एक्‍सपर्ट्स कहते हैं कि निकट अवधि में 1-3 साल की मैच्‍योरिटी के एएए रेटिंग के हाई क्‍वालिटी बॉन्‍डों में निवेश करने वाले फंडों में पैसा लगाना सही होगा. दांगी कहते हैं, ''3-6 महीनों के एलोकेशन के लिए हम लो ड्यूरेशन कैटेगरी का सुझाव देंगे. जिन निवेशकों का नजरिया 1 साल से ज्‍यादा की अवधि का है, वे शॉर्ट टर्म फंड कैटेगरी में पैसा लगाने के बारे में सोच सकते हैं.'' कॉरपोरेट बॉन्‍ड फंड और बैंकिंग पीएसयू डेट फंड भी अच्‍छे विकल्‍प हैं. लेकिन, निवेशकों को इनसे पुराना प्रदर्शन दोहराने की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए.

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वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

Eye Opener: कैसे बनाएं एक क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? बढ़िया पोर्टफोलियो? म्यूचुअल फंड्स में 'अंधाधुंध निवेश' कितना सही?

पैसा कमाना जितना जरूरी है, उसे निवेश करना उससे भी ज्यादा जरूरी है.

पैसा कमाना जितना जरूरी है, उसे निवेश करना उससे भी ज्यादा जरूरी है.

एक सॉलिड पोर्टफोलियो बनाने के लिए iThought के श्याम शेखर ने लोगों को अहम सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि 5 से 6 स्कीम का . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 17, 2022, 16:03 IST
iThought के श्याम शेखर ने लोगों को अहम सलाह दी है.
उन्होंने कहा- 5 से 6 अलग-अलग स्कीम ही अच्छे पोर्टफोलियो के लिए काफी हैं.
लोग गलत समय पर गलत जगह निवेश कर रहे हैं. उन्हें सलाह लेनी चाहिए.

नई दिल्ली. पैसा कमाना जितना जरूरी है, उसे निवेश करना उससे भी ज्यादा जरूरी है. निवेश इसलिए, ताकि लगातार बढ़ रही मुद्रास्फीति के साथ लोग इससे पार पा सकें. यदि कोई निवेश नहीं करता है तो आज जो भी पैसा उसने कमाया है, वह महंगाई के साथ लड़ने में नाकाफी होगा. यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के लोगों की निवेश के प्रति रुचि बढ़ी है और काफी बड़ी संख्या में पैसा निवेश होने लगा है.

डेट फंडों से 2021 में नहीं करें बहुत ज्‍यादा रिटर्न की उम्‍मीद, जानिए आपको क्‍या करना चाहिए

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फंड्सइंडिया में रिसर्च हेड अरुण कुमार जोर देकर कहते हैं, ''आपके पास जो पहले से लो-रिस्‍क डेट पोर्टफोलियो था, उससे रिटर्न की अपेक्षाएं कम हो गई हैं. कारण है कि वाईटीएम घट गई है.''

पिछले कुछ सालों में ब्‍याज दरों में नरमी का माहौल रहा है. इसने बॉन्‍ड फंड के रिटर्न प्रोफाइल को हवा देने का काम किया. लेकिन, अब यह दौर खत्‍म हो गया है. इससे बॉन्‍ड की कीमतों पर अंकुश लगेगा. इसका असर बॉन्‍ड फंडों में मार्क-टू-मार्केट (एमटीएम) गेंस पर पड़ेगा. अच्‍छा होगा कि आप इस वास्‍तविकता के साथ अपनी अपेक्षाओं को जोड़ लें.

क्‍वांटम म्‍यूचुअल फंड में फंड मैनेजर (फिक्‍स्‍ड इनकम) पंकज पाठक कहते हैं, ''इस समय निवेशकों को यह समझना चाहिए कि बॉन्‍ड पर उनके जुट रहे ब्‍याज की रफ्तार कम हुई है. कैपिटल गेंस की क्षमता भी सीमित हुई है. ऐसे में पिछले 2-3 साल जैसे प्रदर्शन को दोहराने की संभावना बहुत कम है.''

म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो भूल कर भी न करें ये गलतियां वरना डूब जाएगा पैसा

म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो भूल कर भी न करें ये गलतियां वरना डूब जाएगा पैसा

The redeemed proceeds would be subject to capital gains tax (short-term or long-term) depending on the holding period.

How to Invest in mutual funds : म्यूचुअल फंड में निवेश धैर्य और जोखिम की बेहतर समझ की मांग करता है. अगर आप म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो कुछ बातों को समझ लेना बेहद जरूरी है. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश ऑप्शन की भरमार और बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए सही फंड का चुनाव आसान नहीं है. फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़ी कुछ बुनियादी सावधानियों को ध्यान में रखेंगे तो आपको घाटा नहीं होगा.

पिछला रिटर्न बेहतर रिजल्ट की गारंटी नहीं

म्यूचुअल फंड (Mutual funds) के नए निवेशक सबसे बड़ी गलती फंड के पिछले रिटर्न को देख कर निवेश करने में करते हैं. पिछले रिटर्न को देख कर यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि आगे फंड कैसा प्रदर्शन करेगा. इसके अलावा मार्केट में सही वक्त पर एंट्री भी एक अहम पहलू है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर निवेशक को बाजार का पहले से अनुभव है तो म्यूचुअल फंड्स में वह लंबे समय तक बना रहता है.

नए निवेशकों के लिए जरूरी है कि शुरू में स्थापित कंपनियों के फंड में निवेश करें. उनके पोर्टफोलियो पर गौर करें और फिर निवेश का फैसला लें. म्यूचुअल फंड में धीरे-धीरे निवेश बढ़ाएं. इसका सबसे अच्छा उपाय एसआईपी ( SIP) के जरिये निवेश करना है. बाजार कैसी भी हालत में हो Systematic Investment Plan यानी एसआईपी के जरिये निवेश सबसे अच्छा तरीका है.

शेयर बाजार के मौजूदा हालात में नए निवेशकों की रणनीति

शेयर बाजार अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है. ऐसे में म्यूचुअल फंड के नए निवेशकों को इंडेक्स या लार्ज कैप फंड (Large Cap Mutual funds) में निवेश करना चाहिए. उन्हें मिड-कैप (Mid Cap) और स्मॉल कैप (Small Cap) में निवेश से बचना चाहिए क्योंकि बाजार के उतार-चढ़ाव में ये बुरी तरह प्रभावित होते हैं. अगर कोई निवेशक आज की तारीख में एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये निवेश करना चाहता है तो उसे एक इंडेक्स फंड (Index fund), एक फ्लैक्सी कैप (Flexi Cap fund ) फंड और एक वैल्यू फंड ( Value fund) का चुनाव करना चाहिए ताकि उन्हें डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिल सके.

म्यूचुअल फंड में निवेश छोटी नहीं लंबी अवधि में ही फायदेमंद साबित होता है. सही रिटर्न के लिए सात से दस क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? साल तक समय देना पड़ता है. ज्यादातर निवेश एक साल में ही बेहतर रिटर्न की उम्मीद रखते हैं. लेकिन इतनी कम अवधि का रिटर्न देख कर म्यूचुअल फंड में निवेश की रणनीति बनाना ठीक नहीं है.

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में निवेश से हो सकता है फायदा

विशेषज्ञों के मुताबिक बैलेंस्ड एडवाइंटेज फंड नए निवेशकों के लिए सही रणनीति हो सकता है. बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को डायनैमिक एसेट एलोकेशन फंड भी कहा जाता है. इसमें मार्केट कंडीशन के आधार पर 30 से 80 फीसदी इक्विटी एलोकेशन किया जाता है. अगर कोई नया निवेशक लंबी अवधि निवेश की योजना बनाता है तो भी उसे बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में ही निवेश की सलाह दी जाती है.

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करोड़पति बनकर रिटायर होना है तो कहां कर सकते हैं निवेश? क्या होनी चाहिए आपकी रणनीति

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मैंने अपने बेटे को सुझाव दिया है कि रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए वह म्यूचुअल फंड में निवेश करें। वह म्युचुअल फंड क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? में कम से कम 20,000 रुपए प्रतिमाह आराम से निवेश कर सकता है। साथ ही, कृपया क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? सुझाव दें कि क्या उन्हें इस उद्देश्य के लिए डेट फंडों में निवेश करना चाहिए।

इन फंड में कर सकते हैं निवेश
एक एसेट क्लास के रूप में इक्विटी लंबी अवधि में मुद्रास्फीति के साथ-साथ निश्चित आय साधनों दोनों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इसलिए, मैं आपके बेटे को अपने रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दूंगा, न कि डेट फंड में। वह अपने मासिक निवेश योग्य सरप्लस को एसआईपी के माध्यम से समान रूप से सीधे योजनाओं में वितरित कर सकता है- एचडीएफसी इंडेक्स सेंसेक्स फंड; मिराए एसेट लार्ज कैप फंड या एक्सिस ब्लूचिप, एक्सिस मिडकैप फंड क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? क्या मुझे डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए? या पीजीआईएम इंडिया मिडकैप अपॉर्चुनिटीज फंड और पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड या पीजीआईएम इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड। अगर उसके पास सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बचाने की गुंजाइश है, तो वह एसआईपी के जरिए एक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड और/या मिराए एसेट टैक्स सेवर फंड के डायरेक्ट प्लान में निवेश कर सकता है।

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