AAP Wins Delhi Civic Polls: The Big Implications
The Aam Aadmi Party (AAP) has won the election to the Municipal Corporation of Delhi (MCD), dislodging the BJP from power after 15 years. The Arvind Kejriwal-led party has vowed to improve civic amenities. The BJP took solace in securing over a hundred wards despite exit polls predicting its rout. The AAP won 132 seats, well past the halfway mark in the 250-member civic body, as against the BJP's 104. The Congress has won nine wards. Addressing supporters at the party office in Delhi, Mr Kejriwal said he would try to live up to people's expectations and urged all parties to come together to improve Delhi.
एमएसीडी संकेतक समझाया
403.एमएसीडी संकेतक समझाया एमएसीडी संकेतक समझाया Forbidden.
You don't have permission to view this एमएसीडी संकेतक समझाया page.
Please visit our contact page, and select "I need help with my account" if you believe this is an error. Please include your IP address in the description.
कोरोना से रिकवरी के बाद लॉन्ग कोविड होगा या नहीं ऐसे पता चलेगा खतरा
कई मरीजों में कोविड से जूझने के बाद इसका असर लम्बे समय तक दिखता है, जिसे लॉन्ग कोविड के रूप में जाना जाता है. येल यूनिवर्सिटी की नई रिसर्च में यह सामने आया है कि रिकवरी के बाद लॉन्ग कोविड का खतरा क्यों और कैसे बढ़ता है.पढ़ें रिपोर्ट.
CDC की रिपोर्ट कहती है कि 8 फीसदी अमेरिकी कोरोना के संक्रमण के बाद किसी न किसी लॉन्ग कोविड के असर से जूझते हैं.
कई मरीजों में कोविड से जूझने के बाद इसका असर लम्बे समय तक दिखता है, जिसे लॉन्ग कोविड के रूप में जाना जाता है. किस मरीज में लॉन्ग कोविड का असर दिखेगा और किसमें नहीं यह शुरुआती दौर में नहीं बताया जा सकता, लेकिन नई रिसर्च में ऐसी बात भी सामने आई है जिससे बताया जा सकेगा कि लॉन्ग कोविड कब और क्यों बढ़ता है.
अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी CDC की रिपोर्ट कहती है कि 8 फीसदी अमेरिकी कोरोना के संक्रमण के बाद किसी न किसी लॉन्ग कोविड के असर से जूझते हैं.
लॉन्ग कोविड का खतरा है या नहीं, ऐसे पता चलेगा
रिसर्च करने वाली येल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है, लॉन्ग कोविड की गुत्थी को स्ट्रेस हॉर्मोन से समझा जा सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है, कोविड से रिकवरी के बाद मरीज में सामान्य स्वस्थ इंसान के मुकाबले 50 फीसदी तक ज्यादा स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल शरीर में रिलीज होता है तो लॉन्ग कोविड होने का रिस्क ज्यादा रहता है. डेलीमेल की रिपोर्ट कहती है, अब तक यह बताना मुश्किल रहा है कि मरीज पर लॉन्ग कोविड से जूझेगा या नहीं, लेकिन रिसर्च के नतीजे यह पता लगाने में मदद करते हैं.
215 लोगों पर हुई रिसर्च
शोधकर्ताओं ने लॉन्ग कोविड के रिस्क को समझने के लिए 215 लोगों पर रिसर्च की. इनमें 99 मामले लॉन्ग कोविड के थे. 44 ऐसे थे जिनमें कोविड के लक्षण एमएसीडी संकेतक समझाया नहीं देखे गए थे. वहीं 76 ऐसे थे जो कोविड से रिकवर हो चुके थे, लेकिन उनमें लॉन्ग टर्म कॉम्प्लिकेशंस एमएसीडी संकेतक समझाया नहीं दिख रहे थे. लॉन्ग कोविड से जूझने वाले मरीजों में सबसे कॉमन लक्षण था- थकान और नर्वस सिस्टम से जुड़ी दिक्कतें.
ऐसे हुई जांच
मरीज के शरीर में ऐसा क्या बदलाव हो रहा है जो लॉन्ग कोविड के लिए जिम्मेदार हो सकता है, इसे जानने के लिए शोधकर्ताओं ने मरीजों के ब्लड सैम्पल लिए और इनकी जांच की. जांच में सामने आया कि इनमें कॉर्टिसोल हाॅर्मोन का लेवल बढ़ा हुआ था.
कॉर्टिसोल को स्ट्रेस हाॅर्मोन के नाम से भी जाना जाता है, यह हॉर्मोन एड्रिनल ग्लैंड रिलीज करती है. जब यह हॉर्मोन ब्लड में मिलना शुरू होता है तो सीधा असर दिमाग पर तनाव के रूप में दिखता है. इसी को लॉन्ग कोविड से जोड़ा गया क्योंकि ऐसे ज्यादातर मामलों में नर्वेस सिस्टम से जुड़े लक्षण नजर आते हैं. जैसे- नींद न आना, सिर भारी और थकान महसूस होना.
हर 8 में से 1 कोविड संक्रमित लॉन्ग कोविड का शिकार
द लैंसेट जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, कोविड से एमएसीडी संकेतक समझाया संक्रमित हुए हर 8 में से एक व्यक्ति को इस वायरस के रिकवर होने के कई महीनों बाद तक भी लॉन्ग कोविड का कम से कम एक लक्षण शरीर में जरूर मिला है. यह स्टडी नीदरलैंड में 76,400 से एमएसीडी संकेतक समझाया अधिक वयस्कों पर 2020 मार्च से 2021 अगस्त के बीच एमएसीडी संकेतक समझाया की गई. इन वयस्को को 23 सामान्य कोविड लक्षणों को लेकर एक ऑनलाइन प्रश्नावली भरने के लिए कहा गया था. इनमें से 4,200 से अधिक यानी, 5.5 प्रतिशत ने कोविड से संक्रमित होने की जानकारी दी. इनमें से 21 प्रतिशत से अधिक में संक्रमित होने के तीन से पांच महीने के बाद भी कोविड का कम से कम एक नया लक्षण मिला था. जिन लोगों को कोविड था उनमें से 12.7 प्रतिशत, यानी, आठ में से लगभग एक व्यक्ति में कोविड का एक न एक लक्षण जरूर मिला है.
एक्सप्रेस वे पर लगा गलत संकेतक
जयसिंहपुर। तहसील क्षेत्र से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे गुजरी है।16 नवम्बर को प्रधानमंत्री ने.
जयसिंहपुर। तहसील क्षेत्र से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे गुजरी है।16 नवम्बर को प्रधानमंत्री ने इसका भव्य लोकार्पण किया जिसके बाद आवागमन तेजी से शुरू हो गया है। एक्सप्रेस वे के बगल सर्विस रोड पर गलत संकेतक लगा दिया गया है जिससे लोग भ्रमित हो रहे हैं।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, गोशैसिंहपुर बनी सम्पर्क मार्ग को सराय सहावन गांव के पास क्रास करता है। यहां अंडरपास बनाया गया है। अंडर पास के बगल से गांवों को जोड़ने के लिए सर्विस रोड बनाई गई है। इस पर जगह जगह पर गांवों को दर्शाने के लिए संकेतक लगे हैं। आनूपुर गांव के पास सराय सहावन गांव का संकेतक लगा है। गांव के अरुण पाण्डेय, बालमुकुंद मिश्र, जयकृष्ण पाण्डेय, प्रवीण समेत कई लोगों का कहना है कि सराय सहावन गांव का संकेतक आनूपुर गांव के पास लगा दिया गया है जिससे दूर के लोगों को गांव तक पहुंचने में समस्या हो रही है। आनूपुर गांव के पास आनूपुर का संकेतक लगाया जाना जरूरी है।
क्या कहते हैं जेई: यूपीडा के जेई अभिनन्दन सिंह का कहना है कि जल्द ही उस संकेतक को सही स्थान पर लगा दिया जाएगा। आनूपुर गांव के पास आनूपुर गांव का संकेतक लगेगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 270