक्ष‍िण हर‍ियाणा के क‍िसानों को फायदा

इस मिल की स्थापना होने से जहां करीब 500 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. वहीं इससे दक्षिण हरियाणा के लगभग 50 हजार किसानों को फायदा होगा. दक्षिण हर‍ियाणा के ज‍िलों में ही सरसों की पैदावार सबसे ज्यादा होती है. बता दें क‍ि हर‍ियाणा देश का करीब 13 फीसदी सरसों पैदा करता है. सहकारी म‍िल के बनने से न स‍िर्फ रोजगार के अवसर पैदा होंगे और स्थानीय क‍िसानों को फायदा होगा बल्क‍ि लोगों को गुणवत्ता वाला सरसों का तेल भी म‍िलेगा.

पुरानी म‍िलों की क्षमता बढ़ेगी

सहकार‍िता मंत्री ने हैफेड द्वारा लगाई गई रेवाड़ी व नारनौल के ऑयल मिलों की मरम्मत करने के कार्य की समीक्षा की. साथ तेल दलाल कितना कमाते हैं ही इन दोनों मिलों की क्षमता बढ़ाने के बारे में जवाब-तलबी भी की. उन्होंने राज्य में हल्दी प्लांट, मसाला प्लांट और कोल्ड स्टोर बनाने के काम के बारे में भी जानकारी ली और निर्धारित समय में काम पूरा करने के ल‍िए अध‍िकार‍ियों को न‍िर्देश द‍िए. हैफेड फ्लोर-मिल जाटुसाना और मॉडर्न हैफेड बाजार के अलावा विभिन्न शुगर मिलों के काम की समीक्षा भी की.

बैठक में सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, हैफेड एवं हरियाणा डेयरी विकास प्रसंघ के प्रबंध निदेशक ए. श्रीनिवास सह‍ित कई अध‍िकारी मौजूद रहे. डॉ. बनवारी लाल ने पैक्स ऑडिट व बैंकों के कंप्यूटराइजेशन के बारे में भी अधिकारियों से फीडबैक लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

क्या आपको पता है एलआईसी एजेंट की मोटी कमाई का राज? कैसे मिलता है इतना भारी-भरकम कमीशन

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने रविवार को IPO के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) का मसौदा दाखिल किया। क्या आपको पता है एलआईसी के एजेंट इतना ज्यादा कमीशन कैसे कमाते हैं? एलआईसी के डीआरएचपी से पता.

क्या आपको पता है एलआईसी एजेंट की मोटी कमाई का राज? कैसे मिलता है इतना भारी-भरकम कमीशन

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने रविवार को IPO के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) का मसौदा दाखिल किया। क्या आपको पता है एलआईसी के एजेंट इतना ज्यादा कमीशन कैसे कमाते हैं? एलआईसी के डीआरएचपी से पता चलता है कि टॉप निजी बीमा कंपनियों की तुलना में एलआईसी का कमीशन अनुपात बहुत अधिक है। कमीशन अनुपात एक विशेष वर्ष के दौरान बीमा कंपनी द्वारा एकत्र किए गए नए व्यापार प्रीमियम के अनुपात के रूप में भुगतान किया गया कमीशन है। नया व्यवसाय प्रीमियम एक वर्ष के दौरान बेची गई नई बीमा पॉलिसियों को बेचकर एकत्र किया गया प्रीमियम है।

कितना है एलआईसी का एजेंट कमीशन
चालू वित्त वर्ष 2021-22 में एलआईसी का कमीशन अनुपात 11.5% रहा है, जो शीर्ष पांच निजी बीमा कंपनियों द्वारा भुगतान किए गए 5.4% के औसत कमीशन अनुपात के दोगुने से भी अधिक है। दिलचस्प बात यह है कि 2019-20 के बाद से एलआईसी के कमीशन अनुपात और निजी कंपनियों के कमीशन अनुपात में अंतर बढ़ गया है। यहां तक ​​​​कि जब एक वर्ष के दौरान एकत्र किए गए कुल प्रीमियम के प्रतिशत के रूप में भुगतान किए गए कमीशन की बात आती है, तो एलआईसी शीर्ष 5 निजी बीमा कंपनियों की तुलना में काफी अधिक कमीशन का भुगतान करती है। 2020-21 में एलआईसी की कमीशन दर 5.5% थी और शीर्ष 5 निजी बीमा कंपनियों की औसत कमीशन दर 4.4% थी। चालू वित्त वर्ष में, एलआईसी के लिए कमीशन दर और निजी कंपनियों की तेल दलाल कितना कमाते हैं औसत कमीशन दर क्रमशः 5.2% और 4.2% रही है।

एलआईसी ऐसा करती कैसे है?
एलआईसी की अधिकांश व्यक्तिगत पॉलिसियां ​​अलग-अलग एजेंटों द्वारा बेची जाती हैं। 2020-21 में व्यक्तिगत एजेंट नए व्यापार प्रीमियम का 93.8% लेकर आए। पांच बड़ी निजी कंपनियों में से कोई भी इसके आस-पास भी नहीं थी। व्यक्तिगत एजेंटों द्वारा लाए गए नए व्यापार प्रीमियम का 41.6% के साथ बजाज आलियांज सबसे आगे है। एचडीएफसी लाइफ के मामले में यह सिर्फ 12.3 फीसदी था। इसके अलावा, अधिकतर निजी बीमा कंपनियां एक बड़े फाइनेंसियल तेल दलाल कितना कमाते हैं सर्विस बिज़नेस का हिस्सा हैं, जिनका मुख्य कारोबार कमर्शियल बैंकिंग है।

बाकी बीमा कंपनियों का कारोबार अलग कैसे
एसबीआई लाइफ का ही मामला लें, जहां 2020-21 में बीमा बिक्री में नए बिजनेस प्रीमियम का 65.4% हिस्सा बैंकिंग चैनल के जरिए आया। एचडीएफसी लाइफ और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ के मामले में अनुपात क्रमश: 45.8% और 46.8% है। इसका मतलब यह है कि ये निजी बीमा कंपनियां वित्तीय सेवा व्यवसाय के बैंकों के माध्यम से बहुत सी नई बीमा पॉलिसी बेच रही हैं, जिसका वे हिस्सा हैं। इसके अलावा, निजी कंपनियों ने डिरेट सेल पर ज्यादा भरोसा किया है, इनमे से अधिकांश उनकी वेबसाइटों के माध्यम से होता है। एलआईसी के मामले में, नए व्यापार प्रीमियम का केवल 2.2% प्रत्यक्ष चैनल के माध्यम से आया। एचडीएफसी लाइफ के मामले में यह 32.9% था।

डायरेक्ट सेल का फायदा-नुकसान
मूल रूप से, व्यक्तिगत एजेंटों के माध्यम से बिक्री करने से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जहां एलआईसी को अपनी नीतियों को बेचने के लिए एजेंटों को पर्याप्त प्रोत्साहन देने के लिए उच्च कमीशन का भुगतान करना पड़ता है। जब वेबसाइट के माध्यम से प्रत्यक्ष बिक्री की बात आती है, तो कंपनियां पूरी तरह से समीकरण से बाहर कमीशन ले सकती हैं। यह वही है जो निजी कंपनियां एलआईसी की तुलना में काफी बेहतर कर रही हैं, और एलआईसी के विशाल व्यक्तिगत बिक्री चैनल को धीरे-धीरे बिक्री समीकरण से बाहर ले जा रही है। इससे उन्हें अपने कमीशन अनुपात को कम करने में भी मदद मिली है।

वेब एग्रीगेटर्स के जरिए भी बिक्री
निजी कंपनियां भी वेब एग्रीगेटर्स के जरिए भी बिक्री करती हैं। 2020-21 में बजाज आलियांज को अपने नए बिजनेस प्रीमियम का 6.2% वेब एग्रीगेटर्स से मिला। एलआईसी के मामले में यह 0% है। हाल ही में, एलआईसी ने अपने उत्पादों के डिजिटल वितरण के लिए पॉलिसीबाजार के साथ करार किया है। डिजिटल बिक्री की ओर धीमी गति को यह देखकर समझाया जा सकता है कि व्यवसाय करने का एक नया तरीका खुलने पर कितने उद्योग जगत के नेता व्यवहार करते हैं। प्रारंभ में, चैनल उनकी रुचि बढ़ाने के लिए बहुत छोटा है। लेकिन धीरे-धीरे यह उनकी रुचि के लिए काफी बड़ा हो जाता है, लेकिन उस समय तक अन्य खिलाड़ी पहले ही आ चुके होते हैं। साथ ही, कोई भी यथास्थिति को बिगाड़ना नहीं चाहता है। एलआईसी भी इस जाल में फंस गई है, जिसे अब वह ठीक करने की कोशिश कर रही है।

Pravesh Lal Yadav: एक्टिंग के लिए छोड़ी थी सेना की नौकरी, बने भोजपुरी सुपरस्टार, जाने कितना कमाते हैं निरहुआ के भाई

Bhojpuri Actor Pravesh Lal Yadav: ग्लैमर वर्ल्ड हमेशा से ही लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता रहा है. ऐसे में दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के भाई भी इससे अछूते नहीं रहे. तभी तो 4 सालों तक सेना की नौकरी करने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री का हिस्सा बनने की ठान ली थी.

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Pravesh Lal Yadav: एक्टिंग के लिए छोड़ी थी सेना की नौकरी, बने भोजपुरी सुपरस्टार, जाने कितना कमाते हैं निरहुआ के भाई

Dinesh Lal Yadav Brother Pravesh Lal Yadav: भोजपुरी सुपरस्टार्स की बात करें तो खेसारी लाल यादव, पवन सिंह, रवि किशन तो लिस्ट में शामिल हैं ही लेकिन इसके अलावा और भी कोई है जो कई सालों से इंडस्ट्री पर राज कर रहा है. हम बात कर रहे हैं प्रवेश लाल यादव की जो भोजपुरी के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव यानि निरहुआ के भाई हैं और इंडस्ट्री में खास पहचान भी बना चुके हैं. 2009 में प्रवेश लाल यादव ने डेब्यू किया था और उन्हें काफी पसंद किया गया. तब से लेकर अब तक प्रवेश कई फिल्मों में नजर आ चुके हैं और आज एक फिल्म का लाखों में चार्ज करते हैं.

पहले करते थे सेना की नौकरी
एक्टर प्रवेश लाल यादव भोजपुरी इंडस्ट्री में डेब्यू से पहले भारतीय सेना में नौकरी करते थे जबकि उस वक्त दिनेश लाल यादव अपना नाम इंडस्ट्री में बना चुके थे. लिहाजा भाई के काम से वो आकर्षित होने लगे. और 4 सालों तक सेना में अपनी सेवा देने के बाद प्रवेश ने वो नौकरी छोड़ दी और भोजपुरी इंडस्ट्री में डेब्यू का मन बना लिया. उन्होंने 2009 में चलनी के चालल दूल्हा से एक्टिंग में कदम रखा. फिल्म हिट हो गई और प्रवेश भी चल निकले. इसके बाद प्रवेश को कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत ही नहीं पड़ी. वो एक के बाद एक फिल्म साइन करते गए और स्क्रीन पर लोगों ने उन्हें खूब प्यार दिया.

सफेद दागों से पाना चाहते हैं छुटकारा? तो ये पांच घरेलू उपाय हो सकते हैं फायदेमंद

सफेद दाग को घरेलू उपायों से कम किया जा सकता है। इन पांच घरेलू उपायों को अपनाकर आप इन दागों से छुटकारा पा सकते हैं।

सफेद दागों से पाना चाहते हैं छुटकारा? तो ये पांच घरेलू उपाय हो सकते हैं फायदेमंद

सफेद दाग (Cr. Indian Express)

Skincare Tips: आज के समय में जहां नई-नई बीमारियां अपने पैर पसार रह हैं. वहीं, आपने देखा होगा कि कई लोगों के शरीर पर व्हाइट स्पॉट्स होते हैं, जिन्हें आम भाषा में सफेद दाग भी कहा जाता है। हालांकि, त्वचा संबंधी इस बीमारी में यूं तो कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन शरीर पर यह दाग दिखने में अच्छे नहीं लगते. जिसके कारण इस समस्या से जूझ रहे लोगों का कॉन्फिडेंस लेवल भी कम हो जाता है।

डॉक्टर्स के मुताबिक सफेद दाग होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं. जिनमें, शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता या मेलेनिन (त्वचा के रंग को बनाए रखने वाली कोशिकाएं) की कमी, पराबैंगनी किरणें (Ultraviolet Rays),अत्यधि‍क तनाव, विटामिन बी 12 की कमी या फिर त्वचा पर किसी प्रकार का संक्रमण के होने से यह हो सकते हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि अगर सफेद दागों का इलाज सही समय पर ना किया जाए, तो यह धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाते हैं। ऐसे में समय रहते ही त्वचा संबंधी इस बीमारी पर ध्यान देने की जरूरत होती है। इसके लिए आप घरेलू उपायों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इनके जरिए ना सिर्फ इन सफेद दागों में कमी आएगी, बल्कि धीरे-धीरे यह कम भी हो जाएंगे।

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सफेद दाग कम करने के ये घरेलू नुस्खे:

1-नारियल तेल होता है उपयोगी: नारियल तेल त्वचा संबंधी बीमारी के लिए काफी कारगर साबित होता है। क्योंकि यह त्वचा को पुन: वर्णकता प्रदान करने में सहायक है। साथ ही नारियल के तेल में जीवाणुरोधी और संक्रमण विरोध गुण होते हैं। ऐसे में शरीर के जिन हिस्सों पर सफेद दाग हैं, उन जगहों पर दिन में 2 से 3 बार नारियल तेल का उपयोग करना चाहिए। यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

2- तांबा से मिलता है मेलेनिन तत्व: शरीर में तांबा तत्व मेलेनिन के निर्माण के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए तांबें के बर्तन में रातभर पानी भरकर रखें और सुबह उठकर खाली पेट उसे पिएं। इससे सफेद दागों में कमी आ सकती है।

3- हल्दी का लेप है फायदेमंद: हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। हल्दी और सरसों के तेल का लेप बनाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं, इससे सफेद दाग में कमी तेल दलाल कितना कमाते हैं आती है। इसके अलावा आप हल्दी पाउडर और नीम की पत्ति‍यों का लेप भी कर सकते हैं।

4- सेब का सिरका: सफेद दागों में सेब का सिरका भी फायदेमंद साबित होता है। सेब के सिरके को पानी के साथ मिक्स करके लगाना चाहिए, इससे यह दाग धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।

5-लाल मिट्टी: जहां तांबे से मेलेनिन तत्व मिलता है, वहीं, लाल मिट्टी में भरपूर मात्रा में तांबा पाया जाता है। ऐसे में लाल मिट्टी का लेप बनाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाना चाहिए। लाल मिट्टी मेलेनिन के निर्माण और त्वचा के रंग का दोबारा निर्माण करती है। इसे अदरक के रस के साथ मिलाकर भी प्रभावित स्थान पर लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है।

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